भारत में बनी कफ सीरप से गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के दावे के बाद उज़्बेकिस्तान की तरफ से एक बड़ा दावा किया गया है। उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि एक भारतीय दवा कंपनी द्वारा निर्मित दवाओं का सेवन करने के बाद देश में 18 बच्चों की जान चली गई है। उज़्बेकिस्तान की स्थानीय समाचार वेबसाइट AKI.com की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित टैबलेट और सिरप, 'डॉक-1 मैक्स' कथित रूप से कई बच्चों की मौत के पीछे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन बच्चों को तीव्र श्वसन रोगों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के मामले से भारतीय सिरप कंपनी का नाम जुड़ा था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार चार दवाएं भारत में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित खांसी और ठंडे सिरप हैं। अलर्ट के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने जांच शुरू की। हरियाणा राज्य के ड्रग अधिकारियों ने बाद में मेडेन फार्मा की निर्माण सुविधा के निरीक्षण के दौरान स्पष्ट खामियां पाईं, जिस फर्म की खांसी की दवाई गैम्बियन बच्चों की मौत से जुड़ी थी।
18 children died after drinking made in india syrup in uzbekistan
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