कोलकाता। कुलदीप यादव अगर रविवार को तिरूवनंतपुरम में श्रीलंका के खिलाफ होने वाले अंतिम वनडे में भारत की अंतिम एकादश से बाहर होने के बारे में सोचना शुरू करते हैं तो उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता। इस प्रतिभाशाली बायें हाथ के स्पिनर कुलदीप ने कहा, ‘‘पिछले साल से मैं अपनी मजबूती के बारे में सोचने की कोशिश कर रहा हूं और ज्यादा नहीं सोच रहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मुझे मौका मिलता है मैं सिर्फ अच्छा करने के बारे में सोचता हूं। मैं अपनी गेंदबाजी का काफी लुत्फ उठा रहा हूं।
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