Jharkhand: सोरेन ने राज्य में कोविड तैयारियों की समीक्षा की
National Jharkhand: सोरेन ने राज्य में कोविड तैयारियों की समीक्षा की

Jharkhand: सोरेन ने राज्य में कोविड तैयारियों की समीक्षा की रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य की कोविड तैयारियों की समीक्षा के लिए शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। सोरेन ने अधिकारियों को ओमीक्रोन के नए उपस्वरूप बीएफ.

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सर्वे का कहना है कि 45 फीसदी लोग गूगल रेटिंग्स, रिव्यूज को गलत मानते हैं
Business सर्वे का कहना है कि 45 फीसदी लोग गूगल रेटिंग्स, रिव्यूज को गलत मानते हैं

सर्वे का कहना है कि 45 फीसदी लोग गूगल रेटिंग्स, रिव्यूज को गलत मानते हैं अखिल भारतीय स्तर पर किए गए सर्वेक्षण में लगभग 45 प्रतिशत लोगों ने पाया कि गूगल पर रेटिंग और समीक्षाएं गलत थीं, जबकि 37 ने समीक्षाओं को सकारात्मक रूप से पक्षपाती पाया। ऑनलाइन सर्वे मंच लोकलसर्किल्स ने सोमवार को यह बात कही। ऑनलाइन रेटिंग और समीक्षाओं पर लोकलसर्किल्स का सर्वेक्षण देश के 357 जिलों में 56,000 लोगों के बीच किया गया। इसमें प्रत्येक प्रश्न पर प्रतिक्रियाओं की संख्या भिन्न थी। सर्वेक्षण में पाया गया कि जो लोग गूगल पर संपर्क विवरण या किसी कारोबार का स्थान खोजने के लिए जाते हैं, उनमें से 88 प्रतिशत अक्सर मंच पर समीक्षाओं और रेटिंग से गुजरते हैं। सर्वे के अनुसार, गूगल पर जो उपयोगकर्ता होटल, रेस्तरां, स्टोर, सेवा, पेशेवर, आदि जैसे व्यवसाय के लिए रेटिंग और समीक्षा पाते हैं, उनमें से 45 प्रतिशत ने महसूस किया कि वे बिल्कुल गलत थे और 37 प्रतिशत लोगों को आमतौर पर वह सकारात्मक रूप से पक्षपाती लगा। संपर्क करने पर, गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ गूगल उत्पादों पर उपलब्ध समीक्षा सुविधा का उद्देश्य वास्तविक अनुभवों और सूचनाओं के आधार पर उपयोगी जानकारी साझा करना है। प्रवक्ता ने कहा कि हम लोगों को गूगल पर विश्वसनीय स्थानीय जानकारी खोजने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना जारी रखेंगे। सर्वेक्षण के अनुसार, इसमें शामिल केवल तीन प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें गूगल पर पोस्ट की गई रेटिंग और समीक्षाओं में बहुत अधिक भरोसा है। वहीं सात प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्हें इन समीक्षाओं पर ‘शून्य’ विश्वास था।

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ऑनलाइन फर्जी समीक्षाओं पर रोक के लिए बीआईएस लाया नया मानक
Business ऑनलाइन फर्जी समीक्षाओं पर रोक के लिए बीआईएस लाया नया मानक

ऑनलाइन फर्जी समीक्षाओं पर रोक के लिए बीआईएस लाया नया मानक भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने ऑनलाइन मंचों पर आने वाली फर्जी समीक्षाओं पर रोक लगाने के मकसद से उपभोक्ताओं की समीक्षाएं पोस्ट करने वाले संगठनों के लिए एक नया मानक जारी किया है। नया मानक ई-कॉमर्स कंपनियों, यात्रा पोर्टल और खाद्य उत्पादों की आपूर्ति करने वाले मंचों समेत उन सभी संगठनों पर लागू होंगे जो उपभोक्ताओं की ऑनलाइन समीक्षाएं प्रकाशित करते हैं। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, देश में उत्पादों का मानक तय करने वाले निकाय बीआईएस ने भारतीय मानक (आईएस)- 19000:2022 प्रकाशित किया है जो ‘ऑनलाइन उपभोक्ता समीक्षाएं- उनके संकलन, संयमन एवं प्रकाशन के सिद्धांत एवं शर्तों से संबंधित है। बयान के मुताबिक, ‘‘यह मानक ऑनलाइन उपभोक्ता समीक्षाओं के संकलन, संयमन एवं प्रकाशन के दौरान समीक्षा प्रशासकों पर लागू होने वाले सिद्धांतों एवं पद्धतियों से जुड़ी अनुशंसाएं करता है। यह मानक समीक्षा लिखने वाले व्यक्ति और उस समीक्षा का प्रशासन करने वाले के लिए विशेष दायित्वों को निर्धारित करता है।’’ बीआईएस ने इस मानक के जरिये उपभोक्ता समीक्षाएं प्रकाशित करने वालीं वेबसाइट के लिए कुछ प्रक्रियाएं निर्धारित की हैं ताकि इन मंचों पर उपभोक्ताओं की विश्वसनीय समीक्षाएं प्रकाशित की जा सकें। पिछले कुछ वर्षों में ई-कॉमर्स मंचों के जरिये खरीदारी बढ़ने से कई उत्पादों को लेकर फर्जी समीक्षाएं पोस्ट करने का चलन भी तेजी से बढ़ा है। इन फर्जी समीक्षाओें के जरिये उपभोक्ताओं को उत्पाद के बारे में गलत तरीके से प्रभावित करने की कोशिश की जाती है। सरकार ने उपभोक्ताओं की ऑनलाइन खरीदारी पर इन समीक्षाओं के बढ़ते असर को कम करने के लिए उत्पादों की ऑनलाइन समीक्षाओं को अधिक वस्तुनिष्ठ एवं पारदर्शी बनाने की कोशिश की है। इस मानक को संबंधित पक्षों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद तैयार किया गया है। बयान के मुताबिक, नया मानक आने से उपभोक्ताओं के बीच किसी उत्पाद के बारे में ऑनलाइन समीक्षा को देखकर भरोसा जगेगा और वे खरीदारी के बारे में बेहतर फैसले ले पाएंगे। इस मानक से ई-कॉमर्स पारिस्थितिकी से जुड़े सभी पक्षों को लाभ होने की संभावना है। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने गत दिनों कहा था कि नया मानक स्वैच्छिक ढंग से ही लागू होगा लेकिन सरकार फर्जी समीक्षाओं पर लगाम न लग पाने की स्थिति में इसे अनिवार्य करने के बारे में भी सोच सकती है।

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लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की
National लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की श्रीनगर। सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनात बलों की अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। सेना के कमांडर ने एलओसी पर सुरक्षा बलों की अभियान संबंधी तैयारी और मजबूत घुसपैठ रोधी दस्ते पर भरोसा जताया। इसे भी पढ़ें: बिहार में ट्रेन इंजन के पुर्जे चोरी होने के मामले में 95 फीसदी सामान बरामद होने का दावा सेना के उत्तरी कमान ने ट्विटर पर लिखा, “लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, आर्मी कमांडर एनसी ने उरी में एलओसी के साथ अग्रिम इलाकों का दौरा किया, अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की, सभी रैंक के अधिकारियों के साथ बातचीत की और तैयारी और मजबूत घुसपैठ रोधी दस्ते पर भरोसा जताया।” इसे भी पढ़ें: शिवपाल यादव ने बताया, किसके कहने से अखिलेश यादव के साथ आए, भविष्य को लेकर कही यह बातलेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज के सीमावर्ती क्षेत्रों में अभियान संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला के साथ शुक्रवार को कोर जेड में अग्रिम इलाकों का दौरा किया, जहां उन्हें स्थानीय कमांडरों ने सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

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सरकार अगले सप्ताह ई-कॉमर्स वेबसाइट पर फर्जी समीक्षाओं की जांच के मसौदे को सार्वजनिक करेगी
Business सरकार अगले सप्ताह ई-कॉमर्स वेबसाइट पर फर्जी समीक्षाओं की जांच के मसौदे को सार्वजनिक करेगी

सरकार अगले सप्ताह ई-कॉमर्स वेबसाइट पर फर्जी समीक्षाओं की जांच के मसौदे को सार्वजनिक करेगी सरकार ई-कॉमर्स वेबसाइट, होटल और यात्रा बुकिंग मंचों पर फर्जी समीक्षाओं तथा असत्यापित स्टार रेटिंग से निपटने की रूपरेखा को अगले सप्ताह सार्वजनिक करेगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने यह जानकारी दी। चूंकि ई-कॉमर्स में उत्पाद को छूकर देखने का विकल्प नहीं होता है, इसलिए उपभोक्ता उन उपयोगकर्ताओं की राय और अनुभव पर काफी भरोसा करते हैं, जिन्होंने पहले ही सामान या सेवाओं को खरीदा है। ऐसे में फर्जी समीक्षाएं और स्टार रेटिंग उपभोक्ताओं को ऑनलाइन उत्पाद और सेवाएं खरीदने के लिए गुमराह करती हैं। सिंह ने पीटीआई-को बताया कि नकली समीक्षाओं की जांच करने के लिए उपभोक्ता मामलों के विभाग (डीओसीए) ने कदम उठाया है। इसके तहत भारत में ई-कॉमर्स इकाइयों द्वारा अपनाई जा रही मौजूदा व्यवस्था और वैश्विक स्तर पर उपलब्ध सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन करने के बाद एक मसौदे को अंतिम रूप दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद, हमने फर्जी समीक्षाओं से निपटने के लिए एक रूपरेखा को अंतिम रूप दिया है। बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) भी एक मानक लाया है। फर्जी समीक्षा पर काबू पाने की रूपरेखा अगले सप्ताह प्रकाशित की जाएगी।

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