चंद्रशेखर ने कहा कि 2023 में भी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था मजबूत होने वाली है राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निराशा और चिंताओं को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा है कि भारत की डिजिटल शक्ति प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटिंग के जरिये वर्ष 2023 और अगले पांच वर्षों में बढ़ेगी। चंद्रशेखर की यह टिप्पणी पश्चिमी देशों में प्रतिकूल माहौल, अमेरिका की बड़ी कंपनियों में नौकरियों में कटौती, वैश्विक बाजार में उथल-पुथल और आईटी क्षेत्र में मंदी की चिंताओं के लिहाज से महत्वपूर्ण है। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत की एक हजार अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था की संकल्पना निर्विवाद है और पहुंच के भीतर है। चंद्रशेखर ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2023 में भी जारी रहेगी और प्रौद्योगिकी वृद्धि एवं नवोन्मेष की रूपरेखा संबंधी नियम और कानून इसे संभव बनाएंगे। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की क्षमता का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘कोई नरमी नहीं है, कुछ है तो अगले पांच वर्ष के दौरान बसंत है।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिभा, उत्पाद और प्रौद्योगिकी जिसे भारत में डिजाइन किया गया है और जो मेड इन इंडिया है उसमें गति कायम है। उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल उत्पादों और डिजिटल सेवाओं की खपत के लिहाज से एक बाजार के रूप में भारत अगले पांच से दस वर्षों के लिए सबसे बड़े बाजारों में से एक है। ये सारे कारक संकेत देते हैं कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था का विस्तार जारी रहेगा और यह अगले चार-पांच साल में एक हजार अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक हजार अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था हमारी पहुंच में है। यह एक अकाट्य तथ्य है कि एक हजार अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने के बड़े अवसर हमारे पास हैं।’’ चंद्रशेखर ने कहा कि आईटी और आईटीईएस क्षेत्र सालाना 15-20 फीसदी की दर से बढ़ रहा है, यहां विश्व स्तरीय स्टार्टअप और नवाचार परिवेश भी है। उन्होंने बताया कि 2023 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण यह है कि मोबाइल फोन का निर्यात भारत से होने वाले शीर्ष दस निर्यातों की श्रेणी में शामिल हो। उन्होंने कहा कि देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार सभी आवश्यक उपाय करेगी।
read moreवर्ष 2022 में यात्री वाहनों की बिक्री 23 प्रतिशत बढ़ी, रिकॉर्ड 37.
read moreबोम्मई ने कहा कि कर्नाटक के नंदिनी ब्रांड का अमूल में विलय नहीं होगा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के लोकप्रिय डेयरी ब्रांड नंदिनी का अमूल में विलय किए जाने की आशंका को गलत बताते हुए रविवार को कहा कि एक अलग ब्रांड के तौर पर नंदिनी की पहचान हमेशा बनी रहेगी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राज्य की दुग्ध सहकारी समिति नंदिनी के अमूल के साथ भागीदारी को लेकर हाल ही में टिप्पणी की थी। उसके बाद से ही विपक्षी दल इस पर राज्य सरकार पर निशाना साध रहे थे। शाह ने मांड्या में स्थित नंदिनी की डेयरी का दौरा किया था। उसके बाद कर्नाटक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने अंदेशा जताया था कि नंदिनी का गुजरात की दुग्ध विक्रेता फर्म अमूल के साथ विलय किया जा सकता है। इस आशंका को खारिज करते हुए बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा कि नंदिनी की आने वाले सैकड़ों वर्षों तक अलग पहचान कायम रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘नंदिनी का अमूल के साथ विलय किए जाने की कल्पना ही गलत है। शाह ने स्पष्ट रूप से कहा था कि नंदिनी और अमूल प्रौद्योगिकी और विपणन के क्षेत्र में सहयोग करेंगी।’’ बोम्मई ने कहा, शाह ने कहा था कि इन दो बड़ी दुग्ध विक्रेता कंपनियों को एक दूसरे की पूरक बनकर काम करना चाहिए। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि उन दोनों का विलय होगा। नंदिनी ब्रांड सैकड़ों वर्षों तक एक अलग संस्थान बना रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री के बयान को गलत नहीं समझा जाना चाहिए और न ही इसका राजनीतिकरण होना चाहिए। मुख्यमंत्री होने के नाते मैं कह रहा हूं कि नंदिनी ब्रांड की हमेशा एक अलग पहचान रहेगी।
read moreपोप बेनेडिक्ट के निधन से भविष्य में पोप बनने वालों के लिए प्रोटोकॉल का मार्ग प्रशस्त हुआ पोप एमेरिटस (सेवामुक्त) बेनेडिक्ट 16वें के निधन के अवसर पर इस बार सेंट पीटर्स बेसिलिका की घंटियों की आवाज नहीं सुनाई दी, न ही वेटिकन के महाशय ने चौक में कैथोलिक चर्च को मानने वाले लोगों के लिए कोई महत्वपूर्ण घोषणा ही की। एक ‘मछुआरे की अंगूठी’ नहीं तोड़ी गई और रोम में आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए राजनयिक दल नहीं जुटाए गए। दरअसल, पोप को मृत घोषित किए जाने के बाद इस प्रक्रिया के तहत कैमरलेंगो पोप की अंगूठी लेता है और अन्य कार्डिनल्स (पादरी) की उपस्थिति में कैंची की एक जोड़ी से उसे काटता है। पोप एमेरिटस (सेवामुक्त) बेनेडिक्ट 16वें के निधन की घोषणा शनिवार को पूरी तरह से अनौपचारिक तरीके से की गयी। वेटिकन के प्रेस कार्यालय ने दो वाक्यों का एक बयान जारी कर पोप बेनेडिक्ट के निधन की यह घोषणा की और साथ ही स्पष्ट किया कि बेनेडिक्ट ने करीब एक दशक पहले ही पोप का पद छोड़ दिया था। उनके निधन के अनुष्ठान एक पोप की तरह नहीं, बल्कि एक सेवानिवृत्त बिशप के समान थे, भले ही उन्हें पोप के लाल वस्त्रों में दफनाया जाएगा। इससे एक सवाल खड़ा होता है कि क्या पोप फ्रांसिस बेनेडिक्ट के निधन के बाद सेवानिवृत्त पोप के कार्यालय को विनियमित करने के लिए नए प्रोटोकॉल जारी करेंगे?
read moreयूक्रेन पर रूस के नए मिसाइल हमले, नववर्ष का जश्न पड़ा फीका रूस ने यूक्रेन पर रविवार को नए सिरे से मिसाइल हमले किए जिसकी वजह से वर्ष 2023 का पहले दिन का जश्न भी फीका रहा। रूस द्वारा नए साल पर किए गए हमलें में मरने वालों की संख्या भी बढ़कर कम से कम तीन हो गई है। शनिवार को मध्य रात्रि होते ही राजधानी कीव में हवाई हमले के सायरन बजने लगे और घरों में छोटे पैमाने पर जश्न मना रहे लोगों की खुशी पर मिसाइल हमलों ने खलल डाला।यूक्रेनियाई अधिकारियों ने दावा किया कि अब रूसी जानबूझकर गैर सैनिकों को निशाना बना रहे हैं ताकि भय का माहौल पैदा कर सकें एवं मनोबल तोड़ सके। नए साल पर लोगों की जब आंखे खुली तो कीव कॉफी हद तक शांत था, जिसका लोगों ने आनंद लिया। शहर के एक उद्यान में अपने पति के साथ बैठी इवहेनिया सुलजेंको ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर जश्न मनाना मुश्किल है, हम समझते हैं कि हमारे सैनिक अपने परिवारों के साथ नहीं हैं। लेकिन साल के अंत में राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा नव वर्ष के अवसर पर दिए गए मजबूत भाषण से उनका मनोबल बढ़ा है और वह यूक्रेनियाई होने पर गर्व महसूस कर रही हैं।’’ वह युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित काखमुत और खारकीव में रहने के बाद हाल में कीव आई हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव सहित विभिन्न इलाकों में शनिवार और पूरी रात धमाके सुने गए जिसकी वजह से दर्जनों लोग घायल हुए। यह संकेत है कि रूस ने हमले तेज कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि रूस ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के ऊर्जा संयत्रों को ध्वस्त करने के लिए हमले किए थे, जिसके 36 घंटे के बाद नए हमले किए गए हैं। रूस अक्टूबर से ही हर सप्ताह यूक्रेन की बिजली और जलापूर्ति प्रणाली को निशाना बना रहा है ताकि यूक्रेन में रहने वाले को परेशानी हो जबकि उसके सैनिक जमीन पर बढ़त बनाने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं। राष्ट्रपति कर्मियों के उप प्रमुख किरिलो त्यमोशेंको ने बताया कि रात को हुई गोलाबारी में दक्षिणी खेरसॉन शहर में कम से एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि धमाकों की वजह से बाल अस्पताल की सैकड़ों खिड़कियों के शीशे टूट गए। यूक्रेन की सेना ने नवंबर में रूसी सैनिकों के निपर नदी से पीछे हटने के बाद इलाके पर कब्जा किया था। यह नदी खेरसॉन इलाकों को दो हिस्सो में बांटती है। खेरसॉन के गवर्नर यारोस्लाव येनशेविचके मुताबिक जब रूसी गोला शनिवार रात बाल अस्पताल पर गिरा, तब सर्जन 13 साल के लड़के का ऑपरेशन कर रहे थे जो शाम को नजदीकी गांव में गंभीर रूप से घायल हो गया था। गोले से ऑपरेशन थियेटर की खिड़कियों के शीशे टूट गए और लड़के को गंभीर हालात में 99 किलोमीटर दूर मियोलेव में भेजना पड़ा। ख्मेल्नाइत्स्की के महापौर ओलेक्संदर सिम्चिशिन ने बताया कि शहर में हुए रॉकेट हमले में 22 वर्षीय एक महिला घायल हो गई जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई।
read moreआंध्र प्रदेश में तेदेपा के कार्यक्रम में मची भगदड़, तीन लोगों की मौत आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती के पास एक जनसभा के बाद तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के एक कार्यक्रम में लोगों के उपहार लेने के लिए उमड़ने के चलते मची भगदड़ में रविवार को तीन महिलाओं की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गए। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। दक्षिणी आंध्र प्रदेश स्थित नेल्लोर में इसी तरह के एक कार्यक्रम के दौरान आठ लोगों की मौत होने के महज तीन दिन बाद यह घटना हुई है। स्वास्थ्य मंत्री वी रजनी ने बताया कि एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायलों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जैसे ही आयोजकों ने उपहार बांटने शुरू किये, भीड़ उमड़ पड़ी और उन्होंने अवरोधकों को गिरा दिया, जिसके चलते भगदड़ मच गई। उन्होंने बताया कि यहां से करीब 33 किमी दूर गुंटूर में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के आयोजन स्थल से रवाना हो जाने पर उपहार वितरण शुरू किया गया था। इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है। एक बयान में, उन्होंने घायलों का शीघ्रता से उपचार करने के आदेश दिये।
read moreमांसपेशी संबंधी दिक्कत होने के बावजूद कांग्रेस नेता ने भारत जोड़ो यात्रा जारी रखी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के पहले सप्ताह में ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता शाहनवाज मंगल आजमी को मांसपेशी संबंधी दिक्कत हो गयी थी, लेकिन पत्नी से फोन पर हुई बातचीत ने उन्हें यात्रा जारी रखने के लिए प्रेरित किया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सचिव आजमी ने बातचीत में कहा ‘‘मांसपेशी संबंधी दिक्कत के बाद मेरे पैरों में भी तकलीफ हो गई जिसके बाद मैंने अपनी पत्नी को उसकी राय जानने के लिए फोन किया। मुझे लगा कि वह मेरी स्थिति के प्रति सहानुभूति रखेंगी। हालांकि उनका जवाब दो टूक था, यात्रा पूरी होने तक घर वापस मत आना।’ हालांकि यह मेरे लिए एक झटके की तरह था लेकिन उनकी (पत्नी)प्रतिक्रिया ने कठिनाइयों के बावजूद मेरे संकल्प को मजबूत किया।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि गौर करने वाली बात यह थी कि उनकी पत्नी शुरू मेंभारत जोड़ो यात्रा में उनके शामिल होने के विरोध में थीं और उनकी दलील थी कि उनके यात्रा में जाने से उनका कारोबार और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि यात्रा में शामिल होने से रोकने के लिए उसने आंसू भी बहाए लेकिन अंतत: मैं उन्हें मनाने में सफल हुआ और वह मान गयीं।’’
read moreहरियाणा के खेल मंत्री के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप; विभाग छोड़ा यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह ने रविवार को खेल विभाग छोड़ दिया और कहा कि उन्होंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है। राज्य की एक जूनियर महिला एथलेटिक्स कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संदीप सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम हुआ। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सिंह (36) पर महिला को बंधक बनाने और धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है। इस बीच, महिला कोच ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की। विज ने कहा है कि इस मामले में न्याय किया जाएगा। संदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने खेल विभाग छोड़ दिया है। पूर्व ओलंपियन और कुरुक्षेत्र के पिहोवा से पहली बार विधायक बने संदीप सिंह के पास प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग भी है। हालांकि उन्होंने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा नहीं दिया है। मंत्री द्वारा कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद शनिवार को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने एक समिति का गठन किया था। मंत्री ने शिकायत में दावा किया था कि कोच ने उनकी छवि खराब की है। जब तक समिति अपनी रिपोर्ट नहीं देती संदीप सिंह ने कहा कि वह नैतिक आधार पर अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि महिला कोच द्वारा उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। महिला कोच ने अंबाला में गृह मंत्री अनिल विज से उनके आवास पर मुलाकात की और उम्मीद जतायी कि उनके साथ न्याय होगा। उन्होंने मंत्री से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मुझे इस मामले में न्याय मिलने की उम्मीद है।’’ संदीप सिंह पर लगे आरोपों पर महिला ने कहा, ‘‘ आप कितनी देर तक किसी चीज को बर्दाश्त कर सकते हैं, इसकी एक सीमा होती है।’’ महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच ने कहा, ‘‘उन्होंने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि मुझे खेल विभाग का कर्मचारी होने के नाते विभाग के काम के लिए उनके पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या खेल विभाग में अन्य महिला अधिकारियों को भी इसी तरह की दुर्दशा एवं व्यवहार का सामना करना पड़ सकता है, महिला ने कहा,‘‘ मुझे ऐसा कहा जा रहा है लेकिन यह लड़ाई मेरी है। ऐसी कई महिलाएं हैं, लेकिन शायद वे आगे आने से डरती हैं। लेकिन, मुझे यकीन है कि एक बार इस आदमी को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा तो वे सामने आएंगी।’’ विज ने कहा कि वह इस मामले में संदीप सिंह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात करेंगे। हरियाणा के गृह मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैंने महिला कोच की बात सुनी। मैं मंत्री संदीप सिंह और मुख्यमंत्री से बात करूंगा। इस मामले में न्याय किया जाएगा। ’’ राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी के अग्रवाल की ओर से शनिवार को जारी आदेश के मुताबिक हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री संदीप सिंह की ओर से एक शिकायत मिली है। डीजीपी ने कहा, ‘‘इस संबंध में मंत्री पर लगे आरोप सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर भी प्रसारित हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘समिति तुरंत विषय वस्तु की गहन जांच करेगी और जल्द से जल्द इस (डीजीपी के) कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।’’ चंडीगढ़ पुलिस ने एक महिला कोच की शिकायत पर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और बंधक बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, “हरियाणा की एक महिला कोच की शिकायत के आधार पर चंडीगढ़ के सेक्टर 26 थाने में दिनांक 31.
read moreहिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अनाथ बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए कोष की घोषणा की हिमाचल प्रदेश में लगभग 6,000 अनाथ बच्चों को नए साल के तोहफे के रूप में राज्य सरकार ने रविवार को उनकी उच्च शिक्षा और दैनिक जरूरतों के लिए 101 करोड़ रुपये का कोष ‘मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष’ स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घोषणा की कि कांग्रेस के सभी 40 विधायकों ने अपने पहले वेतन से एक-एक लाख रुपए इस कोष में देने का फैसला किया है और कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत उद्योगों से और राशि एकत्र की जाएगी।
read moreअभिषेक बनर्जी ने कहा ‘बंगाल मॉडल’ 2023 और उसके बाद का रास्ता दिखाएगा तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को संकेत दिया कि उनकी पार्टी की नजर वर्ष2023 और उससे आगे राष्ट्रीय राजनीति पर है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की विचारधारा ‘‘भाईचारे और प्रेम की राजनीति पर जोर देती है और यह देश के कोने-कोने तक जाएगी।’’ उनकी टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने की महत्वाकांक्षा और भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश की पृष्ठभूमि में आई है। तृणमूल द्वारा विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश उस समय मंद पड़ गई थी जब मार्च 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में उसे हार मिली थी। इससे पहले पार्टी को दिसंबर 2021 के त्रिपुरा निकाय चुनाव में भी भाजपा से मात मिली थी। तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘गोवा में हम चुनाव जीतने में असफल रहे, लेकिन कुछ महीनों में ही हम आठ प्रतिशत मत हासिल करने में सफल रहे। बंगाल आने वाले दिनों में रास्ता दिखाएगा।’’ अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता में नए पार्टी कार्यालय की आधारशिला रखने के कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि इस साल नफरत और अलगाववाद की राजनीति खत्म होगी। भाईचारे और प्रेम की राजनीति अपने पंख फैलाएगी। बंगाल की तरह आप प्रेम, दया, भाइचारे और सह अस्तित्व को एक छत के नीचे देखेंगे। बंगाल मॉडल वर्ष 2023 और उसके आगे भी रास्ता दिखाएग। ममता बनर्जी की विचारधारा देश के प्रत्येक कोने में पहुंचेगी।’’ अभिषेक बनर्जी ने उन खबरों पर भी भारतीय जनता पार्टी (नेतृत्व) पर चुटकी ली जिनके मुताबिक पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.
read more‘शुष्क’ गुजरात में नए साल की पूर्व संध्या पर शराबी हुडदंगियों पर पुलिस ने की कार्रवाई ‘मद्य निषेद्य’ वाले राज्य गुजरात में नये साल के जश्न के दौरान शराब पीने, शराब पीकर हुडदंग करने और वाहन चलाते हुए यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ राज्य पुलिस ने समुचित कार्रवाई की। नये साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में लोग क्लबों और होटलों में आए थे, और अहमदाबाद प्रशासन की अधिसूचना के मुताबिक आयोजक जब रात 12 बजे जश्न समाप्त करने लगे तो लोग वहां तोड़फोड़ पर उतर आए। उधाना थाने के पुलिस निरीक्षक एच.
read moreआर. डी. धीमान ने हिमाचल प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में शपथ ली हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आर डी धीमान ने रविवार को यहां राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिति में राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) के पद की शपथ ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौजूद थे। समारोह की कार्यवाही का संचालन नवनियुक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1988 बैच के अधिकारी धीमान ने 13 जुलाई 2022 को मुख्य सचिव का पदभार संभाला था और वह शनिवार को सेवानिवृत्त हुए थे। राज्य के ऊना जिले के धालवारी के रहने वाले धीमान सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक और शासन एवं विकास में स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने राज्य सरकार में कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य किया, जिनमें राजस्व, वन, भाषा, कला एवं संस्कृति विभागों में अपर मुख्य सचिव तथा उद्योग, श्रम एवं रोजगार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, उद्योग, शिक्षा और कृषि विभागों में प्रधान सचिव के पद शामिल हैं। इससे पहले, वह हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और सदस्य (प्रशासन), एचपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम, एचपी वित्तीय निगम और राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक तथाग्रामीण विकास और पंचायती राज सचिव पद पर भी रहे।
read moreशिवपाल सिंह यादव ने कहा कि ढाई साल पहले ओबीसी आरक्षण आयोग का गठन कर देना चाहिए था समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण देने के लिए जो आयोग अब गठित हुआ है, उसे दो-ढाई साल पहले ही गठित करना चाहिए था। पूर्व मंत्री एवं सपा नेता यादव ने रविवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘समाजवादियों ने पहले आरक्षण पाने के लिये लड़ाई लड़ी और अब आरक्षण बचाने के लिए लड़ाई लड़नी पड़ेगी। अब संघर्ष सड़कों पर चलेगा।’’ उन्होंने कहा कि सरकार को आयोग बनाकर समय पर आरक्षण लागू करके समय से चुनाव कराना चाहिए था लेकिन सरकार पिछड़े वर्ग का आरक्षण खत्म करना चाह रही थी। उन्होंने आरेाप लगाया कि इस सरकार ने पहले पिछड़ों का आरक्षण और फिर दलितों का आरक्षण खत्म करने की साजिश की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्गों को आरक्षण उपलब्ध कराने के लिए पांच सदस्यीय पिछड़ा वर्ग आयोग का बुधवार को गठन किया। इस आयोग की अध्यक्षता न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राम अवतार सिंह करेंगे। नगर विकास विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, आयोग का कार्यकाल अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार ग्रहण करने के दिन से छह महीने के लिए होगा। इस आयोग का गठन ऐसे समय में किया गया है जब एक दिन पूर्व इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की अधिसूचना के मसौदे को खारिज कर दिया और ओबीसी को बगैर आरक्षण दिए स्थानीय निकाय चुनाव कराने का आदेश दिया।
read moreखट्टर ने कहा कि मंत्रा देवी मंदिर से आदि बद्री तक रोपवे बनाया जाएगा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को घोषणा की कि यहां मंत्रा देवी मंदिर से आदि बद्री तक रोपवे बनाया जाएगा। खट्टर ने कहा कि साथ ही शिवालिक पहाड़ियों के कालका से कालेसर तक के पर्वतीय क्षेत्र को तीर्थ सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें छोटा त्रिलोकपुर, आदि बद्री, लौहगढ़, कपालमोचन और कालेसर शामिल हैं।
read moreआगे के व्यस्त कार्यक्रम के लिए तैयार हैं जोफ्रा आर्चर कोहनी और पीठ के निचले हिस्से में चोट के कारण पिछले लंबे समय से बाहर रहे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर वर्ष 2023 में मैदान पर वापसी करने के लिए तैयार हैं। आर्चर ने ट्विटर पर अपनी वापसी की घोषणा करते हुए कहा,‘‘ धन्यवाद 2022, मैं तैयार हूं 2023।’’ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम मुंबई इंडियंस ने आर्चरको आठ करोड़ रुपए में खरीदा था लेकिन चोटिल होने के कारण वह पिछले सत्र में नहीं खेल पाए थे।
read moreऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच ने कहा, भारत दौरे से पहले अभ्यास मैच की जरूरत नहीं ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का मानना है कि विदेशी दौरों से पहले अभ्यास मैच नहीं खेलने की उनकी रणनीति भारत के खिलाफ फरवरी-मार्च में होने वाली चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में भी कारगर साबित होगी। ऑस्ट्रेलिया का बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले अभ्यास मैच खेलने की संभावना नहीं है और वह नौ फरवरी से नागपुर में शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच से एक सप्ताह पूर्व ही भारत आएगा। मैकडोनाल्ड ने कहा कि भारत जाकर अभ्यास मैच खेलने और परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने से अधिक महत्वपूर्ण मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा रहना है। ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य 19 साल में पहली बार भारत में श्रृंखला जीतना है। ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘ हमने विदेशी दौरों पर पिछली कुछ श्रृंखलाओं में अभ्यास मैच नहीं खेलने की रणनीति अपनाई है। हमें लगता है कि हमारी टीम को इस तरह के मैच अभ्यास की जरूरत नहीं है। हम पहले टेस्ट मैच से एक सप्ताह पूर्व ही भारत जाएंगे। हम तैयारियों पर बहुत अधिक समय खर्च नहीं करना चाहते हैं।’’ ऑस्ट्रेलिया का पिछले साल मार्च में पाकिस्तान दौरे के समय अपनाई गई इसी तरह की रणनीति कारगर साबित हुई थी और तब उसने तीन मैचों की श्रृंखला 1-0 से जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान मेलबर्न में शिविर में विशेष रूप से तैयार पिचों पर अभ्यास किया और वह रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट में से एक सप्ताह पूर्व ही पाकिस्तान पहुंचा था। मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘ हमें लगता है कि तैयार होने और चार टेस्ट मैचों की पूरी श्रृंखला के दौरान फिटनेस बरकरार रखने के लिए एक सप्ताह का समय पर्याप्त है। हमने ऐसा करके पाकिस्तान में सफलता हासिल की थी। हमने वहां पहले मैच से पूर्व काफी कम समय बिताया था।’’ ऑस्ट्रेलिया ने इस बार भारत दौरे से पहले उन खिलाड़ियों के लिए सिडनी में तीन दिवसीय शिविर लगाने की योजना बनाई है जो बिग बैश लीग में नहीं खेल रहे हैं। मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘ हम अपनी परिस्थितियां तैयार कर सकते हैं। हमने पूर्व में पाकिस्तान दौरे से पहले ऐसा किया था। हमने ऐसे विकेट तैयार किए थे जो हमारे उद्देश्य के अनुकूल थे।’’ उन्होंने कहा,‘‘ स्थानीय मैदानकर्मियों के साथ काम करने से हमें वास्तव में मदद मिलती है। हमें लगता है कि अभ्यास मैच खेलने के बजाय हमें इससे अधिक सहायता मिल सकती है।’’ ऑस्ट्रेलिया ने भारत में आखिरी बार 2004-05 में एडम गिलक्रिस्ट की अगुवाई में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीती थी। वह 2017 में पुणे में पहला टेस्ट मैच जीतकर श्रृंखला जीतने की स्थिति में पहुंचा था लेकिन विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने शानदार वापसी करके 2-1 से श्रृंखला अपने नाम कर दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने उस समय दुबई में आईसीसी अकादमी में विशेष रूप से तैयार पिचों पर 10 दिन तक कड़ा अभ्यास किया था। उसने पुणे में पहले टेस्ट में से पूर्व भारत में नौ दिन बिताए थे। मैकडोनाल्ड ने संकेत दिया कि वह बड़ी टीम लेकर भारत जाएंगे।
read moreयूपीसीए से उप्र में चार रणजी टीमें गठित करने का प्रस्ताव भेजने की मांग उत्तर प्रदेश खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) से राज्य में चार रणजी टीमें गठित करने का प्रस्ताव भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को भेजने की मांग की है। रजा का कहना है कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन यहां सिर्फ एक टीम ही रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलती है, जिससे इस राज्य की प्रतिभाओं के साथ न्याय नहीं हो पाता। ऐसे में यह जरूरी है कि महाराष्ट्र और गुजरात की तरह उत्तर प्रदेश में भी एक से अधिक टीमें बनाई जाएं। उत्तर प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी रजा ने पीटीआई- से बातचीत में कहा कि यह विडंबना है कि उत्तर प्रदेश में अनेक स्तरीय क्रिकेट प्रतिभाएं होने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिल पाता। रजा ने कहा महाराष्ट्र में मुंबई, विदर्भ और महाराष्ट्र नाम से तीन टीमें रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलती हैं। उसी तरह गुजरात में भी सौराष्ट्र, बड़ौदा और गुजरात की टीमें इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेती हैं। एक से अधिक टीम होने के कारण इन राज्यों की अपेक्षाकृत ज्यादा संख्या में खेल प्रतिभाएं सामने आती हैं। ऐसा ही मॉडल उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व रणजी खिलाड़ी होने के नाते वह बीसीसीआई को इस सिलसिले में पत्र लिख चुके हैं, मगर अब वह यूपीसीए से मांग करते हैं कि वह उत्तर प्रदेश में क्षेत्र के हिसाब से चार अलग-अलग रणजी टीम में गठित करने का प्रस्ताव बीसीसीआई को भेजे। प्रदेश के पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रजा ने रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के मौजूदा सत्र में अपने तीन में से दो मुकाबले हार चुकी उत्तर प्रदेश की टीम के खराब प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा राज्य में घरेलू क्रिकेट के बुनियादी ढांचे और उसकी प्रशासनिक व्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने की जरूरत है। खेल प्रशासन में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को शामिल किया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने हाल में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनसे प्रदेश में खेल सलाहकार परिषद गठित करने की गुजारिश की थी। इसका मकसद प्रदेश में खेलों के विकास के लिए उपयोगी सलाह देना है। रजा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से गुजारिश की है कि इस खेल सलाहकार परिषद में विभिन्न खेलों के वरिष्ठ तथा अनुभवी खिलाड़ियों को शामिल किया जाए, जिन्होंने राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश और देश का नाम रोशन किया हो। इस परिषद में महिला खिलाड़ियों को खास वरीयता दी जाए। ये खिलाड़ी समय-समय पर सरकार को खेल के बेहतर विकास के लिए सुझाव दें ताकि प्रदेश में खेलों के स्तर को बेहतरीन किया जा सके। राजा ने उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ समेत विभिन्न खेल संगठनों में भी ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को प्रशासनिक जिम्मेदारियां देने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर खेल संघों में ऐसे लोग प्रशासन संभाल रहे हैं जिन्हें खेलों और खिलाड़ियों से खास सरोकार नहीं है।
read moreभारत दौरे से पहले टेलर ने कहा, आस्ट्रेलिया को पांच गेंदबाजों के साथ प्रयोग करना चाहिए पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान मार्क टेलर चाहते हैं कि भारत दौरे से पहले पैट कमिंस की अगुआई वाली टीम को बुधवार से यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ खेलने के विकल्प को भी आजमाना चाहिए। भारत दौरे पर बॉर्डर गावस्कर ट्राफी में फरवरी-मार्च में चार टेस्ट खेले जायेंगे। सिडनी में अंतिम टेस्ट से पहले मेजबान टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बनायी हुई है जिससे उनके पास कुछ अन्य विकल्प आजमाने का मौका हो सकता है। टेलर ने ‘वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘उनके पास सिडनी में कुछ चीजें आजमाने का मौका है। मैं जानता हूं कि लोग कहते हैं कि आपको टेस्ट मैचों में नयी चीजें नहीं आजमानी चाहिए लेकिन कैमरून ग्रीन नहीं खेल रहा है तो मैं वास्तव में एलेक्स कैरी को छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहूंगा और आस्ट्रेलिया को पांच गेंदबाजों को चुनना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे गेंद से दबदबा बना सकते हैं और अपने शीर्ष पांच बल्लेबाजों पर निर्भर रह सकते हैं और कैरी भी टेस्ट मैच जीतने के लिये काफी रन बनाये। ’’ मेलबर्न में बड़ी जीत के दौरान मिशेल स्टार्क और ग्रीन की चोटों के कारण आस्ट्रेलिया ने टीम में मैथ्यू रेनशॉ और एशटन एगर को शामिल किया है। टेलर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके पास जो गेंदबाजी विकल्प हैं, जो भी तेज गेंदबाज खेलें, आपके पास 20 विकेट झटकने के लिये काफी गेंदबाज होने चाहिए। दक्षिण अफ्रीका ने मेलबर्न में अंतिम पारी में केवल 200 रन बनाये तो उनकी बल्लेबाजी इस समय कमजोर है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मैं चाहूंगा कि आप गेंद से आक्रमण करो और फिर पांच विशेषज्ञ बल्लेबाजों की मदद से काफी रन जुटाओ। ’’ आस्ट्रेलिया इस समय विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में शीर्ष पर चल रहा है और वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला खत्म होने के बाद भारत जाएगा।
read moreबीसीसीआई समीक्षा : योयो टेस्ट की वापसी, डेक्सा भी भारतीय टीम के चयन मानदंड में शामिल भारतीय क्रिकेट बोर्ड की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय टीम में चयन के मानदंडों में यो यो फिटनेस टेस्ट फिर से शामिल किया गया है। नवंबर में टी20 विश्व कप से भारत के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद से यह बैठक होनी थी। आखिरकार यह बैठक रविवार को हुई जिसमे बीसीसीआई सचिव जय शाह, अध्यक्ष रोजर बिन्नी, कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और चयनकर्ता चेतन शर्मा ने भाग लिया। यो यो टेस्ट के अलावा डेक्सा (हड्डी का स्कैन टेस्ट) भी चयन के मानदंडों में शामिल किया गया है। यह भी तय किया गया कि आईपीएल के लिये लाल गेंद के क्रिकेट पर सफेद गेंद के क्रिकेट को तरजीह देने वाले उदीयमान क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिये घरेलू क्रिकेट खेलनी होगी। शाह ने बीसीसीआई द्वारा जारी बयान में कहा ,‘‘ उदीयमान क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में चयन की पात्रता हासिल करने के लिये घरेलू क्रिकेट खेलनी होगी।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यो यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन के आधार में शामिल होंगे।’’ बयान में आगे कहा गया ,‘‘ पुरूष टीम का एफटीपी (भावी दौरा कार्यक्रम) और आईसीसी 2023 विश्व कप को ध्यान में रखकर एनसीए आईपीएल टीमों के साथ मिलकर आईपीएल 2023 में भाग ले रहे भारतीय खिलाड़ियों की मॉनिटरिंग करेगा।’’ यो यो टेस्ट एरोबिक फिटनेस टेस्ट है जिससे दमखम का आकलन किया जाता है। इसमें बीस बीस मीटर की दूरी पर रखे गए मार्कर के बीच बढती हुई गति से दौड़ना होता है। विराट कोहली के भारतीय टीम का कप्तान रहते यह टेस्ट शुरू किया गया था।
read moreपाकिस्तान और न्यूजीलैंड की निगाहें दूसरे टेस्ट में जीत पर पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीम जब दो मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट के लिये सोमवार से मैदान पर उतरेंगी तो उनकी निगाहें इस मुकाबले में जीत से 2022 में लाल गेंद के क्रिकेट में निराशाजनक प्रदर्शन को पीछे छोड़ने पर लगी होंगी। न्यूजीलैंड ने शुक्रवार को पहले टेस्ट में अंतिम घंटे में 138 रन का पीछा करने के लिये मजबूत कोशिश की थी लेकिन खराब रोशनी के कारण आठवें ओवर में मैच रोक दिया गया। तब न्यूजीलैंड ने एक विकेट पर 61 रन बना लिये थे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मुल्तान में मौसम संबंधित चिंताओं के कारण दोनों टेस्ट कराची में कराने के लिये मजबूर होना पड़ा। शुक्रवार को ड्रा रहे इस मुकाबले से दोनों टीमों के चार मैचों में हार के सिलसिले पर विराम लगाया जिसमें पाकिस्तान को इंग्लैंड से 0-3 से हार मिली थी। इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हराने से पहले न्यूजीलैंड को शिकस्त दी थी। पाकिस्तान आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में सातवें स्थान पर है जबकि न्यूजीलैंड के लिये यह बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन है क्योंकि वह पिछले साल लार्ड्स पर शुरूआती चरण के फाइनल में भारत को हराने के बाद इस बार आठवें स्थान पर चल रही है। पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के कारण रमीज राजा को बोर्ड चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया गया और पूर्व चेयरमैन नजम सेठी ने बोर्ड प्रबंधन समिति के प्रमुख के रूप में उनकी जगह ली। कप्तान बाबर आजम 2022 में टेस्ट मैचों में 1184 रन (नौ टेस्ट में) बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे लेकिन टीम के अन्य बल्लेबाज अपने कप्तान की फॉर्म के करीब नहीं पहुंच सके। पर सऊद शकील ने पदार्पण के बाद से लगातार रन जुटाये हैं। उन्होंने चार टेस्ट में पांच अर्धशतक जड़े हैं और पिछले टेस्ट में नाबाद 55 रन बनाकर पाकिस्तान को हार से भी बचाया था। बाबर ने कहा कि आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी ऊंची रैंकिंग की टीमों के खिलाफ खेलने से टीम के खिलाड़ियों को काफी अनुभव मिला है। उन्होंने रविवार को काह, ‘‘हमने लाल गेंद के क्रिकेट में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। रैंकिंग में हमसे ऊंची तीन टीमें पाकिस्तान में खेली जिससे हमें सीखने का काफी कुछ मिला। ’’ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बाद कराची में ही तीन वनडे खेले जायेंगे जो नौ से 13 जनवरी तक होंगे।
read moreघरेलू टूर्नामेंट में मौजूदगी दर्ज कराने के लिये मशक्कत करनी होगी भारतीय टेनिस खिलाड़ियों को भारतीय एकल खिलाड़ियों को सोमवार से यहां शुरू हो रहे घरेलू एटीपी टूर्नामेंट टाटा ओपन महाराष्ट्र में आगे तक पहुंचने के लिये भरसक प्रयत्न करने होंगे जो या तो वाइल्ड कार्ड से या फिर क्वालीफायर के जरिये मुख्य ड्रा तक पहुंचे हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने युगल में अच्छा प्रदर्शन किया है और वे पिछले चरण में काफी दूर तक पहुंचे थे लेकिन जब से टूर्नामेंट चेन्नई से पुणे में कराया जाने लगा है तब से कोई भी एकल खिलाड़ी दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाया है। देश में इस टूर्नामेंट को लाने का मकसद घरेलू खिलाड़ियों को खेल के शीर्ष खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मुहैया कराना था। लेकिन घरेलू खिलाड़ियों के नतीजों को देखते हुए कभी कभार यह बहस भी छिड़ जाती है कि इतने बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी की वास्तव में जरूरत है जिसके लिये कम से कम 15 करोड़ रूपये खर्च होते हैं। लेकिन एक टूर्नामेंट को महज इसलिये बंद करना काफी मुश्किल है। हालांकि टूर्नामेंट का स्तर सर्वश्रेष्ठ रहा है। हालांकि अनुभवी रोहन बोपन्ना ने घरेलू सरजमीं पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वह अपने खेल के स्तर की वजह से विदेशों में भी दावेदार बने रहते हैं। वहीं रामकुमार रामनाथन और सुमित नागल अगर अच्छी फॉर्म में हों तो वे शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती दे सकते हैं लेकिन इस स्तर के टूर्नामेंट में इसी प्रदर्शन को दोहराने की जरूरत होती है। एकल रैंकिंग सीधे प्रवेश के लिये काफी नहीं होती इसलिये आयोजकों ने देश के सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग के खिलाड़ी शशिकुमार मुकुंद, नागल और प्रतिभाशाली स्थानीय खिलाड़ी मानस धामने (15 वर्ष) को वाइल्डकार्ड दिये। दुर्भाग्य से युकी भांबरी क्वालीफायर के दूसरे दौर में हार गये और मुख्य ड्रा के लिये क्वालीफाई नहीं कर सके। भांबरी, रामकुमार और प्रजनेश गुणेश्वरन ने इस टूर्नामेंट में भारतीय तिरंगा ऊंचा रखा है लेकिन धीरे धीरे इनका प्रदर्शन फीका हो रहा है। प्रजनेश 33 वर्ष के हो चुके हैं और युकी 30 की उम्र को छू चुके हैं और रामकुमार भी 20 दशक के अंतिम पड़ाव में हैं।
read moreरोहित की कप्तानी को कोई खतरा नहीं वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी को फिलिहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि सूत्रों के अनुसार बोर्ड के आला अधिकारियों ने पारंपरिक प्रारूपों में उनकी कप्तानी में कुछ असंतोषजनक नहीं लगा है। कप्तान रोहित , मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई सचिव जय शाह द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में भाग लिया था। बैठक में पिछली चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे। फोकस विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप पर है और भारत के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल है। इसके अलावा 2023 में वनडे विश्व कप भी होना है।नये टी20 कप्तान हार्दिक पंड्या ने बैठक में भाग नहीं लिया। हार्दिक श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से शुरू हो रही टी20 मैचों की श्रृंखला के लिये मुंबई में ही हैं। बीसीसीआई के सूत्र ने बताया ,‘‘ रोहित वनडे और टेस्ट टीम में कप्तानी कर रहे हैं और इन दो प्रारूपों में बतौर कप्तान उनके भविष्य को लेकर कोई बात नहीं की गई। टेस्ट और वनडे में उनका कप्तानी का रिकॉर्ड बेहतरीन है।’’ यह भी तय किया गया कि 20 खिलाड़ियों के पूल को 2023 विश्व कप तक रोटेट करना है। समीक्षा बैठक में भाग लेने वाले चेतन शर्मा सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष फिर बन सकते हैं। अगर अध्यक्ष नहीं भी बने तो उत्तरी क्षेत्र के प्रतिनिधि हो सकते हैं। पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद का नाम भी दक्षिण क्षेत्र से चल रहा है लेकिन उनका चुना जाना तय नहीं है। शर्मा को 2023 विश्व कप की तैयारी के लिये रोडमैप तैयार करने में शामिल करना ही बड़ा संकेत है। सूत्र ने कहा ,‘‘ अगर शर्मा को कहा नहीं जाता तो वह पद के लिये आवेदन ही नहीं करते। यह अपने आप में संकेत है। भारत को दस महीने में विश्व कप खेलना है। चेतन और हरविंदर की मौजूदगी से तीन नये सदस्यों के साथ निरंतरता बनी रहेगी।’’ समझा जाता है कि पूर्वी क्षेत्र से एस एस दास के चुने जाने की संभावना है चूंकि उनके पास 21 टेस्ट का अनुभव है। पश्चिम से गुजरात के मुकुंद परमार, सलिल अंकोला और समीर दिघे के नाम दौड़ में है।
read moreकप्तान बने रहेंगे रोहित, विश्व कप के लिये बीसीसीआई ने छांटे 20 खिलाड़ी वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी को फिलहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि सूत्रों के अनुसार बोर्ड के आला अधिकारियों ने पारंपरिक प्रारूपों में उनकी कप्तानी में कुछ असंतोषजनक नहीं लगा है। कप्तान रोहित , मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई सचिव जय शाह द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में भाग लिया था। बैठक में पिछली चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे। फोकस विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप पर है और भारत के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल है।
read moreसोलंकी, हुसामुद्दीन और बिस्वामित्र ने शानदार जीत दर्ज की गौरव सोलंकी, मोहम्मद हुसामुद्दीन और बिस्वामित्र चोंगथाम ने रविवार को यहां छठी एलीट पुरूष राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के दूसरे दिन शानदार जीत दर्ज की। राष्ट्रमंडल खेल 2018 के चैम्पियन हरियाणा के सोलंकी (60 किग्रा) हिमाचल प्रदेश के नवराज चौहान के खिलाफ रिंग में उतरे और उन्होंने मुकाबले की समीक्षा के बाद अपने प्रतिद्वंद्वी को 5-2 से शिकस्त दी। अब वह राउंड 16 में मंगलवार को मध्य प्रदेश के हरेंद्र सिंह के सामने होंगे। सेना खेल नियंत्रण बोर्ड (एसएसपीबी) का प्रतिनिधित्व कर रहे हुसामुद्दीन (57 किग्रा) ने असम के बुलेन बुरागोहेन को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से शिकस्त दी। राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के कांस्य पदक विजेता और 2022 एशियाई कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन का सामना मंगलवार को राउंड 16 में मिजोरम के लालावमावमा से होगा। उनके ही टीम के साथी बिस्वामित्र (51 किग्रा) ने भी ओडिशा के एन मधाबा के खिलाफ आक्रामक प्रदर्शन किया जिससे पहले ही दौर में रैफरी को मुकाबला रोककर (आरएससी) उन्हें विजेता घोषित करना पड़ा। अब वह मंगलवार को प्री क्वार्टर मुकाबले में आंध्र प्रदेश के प्रभुदास यादला के सामने होंगे।
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