दुनिया देख रही है! तालिबानी फरमान पर बोले ऋषि सुनक, बेटियों के पिता के रूप नहीं कर सकता ऐसे विश्व की कल्पना
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने तालिबान को चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान में महिलाओं के विश्वविद्यालय जाने पर प्रतिबंध लगाने के कदम को दुनिया देख रही है। काबुल में तालिबान सुरक्षा बल महिलाओं को विश्वविद्यालयों में प्रवेश करने से रोक रहे हैं, समूह ने देश भर के सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों को अगली सूचना तक महिला छात्रों तक पहुंच को तुरंत निलंबित करने का निर्देश दिया। निर्णय तालिबान के नेतृत्व वाले प्रशासन के मंत्रिमंडल द्वारा किया गया था, लेकिन इसने कोई कारण नहीं बताया है और अभी तक वैश्विक निंदा पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
दो बेटियों के पिता सुनक ने अपनी आलोचना ट्वीट के जरिए जाहिर की है। सुनक ने कहा कि "बेटियों के पिता के रूप में, मैं ऐसी दुनिया की कल्पना नहीं कर सकता जिसमें उन्हें शिक्षा से वंचित रखा जाए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की महिलाओं के पास देश को देने के लिए बहुत कुछ है। उन्हें विश्वविद्यालय में प्रवेश से वंचित करना एक गंभीर कदम है। दुनिया देख रही है। हम तालिबान को उनके कार्यों से आंकेंगे।
तालिबान ने शुरू में एक अधिक उदार शासन का वादा किया था जो महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सम्मान करेगा। लेकिन पिछले साल अगस्त में सत्ता पर कब्जा करने के बाद से, समूह ने इस्लामी - या शरिया - कानून की अपनी व्याख्या को व्यापक रूप से लागू किया है। अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत को सत्ता संभालते हुए साल भर से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। वहां के हालात लगातार सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन अफगानिस्तान में तालिबानी फरमान जारी होते रहते हैं। इसी कड़ी में नए आदेश के तहत अफगानी लड़कियों के विश्वविद्यालय शिक्षा पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया गया। हालांकि तालिबान औरतों और लड़कियों की आजादी पर हमेशा से रोक लगाता रहा है। लेकिन अब उसके एक और फैसले ने लड़कियों के सपनों को तोड़ने का काम किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उच्च शिक्षा मंत्री के एक पत्र के अनुसार तालिबान ने अफगानिस्तान में युवतियों और महिलाओं के लिए संचालित विश्वविद्यालयों को बंद करने का ऐलान किया है।
World is watching rishi sunak warn taliban cannot imagine