इस वेडिंग सीज़न ट्राई करें यह ट्रेंडी साड़ियां, मिलेगा ग्रेसफुल लुक खूबसूरत रंगबिरंगी साड़ियां हर किसी की पसंद है ये ट्रेडिशनल होने के साथ ही फैशनबल लुक भी देती हैं। लेडीज़ आउटफिट्स में साड़ी ऐसा पहनावा है जिसमें हर महिला खूबसूरत दिखती है। साड़ी में आपको ट्रेडिशनल के साथ ही क्लासी लुक भी मिलता है। इस वेडिंग सीज़न में हम बता रहें हैं कुछ ऐसी ट्रेंडी साड़ियों के बारें में जिससे आपको फैशनबल के साथ ही ट्रेडिशनल लुक भी मिलेगा। शिफॉन की साड़ियांआप शिफॉन की ब्लू साड़ी के साथ नेकलेस ब्लाउज़ कैरी कर सकती है। इससे आपको एलिगेंट लुक के साथ ट्रेंडी भी लुक भी मिल सकता है। या फिर भूमि पेंडेकर ने जैसे ब्लू साड़ी के साथ अंडरवायर ब्लाउज़ कैरी किया है वैसा भी कर सकती हैं।इसे भी पढ़ें: चिकनकारी वर्क के खूबसूरत ट्रेंडी डिजाइंस, जो हर किसी के दिल को भा जायेसाऊथ इंडियन साड़ियांसाऊथ इंडियन साड़ियां सबसे क्लासी और हैवी होती हैं। लेकिन कैरी करने में एकदम हल्की होती हैं और कलर भी बहुत ब्राइट होते हैं। इन साड़ियों को विदेश में भी बहुत पसंद किया जाता है। जैसे कंगना राणावत ने अपनी फिल्म 'थलेवी' के प्रमोशन के दौरान साऊथ इंडियन साड़ी पहनी थी। बनारसी साड़ियां बनारसी साड़ियां हर किसी की पसंद होती हैं कलर बहुत ही प्यारे होते हैं। बनारसी साड़ियां आजकल ट्रेंड में हैं। बनारसी साड़ियां किसी भी फंक्शन, त्यौहार में हमेशा ही अलग लुक देती हैं। बनारसी साड़ी इस वेडिंग सीज़न में आपको रॉयल लुक देगी।इसे भी पढ़ें: इस विंटर वेडिंग बॉलीवुड डीवाज की तरह करें खुद को स्टाइलट्रेंडी वाइब्रेंट साड़ी और ऑफ शोल्डर ब्लाउज़ भेड़िया मूवी के प्रमोशन के दौरान कीर्ति सैनन ने डिजाइनर रणबीर मुखर्जी की वाइब्रेंट साड़ी को ऑफ शोल्डर ब्लाउज़ के साथ कैरी किया और वह इसमें बहुत खूबसूरत दिख रहीं थीं आप चाहें तो आप भी ऑफ शोल्डर ब्लाउज़ के साथ वाइब्रेंट साड़ी कैरी कर सकती हैं।
read moreभारत जोड़ो यात्रा का मध्य प्रदेश में छठा दिन, उज्जैन की ओर बढ़ती यात्रा में साइकिल की सवारी करते दिखे राहुल गांधी मध्य प्रदेश में ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के छठे दिन सैकड़ों पदयात्रियों का कारवां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में सोमवार को सूर्योदय के बाद इंदौर से उज्जैन की ओर बढ़ा। यात्रा की शुरुआत इंदौर के बड़ा गणपति चौराहे से हुई। रास्ते में एक साइकिल सवार भी यात्रा में शामिल हुआ और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुछ पलों के लिए पैदल यात्रा को विराम देते हुए उसकी साइकिल के पैडल मारते नजर आए। इंदौर के मशहूर शायर राहत इंदौरी के बेटे सतलज राहत भी यात्रा में शामिल हुए। सतलज ने बताया कि उन्होंने अपने दिवंगत पिता पर केंद्रित दो किताबें गांधी को पदयात्रा के दौरान भेंट कीं जिनमें राहत इंदौरी की आत्मकथा शामिल है।
read moreअगले पांच वर्षों तक अफगानिस्तान के घरेलू मैचों की मेजबानी करेगा यूएई संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अगले पांच वर्षों तक अफगानिस्तान के घरेलू मैचों की मेजबानी करेगा। इस संबंध में दोनों देश के क्रिकेट बोर्ड ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। अफगानिस्तान में राजनीतिक स्थिति को देखते हुए यह फैसला किया गया है। अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय टीमों की मेजबानी नहीं करता है। समझौते के तहत टेस्ट खेलने वाला देश अफगानिस्तान इन पांच वर्षों में हर साल यूएई के साथ तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेलेगा। अमीरात क्रिकेट बोर्ड के महासचिव मुबाशिर उस्मानी ने बयान में कहा, ‘‘हम एसीबी (अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के लिए यह सुनिश्चित करके खुश हैं कि उनके पास खेलने के लिए घरेलू मैदान है। हम यूएई की टीम के खिलाफ हर साल टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला खेलने के लिए सहमति जताने पर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का आभार व्यक्त करते हैं।’’ अभी तक अफगानिस्तान की टीम श्रृंखला दर श्रृंखला के आधार पर अपने अभ्यास सत्र और मैचों का आयोजन कर रही थी। आईसीसी के भविष्य के दौरा कार्यक्रम के अनुसार अफगानिस्तान को अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की वनडे श्रृंखला के लिए मेजबानी करनी है जबकि उसे जिंबाब्वे के खिलाफ सभी प्रारूपों में खेलना है। अफगानिस्तान अपने मैच अबू धाबी, दुबई और शारजाह में खेलेगा।
read moreएसीए के नए अध्यक्ष ने कहा कि क्रिकेट को गुवाहाटी से आगे ले जाने पर ध्यान दें असम क्रिकेट संघ (एसीए) के अध्यक्ष तरंगा गोगोई ने कहा कि नयी समिति का ध्यान इस खेल को गुवाहाटी से आगे छोटे शहरों में ले जाने पर होगा। गोगोई के अगुवाई में नयी समिति ने रविवार को अपना कार्यभार संभाला। उन्होंने कहा कि उनकी समिति बुनियादी ढांचा और कोचिंग सुविधाएं प्रदान करने पर ज्यादा ध्यान देगी। एसीए अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद गोगोई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि क्रिकेट केवल गुवाहाटी तक ही सीमित न रहे। ’’ गोगोई का संबंध भारतीय जनता पार्टी से है और वह नाहरकटिया निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक बने है। उन्होंने खेल के विकास के लिए उचित बुनियादी ढांचे और कोचिंग सुविधाओं के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पूर्ववर्ती समिति ने राज्य भर में बहुत सारे बुनियादी ढांचे के विकास कार्य शुरू किए हैं। हम उन्हें पूरा करने के साथ-साथ नए कार्य भी शुरू करने की सोच रहे हैं। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि हमारे क्रिकेटरों के लिए पर्याप्त कोचिंग और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों।’’ उन्होंने यह भी कहा कि एसीए भारतीय क्रिकेट बोर्ड से से गुवाहाटी को अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच आवंटित करने के लिए कहेगा, जिसमें भारत में 2023 में होने वाले विश्व कप मैच भी शामिल हैं। गोगोई सहित पांच अन्य को रविवार को एसीए की शीर्ष परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था। राजदीप ओझा एसीए के नये उपाध्यक्ष होंगे, जबकि त्रिदीब कोंवर सचिव होंगे। शीर्ष परिषद के अन्य सदस्यों में राजिंदर सिंह (संयुक्त सचिव), चिरंजीत लंगथासा (कोषाध्यक्ष) और अनुपम डेका (सदस्य, शीर्ष परिषद) हैं। इसमें दो खिलाड़ियों (सदस्य) को ‘इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन’ और एक सदस्य को असम के महालेखाकार कार्यालय से नामित किया जायेगा। नौ सदस्यीय परिषद का कार्यकाल तीन वर्ष का होता है।
read moreक्रैमारिच के दो गोल, क्रोएशिया ने कनाडा को 4-1 से हराया क्रोएशिया ने मजबूत वापसी करते हुए आंद्रेज क्रैमारिच के दो गोल की मदद से रविवार को यहां फीफा विश्व कप मैच में कनाडा को 4-1 से हराकर बाहर कर दिया। कनाडा की टीम 36 साल में पहली बार विश्व कप में खेल रही थी लेकिन कतर में दो मैचों के बाहर ही टूर्नामेंट से बाहर हो गयी। अलफोंसो डेविस ने दूसरे ही मिनट में कनाडा के लिये विश्व कप का पहला गोल दागा और अपनी टीम को बढ़त दिलायी। पर शुरूआती मैच में मोरक्को से गोलरहित ड्रा खेलने वाली क्रोएशिया ने वापसी कर चार गोल दाग दिये। रूस में 2018 विश्व कप की उप विजेता रही क्रोएशिया के लिये खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में क्रैमारिच (36वें और 70वें मिनट) के अलावा मार्को लिवाजा (44वें मिनट) और लोवरो माएर (90+4वें मिनट) ने भी गोल किये। कप्तान लुका मौद्रिच (37 वर्ष) टूर्नामेंट में अपने पहले गोल की तलाश में थे लेकिन सफल नहीं हुए। यह संभवत: उनका अंतिम विश्व कप है। क्रोएशिया और बेल्जियम को 2-0 से हराकर उलटफेर करने वाली मोरक्को के ग्रुप एफ में चार चार अंक हैं। बेल्जियम के तीन अंक हैं और उसके पास अब भी अगले दौर में पहुंचने का मौका है। कनाडा को पहले दो मैचों में कोई अंक नहीं मिला और गुरूवार को मोरक्को के खिलाफ मुकाबले में जीत भी उसे अगले दौर में नहीं पहुंचा पायेगी। क्रोएशिया का सामना बेल्जियम से होगा। कनाडा इससे पहले 1986 में विश्व कप में पहुंची थी और तब भी ग्रुप चरण में ही बाहर हो गयी थी।
read moreदक्षिण कोरिया के खिलाफ घाना के सामने विश्व कप में बने रहने की चुनौती फीफा विश्व कप की सबसे युवा टीम घाना को अगर टूर्नामेंट में बने रहना है तो उसे सोमवार को दक्षिण कोरिया के खिलाफ ग्रुप एच के मैच में हार से बचना होगा। टूर्नामेंट के अपने शुरुआती मैच में घाना ने दिग्गज क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल को कड़ी टक्कर दी लेकिन उसे 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। टीम के कोच औटो एडो ने इस मुकाबले में रेफरी के रोनाल्डो को पेनल्टी देने के फैसले पर सवाल उठाया था। एडो ने आरोप लगाया था कि रेफरी ने रोनाल्डो को पेनल्टी देकर उन्हें एक गोल तोहफे में दे दी थी। एडो हालांकि बीती बातों को पीछे छोड़कर अगले मुकाबले की तैयारी कर रहे। उन्होंने कहा, ‘‘वह मैच हो गया। हम उसमें अब कुछ नहीं कर सकते। हमारा ध्यान अगले मुकाबले पर है।’’ विश्व कप में घाना का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचना रहा है। दक्षिण कोरिया की टीम 2002 में विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और टीम ने लगातार छठी बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है। दक्षिण कोरिया अपने शुरुआती मैच में उरुग्वे को गोलरहित ड्रॉ पर रोकने में सफल रहा था। टीम की कोशिश जीत के साथ अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत करने की होगी।
read moreपीटी उषा का निर्विरोध आईओए अध्यक्ष चुना जाना तय महान एथलीट पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का अध्यक्ष बनना लगभग तय है क्योंकि 10 दिसंबर को होने वाले चुनावों में शीर्ष पद के लिए वह अकेली उम्मीदवार हैं। वह आईओए की पहली महिला अध्यक्ष होंगी। कई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 58 साल की उषा 1984 के ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थी। उन्होंने रविवार को शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ उनकी टीम के 14 अन्य लोगों ने विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया।
read moreरवीना ने अंतिम दिन जीता स्वर्ण, भारत ने 11 पदकों के साथ अभियान समाप्त किया मौजूदा एशियाई चैम्पियन रवीना ने दमखम के साथ मजबूत प्रदर्शन की बदौलत 63 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता जिससे भारत ने स्पेन के ला नुसिया में युवा पुरूष और महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अपना अभियान 11 पदकों के साथ खत्म किया। रवीना ने फाइनल में नीदरलैंड की मेगन डेक्लेर के खिलाफ अच्छी शुरूआत नहीं करने के बावजूद अपनी तकनीकी क्षमता और तेज गति का भरपूर उपयोग करके प्रभावशाली वापसी की। संघर्ष से भरपूर रहा यह कड़ा मुकाबला एशियाई युवा 2022 की स्वर्ण पदक विजेता रवीना के पक्ष में समाप्त हुआ।
read moreविश्व कप में एक और उलटफेर, मोरक्को ने बेल्जियम को 2-0 से हराया फीफा विश्व कप में रविवार को यहां एक और उलटफेर देखने को मिला जिसमें मोरक्को ने ग्रुप एफ में बेल्जियम को 2-0 से हरा दिया। इस हार से केविन डि ब्रून और 2018 के सेमीफाइनल में पहुंची बेल्जियम पर ग्रुप चरण में बाहर होने का खतरा छा गया है। कोई बड़ा खिताब नहीं जीतने वाली उम्रदराज सितारों की टीम के कई खिलाड़ियों के लिये यह संभवत: अंतिम विश्व कप होगा। मोरक्को के स्थानापन्न अब्देलहामिद साबिरी ने 73वें मिनट में बायीं ओर से फ्री किक पर गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलायी जो गोलकीपर थिबॉट कोर्टोइस के शरीर के नीचे आ गया।
read moreएफपीआई ने नवंबर में भारतीय शेयर बाजार में 31,630 करोड़ रुपये डाले विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) एक बार फिर भारतीय शेयर बाजारों में लौटने लगे हैं। नवंबर में अबतक उन्होंने शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 31,630 करोड़ रुपये डाले हैं। विश्लेषकों का कहना है कि अगस्त और सितंबर में शुद्ध बिकवाल रहने के बाद अब आगे चलकर एफपीआई द्वारा बड़ी बिकवाली की संभावना नहीं है। ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि का चक्र समाप्त होने की संभावना, मुद्रास्फीति में नरमी, अमेरिका के उम्मीद से बेहतर वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा भारतीय अर्थव्यवस्था की जुझारू क्षमता की वजह से एफपीआई भारतीय शेयरों में पैसा लगा रहे हैं।
read moreकमजोर मांग से बीते सप्ताह खाद्य तेलों के भाव टूटे मांग कमजोर होने के कारण बीते सप्ताह दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सरसों, सोयाबीन, मूंगफली सहित अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट आई, जबकि सबसे सस्ता होने की वजह से वैश्विक मांग के चलते कच्चे पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतों में मजबूती दिखाई दी। देश में ‘कोटा प्रणाली’ लागू होने की वजह से बाकी आयात प्रभावित होने से कम आपूर्ति की स्थिति पैदा होने के कारण सोयाबीन तेल (दिल्ली) के भाव में सुधार आया। बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि लगभग छह माह पूर्व जिस सूरजमुखी तेल का भाव कांडला बंदरगाह पर 2,500 डॉलर प्रति टन था वह विदेशों से आपूर्ति में सुधार होने के कारण अब घटकर 1,360 डॉलर प्रति टन रह गया है। सोयाबीन तेल से जिस सूरजमुखी तेल का भाव 350 डॉलर ऊंचा था वह अब सोयाबीन तेल के दाम के मुकाबले 100 डॉलर नीचे हो गया है। यानी जिस सूरजमुखी तेल का भाव लगभग 200 रुपये किलो हुआ करता था वह 88 रुपये घटकर अब 112 रुपये किलो रह गया है। इस बीच, सरकार ने सूरजमुखी का उत्पादन बढ़ाने के लिए इसके न्यूनतम समर्थन मूल्य को 5,400 रुपये क्विंटल से बढ़ाकर 5,800 रुपये क्विंटल कर दिया है लेकिन कोटा व्यवस्था के तहत आयातित सूरजमुखी तेल के कम भाव (112 रुपये किलो) के मुकाबले देश में सूरजमुखी उत्पादक किसानों को सूरजमुखी तेल निकालने की लागत लगभग 40 रुपये किलो अधिक बैठेगी।
read moreगोदरेज प्रॉपर्टीज दिल्ली में मार्च तक शुरू करेगी 8,000 करोड़ रुपये की आवासीय परियोजना संपत्ति की खरीद-बिक्री का काम करने वाली कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज आगामी मार्च तिमाही में दिल्ली के अशोक विहार इलाके में एक लक्जरी (महंगे घर) आवासीय परियोजना लेकर आएगी जिससे उसे 8,000 करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व मिलने की उम्मीद है। कंपनी ने लक्जरी आवासीय परियोजना विकसित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी, 2020 में करीब 27 एकड़ भूमि 1,359 करोड़ रुपये में खरीदी थी। यह जमीन रेल भूमि विकास प्राधिकरण की थी। गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा कि अशोक विहार में अपनी आगामी परियोजना का काम शुरू करने और बिक्री के लिए उसे अंतिम मंजूरी मिलना अभी बाकी है। उन्होंने कहा, ‘‘मंजूरी को लेकर अच्छी प्रगति हो रही है। हमें उम्मीद है कि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में परियोजना शुरू हो जाएगी।’’ पिरोजशा ने कहा कि यह परियोजना कुल 40 लाख वर्गफुट क्षेत्र में विकसित की जाएगी और इससे 8,000 करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व मिलने की उम्मीद है।
read moreचंद्रशेखर ने कहा कि डेटा प्रोटेक्शन बिल से नागरिकों की निजता का हनन नहीं होगा सरकार प्रस्तावित डेटा संरक्षण कानून के तहत नागरिकों की निजता का उल्लंघन नहीं कर सकेगी और उसे सिर्फ असाधारण या अपवाद वाली परिस्थितियों में ही व्यक्तिगत डेटा या ब्यौरे तक पहुंच मिलेगी। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह बात कही है। चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा, महामारी और प्राकृतिक आपदा जैसे परिस्थितियों में ही नागरिकों के व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच सकती है। एक ऑनलाइन चर्चा के दौरान मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय डेटा संचालन रूपरेखा नीति में डेटा से गोपनीय तरीके से निपटने का प्रावधान है। यह डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (डीपीडीपी) विधेयक-2022 के मसौदे का हिस्सा नहीं है। चंद्रशेखर ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रस्तावित डेटा संरक्षण बोर्ड स्वतंत्र होगा और इसमें कोई सरकारी अधिकारी शामिल नहीं होगा। यह बोर्ड डेटा संरक्षण से संबंधित मामलों को देखेगा। शनिवार शाम को ट्विटर लाइव पर निजता से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने डीपीडीपी बिल-2022 के मसौदे पर सरकार के रुख को स्पष्ट करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘हम कहते हैं कि सरकार इस कानून के जरिये नागरिकों की गोपनीयता का अनिवार्य रूप से उल्लंघन करना चाहती है। क्या यह संभव है?
read moreजनवरी-सितंबर में गुरुग्राम में घरों की बिक्री तीन गुना होकर 24,482 इकाई पर चालू कैलेंडर साल के पहले नौ माह यानी जनवरी-सितंबर के दौरान गुरुग्राम में सालाना आधार पर घरों की बिक्री तीन गुना से अधिक होकर 24,482 इकाई पर पहुंच गई है। एनारॉक के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। एक साल पहले समान अवधि में गुरुग्राम में आवासीय इकाइयों बिक्री 7,725 रही थी। मुंबई मुख्यालय वाली संपत्ति सलाहकार कंपनी एनारॉक द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, नोएडा में इस अवधि में घरों की बिक्री 52 प्रतिशत बढ़कर 5,040 इकाई पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,315 इकाई थी। जनवरी-सितंबर, 2022 के दौरान ग्रेटर नोएडा में घरों बिक्री 46 प्रतिशत बढ़कर 8,651 इकाई हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 5,925 इकाई थी। इसी तरह गाजियाबाद में घरों की बिक्री बढ़कर 5,395 इकाई रही, जो पिछले साल की समान अवधि के 3,510 इकाई के आंकड़े से 54 प्रतिशत अधिक है। फरीदाबाद में बिक्री 1,018 इकाइयों से लगभग तीन गुना होकर 2,890 इकाई हो गई। एनारॉक के आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी-सितंबर के दौरान कुल मिलाकर दिल्ली-एनसीआर के बाजार में आवासीय इकाइयों की बिक्री दोगुना से अधिक होकर 49,138 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 22,478 इकाई थी।
read moreबजट 2023-24 : फिमी की बॉक्साइट पर निर्यात शुल्क वापस लेने की मांग खनन कंपनियों के निकाय भारतीय खनिज उद्योग महासंघ (फिमी) ने बॉक्साइट पर निर्यात शुल्क वापस लेने की मांग की है। फिमी ने कहा है कि इस कदम से निचले ग्रेड के खनिज संसाधन का महत्तम इस्तेमाल किया जा सकेगा और बंद बॉक्साइट खदानों को फिर से खोला जा सकेगा। साथ ही इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और विदेशी मुद्रा अर्जित होगी। बॉक्साइट एल्युमीनियम का प्रमुख अयस्क है, इसलिए यह एल्युमीनियम उत्पादकों के लिए आवश्यक कच्चा माल है। फिमी ने वित्त मंत्रालय से अपने बजट-पूर्व प्रस्तावों में कहा, ‘‘बॉक्साइट पर 15 प्रतिशत का निर्यात शुल्क भारतीय गैर-धातुकर्म बॉक्साइट उत्पादकों और निर्यातकों को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। इसलिए बॉक्साइट से निर्यात शुल्क को पूरी तरह से वापस लिया जाना चाहिए।’’ फिमी ने कहा कि भारत बॉक्साइट के मामले में न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय बॉक्साइट बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की क्षमता रखता है। घरेलू एल्युमिना और एल्युमीनियम उत्पादकों की अपनी खुद की (कैप्टिव) खानें हैं या वे देश के पूर्वी और मध्य हिस्सों में स्थित खानों से अपनी आवश्यकता को पूरा करते हैं, जिसमें संयंत्र-ग्रेड बॉक्साइट होता है। दूसरी ओर, देश के पश्चिमी तट (कम एल्युमिना सामग्री और उच्च सिलिका वाला) पर होने वाले बॉक्साइट तकनीकी रूप से उपयुक्त नहीं है और देश में रिफाइनर/स्मेल्टर के लिए आर्थिक रूप से व्यवहार्य नहीं बैठता। हालांकि, इस तरह के गैर-संयंत्र ग्रेड बॉक्साइट को कुछ देशों में खनिज की कमी की वजह से खरीदा जाता है। फिमी ने कहा कि देश के पश्चिमी तट से गैर-संयंत्र ग्रेड बॉक्साइट के निर्यात से 50,000 श्रमिकों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलता है। फिमी ने कहा कि भारत में निचले ग्रेड के बॉक्साइट की उपलब्धता घरेलू मांग से काफी अधिक है। इसका महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों से निर्यात किया जाता है। उद्योग निकाय ने कहा कि बॉक्साइट पर 15 प्रतिशत के निर्यात शुल्क से इस अयस्क का उत्पादन और निर्यात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
read moreरिपोर्ट कहती है कि सड़क परिवहन और राजमार्गों की अधिकांश परियोजनाएं समय से पीछे हैं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग क्षेत्र में सबसे अधिक 243 परियोजनाएं देरी से चल रही हैं। इसके बाद 114 परियोजनाओं के साथ रेलवे और 89 परियोजनाओं के साथ पेट्रोलियम क्षेत्र का स्थान है। एक सरकारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग से संबंधित 826 में से 243 परियोजनाएं देरी से चल रही हैं। रेलवे की 173 परियोजनाओं में 114 देरी से आगे बढ़ रही हैं। पेट्रोलियम क्षेत्र की 142 में 89 परियोजाएं समय से पीछे हैं। अवसंरचना और परियोजना निगरानी प्रभाग (आईपीएमडी) केंद्रीय क्षेत्र की 150 करोड़ रुपये या इससे अधिक लागत की परियोजनाओं की निगरानी करता है। यह सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के तहत आता है। रिपोर्ट के अनुसार, मुनीराबाद-महबूबनगर रेल परियोजना सबसे लंबित परियोजना है। यह अपने निर्धारित समय से 276 महीने पीछे है। इसके अलावा 247 महीने के साथ उधमपुर-श्रीनगर बारामूला रेल परियोजना दूसरी सबसे देरी से चल रही परियोजना है। अक्टूबर महीने की रिपोर्ट में केंद्र सरकार की 150 करोड़ रुपये या इससे अधिक लागत की 1,521 परियोजनाओं की स्थिति का ब्यौरा है। समीक्षाधीन महीने में 1,521 परियोजनाओं में नौ परियोजनाएं जोड़ी गई हैं।वहीं 10 परियोजनाएं (नौ सड़क और एक शहरी विकास से संबंधित) पूरी हो गई हैं। कुल 642 परियोजनाएं अपनी मूल समयसीमा से पीछे हैं। वहीं 79 परियोजनाएं ऐसी हैं जिनमें विलंब का समय पिछले महीने की तुलना में और बढ़ गया है। इन 79 में 32 बड़ी यानी 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं हैं।
read moreरिलायंस निप्पॉन लाइफ के अधिग्रहण की दौड़ तेज, भारत आएंगे निप्पॉन के शीर्ष अधिकारी रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी (आरएनएलआईसी) में रिलायंस कैपिटल की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण की दौड़ तेज हो गई है। सूत्रों ने बताया कि संयुक्त उद्यम में जापानी साझेदार के शीर्ष अधिकारी इस सप्ताह भारत का दौरा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि निप्पॉन इंडिया के अधिकारी दिवाला कानून के तहत चल रही समाधान प्रक्रिया से संबंधित अपनी चिंताओं को दूर करने करने भारत आ रहे हैं। जापान की निप्पॉन लाइफ के पास आरएनएलआईसी में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वह रिलायंस कैपिटल की हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ में आदित्य बिड़ला सन लाइफ के प्रवेश का विरोध कर रही है।
read moreसर्दियों के उत्पादों की शुरुआती मांग से एफएमसीजी कंपनियां उत्साहित, ग्रामीण बाजार से भी उम्मीद दैनिक उपभोग का सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनियां सर्दियों के उत्पादों की शुरुआती मांग और सकारात्मक रूझान से उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि पारा जैसे-जैसे गिरता जाएगा, इन उत्पादों का इस्तेमाल भी बढ़ेगा और ग्रामीण इलाकों से वृद्धि को गति मिलेगी। डाबर, इमामी और मैरिको जैसी कंपनियों के सर्दियों के उत्पादों की बिक्री तेज हुई है जिनमें त्वचा की देखभाल वाले उत्पादों से लेकर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले च्यवनप्राश और शहद जैसे उत्पाद शामिल हैं। कंपनियों को उम्मीद है कि फसल अच्छी रहने और सामान्य मुद्रास्फीति में नरमी आने से आगामी तिमाहियों में ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री बढ़ेगी। ई-कॉमर्स और व्यापार के आधुनिक माध्यमों पर भी सर्दियों के उत्पादों की बिक्री अच्छी बनी हुई है। मैरिको में मुख्य परिचालन अधिकारी (भारत में कारोबार) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (नया कारोबार) संजय मिश्रा ने कहा कि सफोला इम्युनिवेदा श्रृंखला के उत्पादों और बॉडी लोशन जैसे के लिए सर्दियों का मौसम अहम होता है जिनके लिए विशेषकर उत्तरी क्षेत्र से मांग आती है। उन्होंने कहा, ‘‘सर्दियों शुरू होने के साथ ही इस साल भी इन उत्पादों का इस्तेमाल बढ़ गया है।’’ मिश्रा ने कहा, ‘‘हमें भरोसा है कि इन सर्दियों में बॉडी लोशन की श्रेणी में मांग में वृद्धि सालाना आधार पर 50 प्रतिशत से अधिक रहेगी।’’ डाबर इंडिया लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी आदर्श शर्मा ने कहा, ‘‘अभी तो सर्दियां शुरू ही हुई हैं, हमारे उत्पादों की शुरुआती मांग में निरंतरता बनी हुई है। यदि इस बार अच्छी ठंड पड़ेगी तो मांग में और तेजी आएगी।’’ उन्होंने कहा कि शहरी बाजारों की तुलना में ग्रामीण बाजारों में मांग अब भी कम है। हालांकि, फसल अच्छी रहने से आगामी तिमाही में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली मांग में वृद्धि की उम्मीद है। इमामी में अध्यक्ष (बिक्री-सीसीडी) विनोद राव ने कहा कि मुद्रास्फीति के कारण मांग संबंधी चुनौतियों के बावजूद कंपनी के सर्दियों के उत्पादों का प्रदर्शन ग्रामीण बाजारों के साथ-साथ थोक बिक्री भी में अच्छा रहने वाला है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इस वर्ष बड़े पैकेट वाले उत्पादों की बिक्री भी बढ़ी है।
read moreसीआईआई ने रिजर्व बैंक से ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाने को कहा उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने रविवार को कहा कि भारतीय उद्योग जगत बीते दिनों ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी के प्रतिकूल असर को महसूस कर रहा है। इसके साथ ही सीआईआई ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अनुरोध किया है कि वह ब्याज दर में बढ़ोतरी की रफ्तार घटाए। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में अभी तक रेपो दर में 1.
read moreअगले महीने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का होगा अनावरण अगले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास रहने के दौरान देश की ओर से वैश्विक निकाय को भेंट के तौर पर यहां महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। यहां संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में महात्मा गांधी की यह पहली प्रतिमा होगी। अगले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर की संयुक्त राष्ट्र की यात्रा के दौरान इस आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। प्रसिद्ध भारतीय मूर्तिकार पद्म श्री सम्मानित राम सुतार ने यह मूर्ति बनायी है। सुतार ने ही गुजरात में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का डिजायन तैयार किया था। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रूचिरा कंबोज ने यहां एक विशेष साक्षात्कार में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के विशाल उत्तरी लॉन में यह आवक्ष प्रतिमा लगायी जाएगी। भारत की तरफ से उपहार यह आवक्ष प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में लगाई जाने वाली गांधी की पहली मूर्ति होगी। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय दुनियाभर के उपहारों एवं कलाकृतियों को गर्व के साथ प्रदर्शित करता है। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की उल्लेखनीय कलाकृतियों में जर्मनी द्वारा दान दी गयी बर्लिन की दीवार का एक हिस्सा, सोवियत कलाकृति ‘लेट अस बीट स्वोर्ड्स इंटू प्लाउशेयर’ दक्षिण अफ्रीका द्वारा दी गयी नेल्सन मंडेला की आदमकद प्रतिमा, पब्लो पिकासो की ‘गुएर्निका’ चित्रयवनिका शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रदर्शित भारत का एक मात्र दूसरा उपहार 11 वीं सदी की सूर्यदेव की काले पत्थर की मूर्ति है जिसे 26 जुलाई, 1982 में दान किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाल काल की यह मूर्ति संयुक्त राष्ट्र को भेंट की थी। महासचिव जेवियर पेरेज़ डी क्यूएलर ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से उसे स्वीकार किया था। उसे कांफ्रेंस बिल्डिंग में प्रदर्शित किया गया है। कंबोज ने कहा कि गांधी की आवक्ष प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय ग्राउंड में ‘बहुत प्रतिष्ठित स्थान’ नॉर्थ लॉन में लगायी जाएगी। इस आवक्ष प्रतिमा का 14 दिसंबर को अनावरण किया जाएगा औरकार्यक्रम में सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों के प्रतिनिधियों के उपस्थित रहने की संभावना है। उसमें वे नये सदस्य भी शामिल होंगे जो एक जनवरी, 2023 से परिषद का सदस्य बनने जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और संयुक्त राष्ट्र के 77 वीं महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी के भी शामिल होने की संभावना है। इस कार्यक्रम की महत्ता रेखांकित करते हुए कंबोज ने कहा कि महात्मा गांधी की अहिंसा एवं शांति की विरासत स्थायी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कथन ‘ यह युग युद्ध का नहीं है’ उस धरोहर को बतलाता है और दुनिया ने व्यापक रूप से उसे स्वीकार किया है।
read moreइमरान खान ने कहा कि वजीराबाद में तीन शूटरों ने मुझे मारने की कोशिश की पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि इस महीने की शुरुआत में वजीराबाद शहर में विरोध मार्च के दौरान तीन शूटरों ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की थी। तीन नवंबर को पंजाब के वजीरिस्तान इलाके में बंदूकधारियों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान पर हमला किया था, जिसमें उनके दाएं पैर में गोली लगी थीं। उस समय वह सरकार पर जल्द चुनाव कराने का दबाव बनाने के लिए आयोजित मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। खान ने शनिवार रात शहर में अपनी पार्टी की एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहले जिन दो हमलावर की पहचान की जा चुकी है, उनमें से एक ने उन पर और ‘पीटीआई’ के अन्य नेताओं पर गोली चलाई थी। दूसरे शूटर ने कंटेनर के सामने वाले हिस्से पर गोलीबारी की जबकि तीसरे हमलावर को पहले हमलावर को खत्म करने का काम सौंपा गया था। खान (70) ने दावा किया कि इस तीसरे हमलावर ने रैली में एक व्यक्ति को मार डाला, जबकि वह पहले हमलावर को मारने की कोशिश कर रहा था। हमले के एक दिन बाद लाहौर के शौकत खानम अस्पताल से राष्ट्र को संबोधित करते हुए खान ने कहा था कि दो हमलावरों ने उनके दाहिने पैर में चार गोलियां मारी थीं। उन्होंने कहा कि वह एक कंटेनर पर थे तभी उन पर “गोलियों की बौछार करने” का निर्देश दिया गया था। उन्होंने कहा,“फिर दूसरा हमला किया गया, उसमें दो लोग शामिल थे।” खान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह आरोप भी लगाया कि उनकी हत्या के असफल प्रयास में जिन तीन लोगों का हाथ था, वे उन्हें फिर से निशाना बनाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। खान ने कई बार आरोप लगाया है कि उन पर हमले के पीछे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ‘काउंटर इंटेलिजेंस विंग’ के प्रमुख मेजर-जनरल फैसल नसीर का हाथ था।
read moreचीन में कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन, संक्रमण के मामले रिकॉर्ड स्तर पर चीन में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इस बीच, देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और रविवार को करीब 40,000 नए मामले सामने आए। चीन में इस प्रकार के प्रदर्शन होना दुर्लभ बात है। चीनी सोशल मीडिया और ट्विटर पर उपलब्ध कई वीडियो में लोग शंघाई समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन करते और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) तथा देश के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। ऐसा बताया जा रहा है कि कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। कई वीडियो में विभिन्न विश्वविद्यालय परिसरों में छात्र लॉकडाउन का विरोध करते दिखाई दिए। इस बीच, सरकार ने शनिवार को शिनजियांग की राजधानी उरुमकी से लॉकडाउन हटाने के लिए कदम उठाए। उरुमकी में बृहस्पतिवार को लॉकडाउन के दौरान एक अपार्टमेंट में आग लग जाने से 10 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद वहां सप्ताहांत में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए। पुलिस ने आधी रात में ‘मिडल उरुमकी रोड’ पर एकत्र हुए करीब 300 प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया। झाओ नाम के एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि उसके एक मित्र को पुलिस ने पीटा और उसके दो मित्रों के खिलाफ मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया गया। प्रदर्शनकारी ने अपना उपनाम ही बताया। उसने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने ‘शी चिनफिंग, इस्तीफा दो, कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो’, ‘शिनजियांग से प्रतिबंध हटाओ, चीन से प्रतिबंध हटाओ’, ‘हम पीसीआर (जांच) नहीं कराना चाहते, स्वतंत्रता चाहते हैं’ और ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ सहित कई नारे लगाए। इससे पहले शनिवार को, शिनजियांग क्षेत्र के अधिकारियों ने उरुमकी में कुछ मोहल्लों से प्रतिबंध हटा दिया। उरुमकी के निवासियों द्वारा शहर में तीन महीने से अधिक समय से लागू ‘लॉकडाउन’ के खिलाफ देर रात असाधारण प्रदर्शन किए जाने के बाद अधिकारियों को प्रतिबंध हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई लोगों का आरोप है कि वायरस संबंधी प्रतिबंधों के मद्देनजर लगाए गए अवरोधकों के कारण आग और भीषण हो गई तथा आपात कर्मियों को आग बुझाने में तीन घंटे का समय लगा, लेकिन अधिकारियों ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि इमारत में कोई अवरोधक नहीं लगाए गए थे तथा निवासियों को वहां से जाने की अनुमति थी। इस बीच, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को बताया कि देश में शनिवार देर तक संक्रमण के 39,501 मामले सामने आए। देश में लगातार चौथे दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। शंघाई जैसे प्रमुख शहरों में मामलों में अप्रैल में आई तेजी के बाद से यह संख्या सर्वाधिक है।
read moreनामीबिया में औपनिवेशिक काल के एक जर्मन अधिकारी ‘कर्ट वॉन फ्रॉन्स्वा’ की प्रतिमा हटाई गई नामीबिया में औपनिवेशिक काल के एक जर्मन अधिकारी ‘कर्ट वॉन फ्रॉन्स्वा’ की प्रतिमा हटाए जाने के बाद उपनिवेश विरोधी कार्यकर्ताओं की जीत हुई है। इस प्रतिमा को देश की राजधानी में विंडहोक सिटी काउंसिल के सामने से अब हटा दिया गया है। वर्ष 1990 में आजादी हासिल करने वाले नामीबिया में दक्षिण अफ्रीका के शासन से पहले जर्मनी का औपनिवेशिक शासन था। हमने नामीबिया के राजनीति विज्ञानी हेनिंग मेल्बर से इस हंगामे और जर्मन अधिकारी फ्रॉन्स्वा के बारे में पूछा। यह प्रतिमा खबरों में क्यों है?
read moreनेपाल चुनाव में मंत्रियों और 60 सांसदों सहित कई वरिष्ठ नेता हारे; युवाओं ने जीत दर्ज की नेपाल के संसदीय चुनावों में मंत्रियों और 60 मौजूदा सांसदों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के कई वरिष्ठ नेताओं को शिकस्त का सामना करना पड़ा है, जबकि युवाओं ने जीत दर्ज की है। संसदीय चुनाव के लिए प्रत्यक्ष मतदान के नतीजे घोषित किया जाना संपन्न होने के करीब है, ऐसे में नेपाल के शीर्ष राजनीतिक दलों ने एक नयी सरकार के गठन के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) और सात प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनाव इसी माह हुए थे। मतगणना सोमवार को शुरू हुई थी। मधेस (तराई) क्षेत्र आधारित दलों के दो वरिष्ठ नेता चुनाव हार गये, जिनमें जनता समाजवादी पार्टी के प्रमुख उपेंद्र यादव और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र महतो शामिल हैं। देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) :सीपएन-यूएमएल: से चुनाव हारने वालों में पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईश्वर पोखरेल,उपाध्यक्ष सुरेंद्र पांडे, महासचिव शंकर पोखरेल और उप महासचिव प्रदीप गयावली शामिल हैं। शिकस्त का सामना करने वाले अन्य शीर्ष नेताओं में सीपीएन माओइस्ट-सेंटर के महासचिव देव गुरुंग, उप महासचिव और ऊर्जा मंत्री पम्पा भुशाल और उप महासचिव गिरिराजमणि पोखरेल शामिल हैं। गृह मंत्री और नेपाली कांग्रेस के नेता बालकृष्ण खांड और मौजूदा सरकार में पर्यटन एवं नागर विमानन मंत्री जीवन राम श्रेष्ठ भी चुनाव हार गये। पूर्व प्रधानमंत्री एवं सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट के वरिष्ठ नेता झालानाथ खनल और पूर्व विदेश मंत्री एवं नेपाली कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सुजाता कोइराला को भी चुनाव में शिकस्त मिली है। कई युवा और नये चेहरे प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गये हैं। पूर्व टीवी पत्रकार रवि लमीछाने द्वारा महज छह महीने पहले गठित राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने प्रत्यक्ष चुनाव में सात सीट पर जीत दर्ज की और आनुपातिक पद्धति के तहत 10 लाख से अधिक वोट हासिल किये हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन ने 85 सीट पर जीत दर्ज की। यह पांच दलों का गठबंधन है। वहीं, सीपीएन-यूएमएल नीत गठजोड़ ने 55 सीट पर जीत दर्ज की। उल्लेखनीय है कि 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में, 165 सदस्यों का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से किया जा रहा, जबकि शेष 110 को आनुपातिक प्रणाली से चुना जा रहा। स्पष्ट बहुमत के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को 138 सीट की जरूरत होगी।
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