केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, मनसुख मांडविया और स्मृति ईरानी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले महीने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक में भाग लेंगे। डब्ल्यूईएफ के इस सालाना आयोजन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 100 से अधिक भारतीयों के शामिल होने की संभावना है। दुनिया भर के अमीर एवं ताकतवर लोगों की इस सालाना बैठक में भाग लेने वालों की सूची को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह बैठक स्विट्जरलैंड के रेजॉर्ट शहर दावोस में 16 से 20 जनवरी, 2023 तक होगी।
इसमें 50 से अधिक शासन प्रमुखों और राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद है। डब्ल्यूईएफ की बैठक में अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। मोदी ने पहली बार 2018 में इस वार्षिक आयोजन में भाग लिया था जबकि 2021 और 2022 में उन्होंने इसे वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया था। उस समय कोविड-19 प्रतिबंधों की वजह से शिखर सम्मेलन को ऑनलाइन आयोजित किया गया था। अगली वार्षिक बैठक में लगभग 100 भारतीय उद्योगपतियों के भी शामिल होने की उम्मीद है।
इनमें गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, कुमार मंगलम बिड़ला, एन चंद्रशेखरन, नादिर गोदरेज, अदार पूनावाला, सज्जन जिंदल, राजन और सुनील मित्तल, संजीव बजाज शामिल हैं। इसके अलावा चंद्रजीत बनर्जी, श्याम सुंदर भरतिया, हरि एस भरतिया, अमिताभ चौधरी, जीवी प्रसाद, राजेश गोपीनाथन, सीपी गुरनानी, पवन मुंजाल, रोशनी नादर मल्होत्रा, नंदन नीलेकणी, सलिल पारेख, ऋषद प्रेमजी, बायजू रवींद्रन और विजय शेखर शर्मा के भी दावोस आने की उम्मीद है। भारत के अन्य लोगों में जी20 शेरपा अमिताभ कांत, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के महानिदेशक अजय माथुर, आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, वित्त आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह, तेलंगाना के मंत्री के टी रामाराव, आप नेता राघव चड्ढा भी इस बैठक का हिस्सा बनेंगे।
Yogi bommai shinde and vaishnav to attend davos meeting
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