तमिलनाडु में सांडों को खिला-पिलाकर किया जा रहा जल्लीकट्टू के लिए तैयार
National तमिलनाडु में सांडों को खिला-पिलाकर किया जा रहा जल्लीकट्टू के लिए तैयार

तमिलनाडु में सांडों को खिला-पिलाकर किया जा रहा जल्लीकट्टू के लिए तैयार तमिलनाडु के मदुरै में सांडों को ‘विशेष आहार योजना’ के तहत ताजी घास, चावल की चोकर, काले व लाल चने की भूसी और भरपूर पानी पिलाकर जल्लीकट्टू उत्सव के लिए तैयार किया जा रहा है। सांडों को प्रदान किए जाने वाले भोजन में घास का एक बड़ा पैकेट, कपास के बीज और मकई से बना चारा भी शामिल है। इस तरह के खाद्य पदार्थों को बड़े करीने से तीन वर्गों में विभाजित किया गया है। सुबह, दोपहर और शाम को सांडों को ये खाद्य पदार्थ प्रदान किए जाते हैं। पशुपालन का अनुभव रखने वाली चरवाही सुंदरवल्ली ने बताया कि सांडों के लिए पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने के लिए यह आहार योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा, “हम हर समय पौष्टिक भोजन प्रदान करते हैं। हालांकि, अब हम पोषण सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं क्योंकि जल्लीकट्टू आने वाला है और इसके लिए सांडों को शारीरिक रूप से अधिक मजबूत होने की आवश्यकता होती है।” सुंदरवल्ली ने कहा, “पहला पूर्ण भोजन सुबह साढ़े नौ बजे होता है जब हम चावल की भूसी से पूरी तरह भरी हुई बाल्टी सांड को देते हैं।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा हर समय ताजी घास और पर्याप्त पानी प्रदान किया जाता है। दोपहर के भोजन में मक्काचोलम (मकई), परुथी विधान (कपास के बीज से बना केक), नेल थविडु (चावल की भूसी) और उलुंडु-थुवरम डूसी (काले व लाल चने की भूसी) शामिल हैं। पच्छा नेल्लू (कच्चे चावल की भूसी) और पुजुंगा नेलू (उबले चावल की भूसी) का वैकल्पिक रूप से उपयोग किया जाता है। सुंदरवल्ली ने बताया कि शाम का भोजन हल्का होता है और यह सुबह व दोपहर में प्रदान किए जाने वाले भोजन से मिला-जुला होता है। उन्होंने कहा, “हम थविदु थनीर (पानी मिश्रित चोकर) भी देते हैं। सांडों को कसरत कराई जाती है, जिसमें उन्हें लंबी सैर पर ले जाना, दौड़ाना और तैराना शामिल है। इससे वे तंदरुस्त रहते हैं और उन्हें अच्छी भूख भी लगती है।” पारंपरिक रूप से जल्लीकट्टू तमिल महीने थाई में शुरू होता है। थाई महीना जनवरी में शुरू होता है और फरवरी में समाप्त होता है। जल्लीकट्टू कम से कम 3-4 महीने तक चलता है। यह राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया जाता है। हालांकि मदुरै जिले के अलंगनल्लूर, पालामेडु और अवनियापुरम में इसका बड़े पैमाने पर आयोजन किया जाता है। उच्चतम न्यायालय ने आठ दिसंबर, 2022 को सांडों को वश में करने के इस खेल के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। शीर्ष अदालत ने कहा था कि जल्लीकट्टू को खूनी खेल नहीं कहा जा सकता क्योंकि इसमें किसी तरह के शस्त्रों का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

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गहलोत के अंतिम बजट में युवाओं, सामाजिक कल्याण योजनाओं पर जोर देने की उम्मीद
National गहलोत के अंतिम बजट में युवाओं, सामाजिक कल्याण योजनाओं पर जोर देने की उम्मीद

गहलोत के अंतिम बजट में युवाओं, सामाजिक कल्याण योजनाओं पर जोर देने की उम्मीद राजस्थान में अशोक गहलोत नीत कांग्रेस सरकार के मौजूदा कार्यकाल के आखिरी बजट में युवाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए महंगाई से मुकाबले के लिए समाज कल्याण योजनाओं पर ध्यान दिया जा सकता है। राज्य के बजट में राहुल गांधी के सुझावों की झलक भी मिल सकती है, जो उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान प्राप्त प्रतिक्रियाओं पर आधारित हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि राज्य सरकार महंगाई के असर को कम करने के लिए गरीब परिवारों को हर साल 500 रुपये प्रति सिलेंडर के मूल्य पर 12 सिलेंडर देगी। कुछ दिन पहले भारत जोड़ो यात्रा के तहत अलवर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा था कि सरकार रसोई किट देने पर भी विचार करेगी। साथ ही, राज्य सरकार अस्थायी (गिग) अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए भी प्रावधान ला सकती है। राहुल गांधी ने भी इस तरह का सुझाव दिया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह कदम आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बढ़त दिला सकता है।

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महाराष्ट्र सरकार अतिरिक्त बीमारियों को स्वास्थ्य योजना में शामिल करने पर विचार करेगी: शिंदे
National महाराष्ट्र सरकार अतिरिक्त बीमारियों को स्वास्थ्य योजना में शामिल करने पर विचार करेगी: शिंदे

महाराष्ट्र सरकार अतिरिक्त बीमारियों को स्वास्थ्य योजना में शामिल करने पर विचार करेगी: शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार अधिकतम जरूरतमंद लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए अतिरिक्त बीमारियों को शामिल करने के वास्ते अपनी स्वास्थ्य योजना पर फिर से विचार करेगी। उन्होंने यहां बालासाहेबंची शिवसेना की ठाणे इकाई द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में कहा कि जरूरतमंद रोगियों के लिए स्वास्थ्य योजना के दायरे में अधिक बीमारियों को लाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने शिविर में रक्तदान भी किया। उन्होंने कहा कि सरकार महात्मा ज्योतिराव फुले योजना के तहत रोगियों के लिए अतिरिक्त बीमारियों को शामिल करेगी, जबकि कुछ अन्य बीमारियां जो अब प्रासंगिक नहीं हैं, उन्हें योजना से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि इस योजना से अधिक से अधिक उन लोगों को लाभ मिले और जो महंगा इलाज नहीं करा सकते हैं।’’ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष ‘‘जो ढाई साल से बंद था’’, उसे शुरू कर दिया गया है और पिछले पांच महीनों में एक हजार से अधिक लोगों को 11 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और उनकी पार्टी पिछले पांच-छह महीनों में अपने कामकाज की वजह से लोगों के बीच लोकप्रिय हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘हम शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे और पार्टी के नेता दिवंगत आनंद दीघे के आदर्शों और सिद्धांतों पर चल रहे हैं।

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‘लकी ड्रॉ’ के बहाने 2.10 लाख रुपये ठगे
National ‘लकी ड्रॉ’ के बहाने 2.10 लाख रुपये ठगे

‘लकी ड्रॉ’ के बहाने 2.10 लाख रुपये ठगे मुंबई के उपनगर बोरीवली में लॉटरी के नाम पर एक शख्स से दो लाख रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि शिकायत के आधार पर एमएचबी पुलिस ने हाल में प्राथमिकी दर्ज की है। शिकायतकर्ता ने 2019 में एक ऑनलाइन स्टोर से कोई सामान खरीदा था। उसने बताया कि दो साल बाद उसे पश्चिम बंगाल से एक पत्र मिला जो कथित रूप से स्टोर से भेजा गया था जिसमें कहा गया था कि उनका चयन ‘लकी ड्रॉ’ के लिए किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित को एक ‘स्क्रेच कार्ड’ मिला,जिससे पता चला कि वह पहले पुरस्कार के तौर पर 10.

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अब तक अंजान रहा मोंतांग त्रिपुरा के पर्यटन मानचित्र पर बना रहा जगह
National अब तक अंजान रहा मोंतांग त्रिपुरा के पर्यटन मानचित्र पर बना रहा जगह

अब तक अंजान रहा मोंतांग त्रिपुरा के पर्यटन मानचित्र पर बना रहा जगह त्रिपुरा के खोआई जिले में अठारामुरा की पहाड़ियों पर स्थित मोंतांग अपनी सुदंरता की वजह से पर्यटकों के लिए नया आकर्षण का केंद्र बन रहा है। हाल में ही मोंतांग का दौरा करकर लौटे त्रिपुरा विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के शिक्षक प्रसन्नजीत देबनाथ बताते हैं कि इस पहाड़ी को देखने के लिए स्थानीय निवासी और पर्यटक बड़ी तादाद में आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा के स्थानीय लोग इसे ‘शांति का पहाड़’ कहते हैं जिसपर बादल घुमड़ते नजर आते हैं। चकमाघाट बैराज के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 से पतली सड़क करीब 30 किलोमीटर दूर अठारामुरा पहड़ी तक जाती है। यह स्थान त्रिपुरा की राजधानी से करीब 80 किलोमीटर दूर है। यह स्थान उस समय चर्चा में आया जब फिल्मकार के पेशे से राजनीति में आए कमल कलाई ने बांस से बने घरों पर वृत्तचित्र ‘टोंग घर’ बनाया जिनमें वह स्वयं समय बिताकर लौटे थे। स्वयं आदिवासी समुदाय से आने वाले कलाई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘रोजाना की व्यस्त जिंदगी से दूर कुछ समय निकालकर मैंने टोंग घर में बिताने का सोचा। मैंने सोचा कि ‘झूम खेती’ से एकत्र चावल और सब्जियों को पकाऊंगा और पहाड़ी पर बहने वाली छोटी नदियों से मछली पकड़ कर पकाऊंगा।’’ उन्होंने बताया कि वहां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आने के बाद उक्त स्थान पर्यटल स्थल बना गया और बड़ी संख्या में यात्री और प्राकृति प्रेमी आने लगे। कलाई पिछले साल अप्रैल में चुनाव जीतने के बाद अब त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्रीय स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के सदस्य हैं। इस परिषद के अंतर्गत राज्य के दो तिहाई इलाके आते हैं। आदिवासी परिषद का कार्यकारी सदस्य बनने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कोष मिला जिससे उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग आठ से मोंतांग तक सडक़ बनाई जो उनके निर्वाचन क्षेत्र में आता है और ‘टोंग घर’ वहां बनाया। कलाई ने कहा, ‘‘मेरा सपना उसे पूर्ण पर्यटन स्थल बनाने का है। टीटीएएडीसी के पास पर्याप्त धन खर्च करने के लिए नहीं है। इसलिए मैं चाहता हूं कि राज्य पर्यटन विभाग वहां के विकास पर ध्यान दे। कानून व्यवस्था को भी देखा जाना चाहिए क्योंकि लोग इस स्थान को देखने के लिए लगातार आ रहे हैं।

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असम के ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित पुष्पोत्सव में जुटी भीड़
National असम के ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित पुष्पोत्सव में जुटी भीड़

असम के ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित पुष्पोत्सव में जुटी भीड़ पूर्वी असम का खुमटइ इलाका नये साल के अवसर पर फूलों की खुशबू से ‘‘महक’’ रहा है, जहां पुष्पोत्सव में भारी भीड़ जुट रही है। गोलाघाट जिले के इस हिस्से में आयोजित पुष्पोत्सव में डहलिया, बोगनविलिया, गुलाब, रजनीगंधा और कई अन्य किस्म के फूल लोगों और और खरीदारों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। जुगीबाड़ी ग्रामीण पर्यटन केंद्र में आयोजित दो दिवसीय यह उत्सव रविवार को समाप्त हो रहा है, जिसमें लगभग 10,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। खुमटइ से विधायक मृणाल सैकिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यहां के सभी घरों में फूल खूब उगाए जाते हैं। हम लोगों को जागरूक करना चाहते हैं कि ये भी आजीविका का साधन हो सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि लगभग चार महीने पहले इस उत्सव की तैयारी शुरू हो गई थी ताकि स्थानीय लोगों को हिस्सा लेने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। पुष्पोत्सव से जुड़े एक स्थानीय युवा प्रद्युत खौंद ने कहा, ‘‘हमारे पास 34 स्टॉल थे और सभी को बहुत पहले बुक कर लिया गया था। हम स्टॉल के लिए कई अनुरोधों को पूरा नहीं कर सके।’’ उन्होंने कहा कि दो दिन में 10,000 से अधिक लोगों ने पुष्पोत्सव का लुत्फ उठाया, जबकि इस अवधि के दौरान लगभग 10 लाख रुपये के पौधे बेचे गए। रेणु सैकिया ने कहा कि अब तक फूल उगाना उनके लिए ‘‘महज शौक’’ था, लेकिन पुष्पोत्सव ने उन्हें आजीविका कमाने में सक्षम बनाया है।

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इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों पर कैग रिपोर्ट को लेकर सरकार, विपक्ष के बीच वाकयुद्ध
National इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों पर कैग रिपोर्ट को लेकर सरकार, विपक्ष के बीच वाकयुद्ध

इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों पर कैग रिपोर्ट को लेकर सरकार, विपक्ष के बीच वाकयुद्ध बिहार में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों के कामकाज पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग)की एक रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राज्य की महागठबंधन सरकार और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों के कामकाज पर 31 मार्च, 2021 को समाप्त वर्ष को लेकर हाल ही में बिहार विधानसभा में पेश कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एसएंडटी) विभाग और भवन निर्माण विभाग (बीसीडी) ने 2016-21 की अवधि के दौरान कुल बजट प्रावधान का क्रमश: 46 और 22 प्रतिशत वापस किया जबकि राज्य सरकार ने फरवरी 2016में अवसर बढ़े आगे पढ़ें (एबीएपी) योजना के तहत 46 इंजीनियरिंग कॉलेजों/पॉलिटेक्निक संस्थानों की स्थापना के लिए 3,857 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।

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विहिप की बैठक में धार्मिक कट्टरता के खिलाफ संकल्प पारित किया गया
National विहिप की बैठक में धार्मिक कट्टरता के खिलाफ संकल्प पारित किया गया

विहिप की बैठक में धार्मिक कट्टरता के खिलाफ संकल्प पारित किया गया विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने धार्मिक कट्टरता के खिलाफ एक संकल्प पारित किया है और अवैध मतांतरण (धर्मांतरण) को प्रतिबंधित करने के लिए एक कठोर कानून बनाने तथा देश में ‘समान नागरिक संहिता’ लागू करने की मांग की। विहिप के पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी। विहिप ने धार्मिक कट्टरता को दुनिया भर में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। रविवार को संपन्न हुई विहिप के प्रन्यासी मंडल व प्रबंध समिति की तीन दिवसीय बैठक के दौरान यह प्रस्ताव पारित किया गया। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने यहां प्रेस वार्ता में कहा,‘‘बैठक में ‘मजहबी कट्टरता-दुष्परिणाम और समाधान’ विषय पर एक महत्वपूर्ण संकल्प पारित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘संकल्प में इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि ‘मेरा मजहब ही सही है, बाकी को इसे स्वीकार करना ही पड़ेगा और यदि वे इसे स्वीकार ना करें तो उनको समाप्त करने का आसमानी आदेश मेरे पास है’ को मानने वाले लोगों ने विश्व की अनेक पुरातन सभ्यताओं को समाप्त कर दिया।’’

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उल्फा (आई) प्रमुख पर जनता के ‘नैतिक दबाव’ के पक्ष में हैं मुख्यमंत्री
National उल्फा (आई) प्रमुख पर जनता के ‘नैतिक दबाव’ के पक्ष में हैं मुख्यमंत्री

उल्फा (आई) प्रमुख पर जनता के ‘नैतिक दबाव’ के पक्ष में हैं मुख्यमंत्री असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को कहा कि राज्य के लोगों को प्रतिबंधित उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरुआ पर इस बात के लिए ‘नैतिक दबाव’ बनाना होगा कि वह सम्प्रभुता की मांग करना छोड़ दें। उन्होंने कहा, लोगों को बरुआ को यह मांग छोड़ने के लिए मनाना होगा, ताकि ‘‘इतिहास उन्हें धोखेबाज ना कहे।’’ यहां पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने कहा, ‘‘हमारी (सरकार की) कोशिशें जारी हैं.

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गैंगस्टर भदौरा के शार्प शूटर को नोएडा पुलिस एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया
National गैंगस्टर भदौरा के शार्प शूटर को नोएडा पुलिस एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया

गैंगस्टर भदौरा के शार्प शूटर को नोएडा पुलिस एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया दिल्ली की जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर राकेश योगेश भदौरा के शार्प शूटर को उत्तर प्रदेश विशेष जांच दल (एसटीएफ) और नोएडा पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार रात को एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बदमाश की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की गई थी और उस पर लूटपाट, हत्या सहित 35 से ज्यादा मामले दर्ज थे। उत्तर प्रदेश एसटीएफ (नोएडा यूनिट) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कुलदीप नारायण सिंह ने कहा कि रविवार रात को एसटीएफ को सूचना मिली की कुख्यात गैंगस्टर योगेश भदौरा के गिरोह का शार्प शूटर कपिल अपने साथियों के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से गौतम बुद्ध नगर में आया है।

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राजस्थान के सीकर में ट्रक, एसयूवी की टक्कर में 10 लोगों की मौत
National राजस्थान के सीकर में ट्रक, एसयूवी की टक्कर में 10 लोगों की मौत

राजस्थान के सीकर में ट्रक, एसयूवी की टक्कर में 10 लोगों की मौत राजस्थान के सीकर जिले में एक एसयूवी ने मोटरसाइकिल को टक्कर मारने के बाद एक ट्रक को टक्कर मार दी, जिससे 10 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि घटना पलसाना-खंडेला मार्ग पर माजी साहब की ढाणी के पास उस वक्त हुई, जब एसयूवी के चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और दोपहिया वाहन पर सवार बीरबल (50) और उनकी पत्नी जानकी देवी (45) को बुरी तरह से कुचल दिया। पुलिस ने कहा कि एसयूवी इसके बाद ड्रिलिंग रिग मशीन ले जा रहे एक ट्रक से टकरा गया, जिससे एसयूवी में सवार आठ लोगों की मौत हो गई। ये सभी खंडेला में गणेश धाम जा रहे थे। घटना में मारे गए सभी लोग चोमू कस्बे के सामोद के रहने वाले थे। हादसे के कारण सड़क पर भारी जाम लग गया, जिसे बाद में पुलिस ने हटा दिया। खंडेला के थाना प्रभारी (एसएचओ) सोहन लाल ने कहा, ‘‘एसयूवी और ट्रक के बीच हुए हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। एसयूवी ने एक बाइक को भी टक्कर मारी थी।’’ उन्होंने बताया कि मारे गए आठ एसयूवी सवारों की पहचान विजय (27), पूनम (26) और उनकी डेढ़ वर्षीय बेटी निक्कू, अनुराधा (25), अरविंद (23), रेखा (23), अजय (20), गोलू (ढाई) के रूप में हुई है। एसएचओ ने कहा कि शवों को पलसाना और खंडेला के शवगृह में रखा गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए सीकर रेफर कर दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने कहा कि घटना में लोगों की जान जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। गहलोत ने एक बयान में कहा, ‘‘इस कठिन घड़ी में मेरी गहरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस क्षति को सहने की शक्ति दें। साथ ही, सड़क पर घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

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आंध्र प्रदेश में तेदेपा के कार्यक्रम में फिर से भगदड़, तीन लोगों की मौत, मुआवजे की घोषणा
National आंध्र प्रदेश में तेदेपा के कार्यक्रम में फिर से भगदड़, तीन लोगों की मौत, मुआवजे की घोषणा

आंध्र प्रदेश में तेदेपा के कार्यक्रम में फिर से भगदड़, तीन लोगों की मौत, मुआवजे की घोषणा आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती के पास एक जनसभा के बाद तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के एक कार्यक्रम में उपहार लेने के लिए लोगों में लगी होड़ के दौरान मची भगदड़ में रविवार को तीन महिलाओं की मौत हो गई तथा कई घायल हो गए। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि महज तीन दिन पहले दक्षिणी आंध्र प्रदेश स्थित नेल्लोर में इसी तरह के एक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य मंत्री वी रजनी ने बताया कि एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायलों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।

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नासिक की रसायन फैक्टरी में विस्फोट के बाद आग लगने से दो लोगों की मौत, 17 घायल
National नासिक की रसायन फैक्टरी में विस्फोट के बाद आग लगने से दो लोगों की मौत, 17 घायल

नासिक की रसायन फैक्टरी में विस्फोट के बाद आग लगने से दो लोगों की मौत, 17 घायल महाराष्ट्र के नासिक जिले में रविवार को एक रसायन फैक्टरी की भट्ठी (ब्वॉयलर) में विस्फोट के बाद लगी भीषण आग में दो लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार ने आग लगने के सही कारण का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का फैसला किया। अधिकारियों ने कहा कि यह घटना इगतपुरी तालुका में मुंबई-आगरा राजमार्ग के किनारे मुंढेगांव स्थित जिंदल पॉली फिल्म्स कंपनी में पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे हुई।

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जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध आतंकवादी हमले में चार ग्रामीणों की मौत, कई घायल
National जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध आतंकवादी हमले में चार ग्रामीणों की मौत, कई घायल

जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध आतंकवादी हमले में चार ग्रामीणों की मौत, कई घायल जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने एक समुदाय विशेष के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की। अधिकारियों ने बताया कि घटना में चार लोग मारे गए हैं, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं। गौरतलब है कि घाटी के मुकाबले बेहद शांत रहने वाले जम्मू क्षेत्र में पिछले कई वर्षों में यह पहला ऐसा हमला है और वह भी नये साल के पहले दिन हुआ है। जम्मू जोन के अवर पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से विस्तृत घेराबंदी की है और तलाशी अभियान चलाया है, ताकि अपर डांगरी गांव में हुई गोलीबारी में लिप्त दो ‘हथियारबंद लोगों’ को पकड़ा जा सके।

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कोविड के हालात, व्यापक आंकड़ों, वैश्विक रुझानों से तय होगी इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल
Business कोविड के हालात, व्यापक आंकड़ों, वैश्विक रुझानों से तय होगी इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल

कोविड के हालात, व्यापक आंकड़ों, वैश्विक रुझानों से तय होगी इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणा, चीन में कोविड की स्थिति और वैश्विक रुझानों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा बाजार रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेश के रुझानों से भी प्रभावित होगा। सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट प्रमुख अपूर्व शेठ ने कहा, भारतीय बाजार अपने अंतरराष्ट्रीय समकक्षों के अनुरूप प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इस सप्ताह के अंत में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक की टिप्पणियां सार्वजनिक की जाएंगी। विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े सोमवार को घोषित किए जाएंगे और बुधवार को आने वाले सेवा क्षेत्र के आंकड़े भी इक्विटी बाजार में कारोबार को प्रभावित करेंगे। स्वस्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, निकट भविष्य में 2024 के चुनाव से पहले का आखिरी बजट, चौथी तिमाही के नतीजे और मासिक ऑटो बिक्री के आंकड़े, ऐसी प्रमुख घटनाएं हैं, जिनसे बाजार जनवरी 2023 में प्रभावित होगा। उन्होंने कहा, इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की चाल अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे। बाजार विशेषज्ञों की राय है कि इस साल भारतीय बाजार घरेलू और वैश्विक कारकों से प्रभावित होंगे, जिसमें कोरोना वायरस के हालात और आम बजट में नीतिगत पहल शामिल हैं।

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नयी औद्योगिक नीति पर काम कर रहा है डीपीआईआईटी,  मेड इन इंडिया  ब्रांड को मिलेगा बढ़ावा
Business नयी औद्योगिक नीति पर काम कर रहा है डीपीआईआईटी, मेड इन इंडिया ब्रांड को मिलेगा बढ़ावा

नयी औद्योगिक नीति पर काम कर रहा है डीपीआईआईटी, मेड इन इंडिया ब्रांड को मिलेगा बढ़ावा उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) एक नई औद्योगिक नीति पर काम कर रहा है, जिसमें उद्योग के लिए वित्त पोषण स्रोतों को बढ़ाने और मेड इन इंडिया ब्रांड के लिए एक नयी योजना का प्रस्ताव है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। नीति में उद्योग तक वित्त की व्यापक पहुंच के लिए विभिन्न तरीकों का सुझाव दिया जाएगा।

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ठंड बढ़ने से होजरी उद्योग को सर्दियों के कपड़ों की निकासी तेज होने की उम्मीद
Business ठंड बढ़ने से होजरी उद्योग को सर्दियों के कपड़ों की निकासी तेज होने की उम्मीद

ठंड बढ़ने से होजरी उद्योग को सर्दियों के कपड़ों की निकासी तेज होने की उम्मीद देश के उत्तरी इलाकों में पड़ रही कड़ाके की ठंड ने पंजाब में लुधियाना के प्रसिद्ध होजरी उद्योग के विनिर्माताओं को जोश से भर दिया है। अभी तक उन्हें इस मौसम में मांग सुस्त रहने की आशंका सता रही थी। गर्म कपड़े बनाने वाले होजरी उद्योग के प्रतिनिधियों का कहना है कि कई उत्तरी राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ने से उन्हें सर्दियों के कपड़ों की निकासी होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जैकेट, स्वेटर, पुलोवर, इनरवेयर आदि खरीदने वाले ग्राहकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए खुदरा विक्रेताओं से आने वाली सर्दियों के कपड़ों की मांग बढ़ने लगी है। पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर न्यूनतम तापमान दो से सात डिग्री सेल्सियस तक गिरने से पिछले कई दिनों से इस क्षेत्र में अत्यधिक ठंड की स्थिति बनी हुई है। लुधियाना स्थित होजरी विनिर्माता ड्यूक फैशन के चेयरमैन कोमल कुमार जैन ने कहा, क्षेत्र में ठंड के मौसम की स्थिति के साथ ग्राहकों ने सर्दियों के कपड़े खरीदने के लिए खुदरा काउंटरों पर दिखना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में मांग और बढ़ेगी। होजरी उद्योग के प्रतिनिधियों के अनुसार पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में होजरी के सामान की मांग देखी जा रही है। वहीं एक अन्य विनिर्माता का कहना है कि आने वाले दिनों में चीजें और बेहतर होने की उम्मीद है। लुधियाना स्थित एक कंपनी ने कहा कि इस मांग से कई विनिर्माताओं के पास पड़े माल का मौजूदा भंडारण साफ हो सकता है। हालांकि, होजरी विनिर्माताओं का कहना है कि ठंड आने में हुई देरी के कारण बिहार और मध्य प्रदेश जैसे अन्य प्रमुख बाजारों से मांग में अभी भी तेजी नहीं आई है। उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दूसरे राज्यों के खुदरा बाजारों में भी सर्दियों के कपड़ों की मांग बढ़ेगी।

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एसबीआई ने फील्ड अधिकारियों को बीमा उत्पादों की अनैतिक बिक्री से बचने को कहा
Business एसबीआई ने फील्ड अधिकारियों को बीमा उत्पादों की अनैतिक बिक्री से बचने को कहा

एसबीआई ने फील्ड अधिकारियों को बीमा उत्पादों की अनैतिक बिक्री से बचने को कहा वित्त मंत्रालय का सख्त निर्देश आने के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने फील्ड अधिकारियों से कहा है कि वे ग्राहकों को बीमा उत्पाद गलत ढंग का इस्तेमाल करते हुए दबाव डालकर न बेचें। कुछ दिन पहले, वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों को भेजे गए निर्देश में कहा था कि वे ग्राहकों को बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए ‘अनैतिक व्यवहार’ पर रोक लगाने के लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित करने पर ध्यान दें। मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के चेयरमैन और प्रबंध निदेशकों को लिखे पत्र में कहा था कि बैंकों और जीवन बीमा कंपनियों द्वारा बैंक ग्राहकों को पॉलिसी की बिक्री के लिए धोखाधड़ी वाले और अनैतिक तरीके अपनाए जाने को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं। इस संदर्भ में एसबीआई ने अपने सभी मुख्य महाप्रबंधकों को भेजे पत्र में कहा है कि फील्ड अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शाखाएं बीमा उत्पादों की बिक्री जरूरत के आधार पर करें तथा उपयुक्तता और उपयुक्तता रूपरेखा के आकलन (एएसएएफ) का कड़ाई से अनुपालन करें। डीएफएस ने अपने पत्र में कहा था कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में 75 वर्ष से अधिक आयु के ग्राहकों को जीवन बीमा पॉलिसी बेचे जाने के मामले भी सामने आए हैं। आमतौर पर, बैंकों की शाखाएं अपनी अनुषंगी बीमा कंपनियों के उत्पादों का प्रचार-प्रसार करती हैं। जब बैंकों के ग्राहक उनकी पॉलिसी लेने से इनकार कर देते हैं तो शाखा अधिकारी उन्हें ऊपर से दबाव आने का हवाला देते हुए अपना बचाव करते हैं। जब ग्राहक किसी प्रकार का ऋण लेने या सावधि जमा खरीदने जाते हैं, तो उन्हें बीमा उत्पाद लेने को कहा जाता है। इस संबंध में वित्तीय सेवा विभाग ने पहले ही एक परिपत्र जारी कर यह सलाह दी है कि किसी बैंक को किसी खास कंपनी से बीमा लेने के लिए ग्राहकों को मजबूर नहीं करना चाहिए।

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चीन में कोविड संकट गहराने की आशंका में टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादकों ने शुरू किया भंडारण
Business चीन में कोविड संकट गहराने की आशंका में टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादकों ने शुरू किया भंडारण

चीन में कोविड संकट गहराने की आशंका में टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादकों ने शुरू किया भंडारण चीन में कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने से देश में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं (कंज्यूमर ड्यूरेबल) के विनिर्माताओं को आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान से चिंता सताने लगी है और उन्होंने संकट से बचने के लिए कच्चे माल का भंडारण शुरू कर दिया है। चीन में कोविड संकट गहराने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला फिर से बाधित हो गई है। विशेषज्ञों ने कहा कि जनवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू होने वाले चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के साथ अगर वहां के कारखानों में फरवरी में पूरी तरह उत्पादन शुरू नहीं हो पाया तो भारतीय उद्योग को एक बार फिर आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के विनिर्माता आमतौर पर एक महीने के लिए कच्चे माल का भंडार रखते हैं, लेकिन अब वे इसे कम से कम दो-तीन महीने की जरूरत के हिसाब से बढ़ा रहे हैं। आपूर्ति श्रृंखला में कोई भी संभावित व्यवधान एयर कंडीशनर और एलईडी टीवी पैनल जैसी उत्पादन श्रेणियों को प्रभावित कर सकता है। अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अतुल लाल ने कहा कि वह चीन के हालात पर निगाह बनाए हुए है। गोदरेज अप्लायंसेज के व्यवसाय प्रमुख और कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उपकरण उद्योग ने घटकों की आपूर्ति के लिए चीन पर अपनी निर्भरता कम कर दी है। फिर भी एयर कंडीशनर जैसी कुछ श्रेणियों में चीन पर निर्भरता बहुत अधिक है। एयर-कंडीशनर के करीब 40 से 45 प्रतिशत घटक (मूल्य के हिसाब से) चीन से आते हैं। कंप्रेशर्स इसमें एक बड़ा हिस्सा हैं। नंदी ने कहा कि अगर चीनी नववर्ष की छुट्टियों के बाद वहां कोविड महामारी की स्थिति और बिगड़ती है, तो यह चिंता का विषय होगा। चीनी नववर्ष की शुरुआत 20 जनवरी से होगी और करीब दो सप्ताह तक छुट्टियां रहने के बाद फरवरी के पहले सप्ताह में कारखाने दोबारा शुरू होंगे।

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खाद्य तेल, तिलहन कीमतों में बीते सप्ताह रहा मजबूती का रुख
Business खाद्य तेल, तिलहन कीमतों में बीते सप्ताह रहा मजबूती का रुख

खाद्य तेल, तिलहन कीमतों में बीते सप्ताह रहा मजबूती का रुख बीते सप्ताह दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में खाद्य तेल तिलहन कीमतों में तेजी का रुख दिखा तथा सोयाबीन, मूंगफली एवं बिनौला तेल तिलहन तथा सीपीओ, पामोलीन तेल कीमतें मजबूती दर्शाती बंद हुई। अगले महीने सरसों की नई फसल आने और भारी उत्पादन संभावनाओं के बीच केवल सरसों तेल तिलहन के भाव अपने पिछले सप्ताहांत के मुकाबले हानि के साथ बंद हुए। बाजार से जुड़े सूत्रों ने कहा कि जनवरी-फरवरी के दौरान सरसों की बंपर पैदावार की संभावना कोदेखते हुए किसान अपना माल खपा रहे हैं जिससे सरसों तिलहन में गिरावट आई। सस्ते आयातित तेल के सामने सरसों बाजार में खप नहीं रहा जिसकी वजह से सरसों तेल कीमतों में समीक्षाधीन सप्ताहांत में गिरावट आई है। सूत्रों के मुताबिक, सोयाबीन के मामले में देखा जा रहा है कि किसान बाजार में आवक कम मात्रा में ला रहे हैं। इसके अलावा डी-आयल्ड केक (डीओसी) की स्थानीय मांग भी होने से सोयाबीन तिलहन में सुधार है। सोयाबीन तेल में सुधार का कारण कम आयात होने की वजह से ‘शार्ट सप्लाई’ की स्थितिहै। हालांकि कुछ दिनों में आयात की नयी खेप आने से कम आपूर्ति की स्थिति खत्म हो जानी चाहिये। वैसे विदेशों में सोयाबीन तेल के दाम में (लगभग 4-5 रुपये किलो की) गिरावट आने पर तेल के दाम घटने चाहिए थे लेकिन शार्ट सप्लाई के कारण तेजी देखने को मिल रही है। सूत्रों ने कहा कि मूंगफली दाने की जाड़े में मांग होने से मूंगफली दाना की कीमतों में सुधार है। तेल पेराई करने वालों को सभी तेलों की तरह मूंगफली की पेराई करने में नुकसान है। दूसरा किसान सस्ते में अपना माल बेचने को राजी नहीं हैं जिससे समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल तिलहन कीमतों में सुधार आया। सस्ता होने से वैश्विक स्तर पर कच्चा पामतेल की मांग होने के कारण कच्चा पामतेल (सीपीओ) कीमतों में सुधार आया। सोयाबीन और पामोलीन का अंतर कम होने से पामोलीन की मांग बढ़ी है जिससे समीक्षाधीन सप्ताह में पामोलीन तेल कीमतों में सुधार आया। सूत्रों ने कहा कि मंडियों में आवक कम होने से समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौलातेल कीमतों में भी मजबूती देखने को मिली। सूत्रों के मुताबिक, सरकार की कोटा प्रणाली के तहत शुल्क-मुक्त आयात से किसान, तेल उद्योग, उपभोक्ता और सरकार किसी को भी फायदा नहीं हो रहा और सूरजमुखी और सोयाबीन जैसे हल्के तेल के दाम में भी मनोवांछित कमी नहीं आई है। ऐसी छूट अगर डीओसी का निर्यात करने वाली तेल प्रसंस्करण मिलों को मिली होती तो कई समस्याओं का हल एक साथ निकल जाता। ऐसी मिलें किसानों से सारा माल अच्छे दाम पर खरीद कर कम दाम पर तेल उपलब्ध करा सकती थीं और इस कमी की भरपाई डीओसी के निर्यात से पूरा कर लेंती। सूत्रों ने कहा कि बिनौला खल (देश में कुल खल उत्पादन का 80 प्रतिशत हिस्सा) के महंगा होने से दूध और दुग्ध उत्पादों के दाम बढ़ने पर कोई भी आवाज नहीं उठा रहा है। तिलहन की प्रति व्यक्ति खपत प्रतिदिन लगभग 50 ग्राम के आसपास होती है लेकिन दूध एवं दुग्ध उत्पादों की प्रति व्यक्ति खपत, तिलहन खपत के मुकाबले कई गुना अधिक है और महंगाई इन उत्पादों के कारण कहीं अधिक बढ़ती है। इस तरह तेल तिलहन का कारोबार से खल, डीओसी भी जुड़ा है जिससे दूध, दुग्ध उत्पाद, अंडे, मुर्गी मांस इत्यादि की कीमतें भी प्रभावित होती हैं। उन्होंने कहा कि देश सालाना लगभग दो करोड़ 40 लाख टन खाद्यतेल की खपत करता है जबकि देश में दूध उत्पादन का स्तर लगभग 13 करोड़ टन है। मुर्गीदाने और पशु आहार की कमी होने से दूध एवं दुग्ध उत्पादों के साथ साथ अंडे, चिकेन के दाम भी बढ़ेंगे और महंगाई पर असर डालेंगे। हाल के दिनों में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण इसे ही माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले सप्ताहांत के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का भाव 85 रुपये की गिरावट के साथ 6,945-6,995 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल भी समीक्षाधीन सप्ताहांत में 150 रुपये की हानि के साथ 13,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। वहीं सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल की कीमतें भी क्रमश: 5-5 रुपये घटकर क्रमश: 2,130-2,260 रुपये और 2,190-2,315 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुईं। सूत्रों ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज के थोक भाव क्रमश: 100 रुपये और 80 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 5,650-5,750 रुपये और 5,470-5,490 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। समीक्षाधीन सप्ताहांत में सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम तेल के दाम भी क्रमश: 250 रुपये, 200 रुपये और 250 रुपये बढ़कर क्रमश: 13,950 रुपये, 13,600 रुपये और 11,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। किसानों के कम भाव में बिकवाली नहीं करने और पेराई लागत महंगा बैठने के कारण समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल-तिलहनों कीमतों में सुधार देखने को मिला। समीक्षाधीन सप्ताहांत में मूंगफली तिलहन का भाव 50 रुपये बढ़कर 6,535-6,595 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पूर्व सप्ताहांत के बंद भाव के मुकाबले समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल गुजरात 150 रुपये बढ़कर 15,400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ जबकि मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव 15 रुपये बढ़कर 2,460-2,725 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। सूत्रों ने कहा कि सस्ते में मांग बढ़ने से समीक्षाधीन सप्ताह में कच्चे पाम तेल (सीपीओ) में मजबूती आई और इस तेल का भाव 230 रुपये की मजबूती के साथ 8,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। जबकि पामोलीन दिल्ली का भाव 175 रुपये बढ़कर 10,300 रुपये हो गया। पामोलीन कांडला का भाव 150 रुपये बढ़कर 9,300 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। मंडियों में बिनौला, कपास नरमा की आवक कम होने से समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल भी 300 रुपये बढ़कर 12,150 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

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अर्थव्यवस्था में तेजी से दिसंबर में पेट्रोल-डीजल की बिक्री बढ़ी
Business अर्थव्यवस्था में तेजी से दिसंबर में पेट्रोल-डीजल की बिक्री बढ़ी

अर्थव्यवस्था में तेजी से दिसंबर में पेट्रोल-डीजल की बिक्री बढ़ी कृषि क्षेत्र में खपत बढ़ने से देश में पेट्रोल और डीजल की मांग दिसंबर में सालाना आधार पर बढ़ी है। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने पेट्रोल की बिक्री 8.

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