नयी दिल्ली। नयी दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रविवार को कहा कि भ्रामक सूचनाओं की वजह से अभिव्यक्ति की आजादी का मूलभूत अधिकार कमतर होता है। उन्होंने यह टिप्पणी ट्विटर को लेकर हुए एक खुलासे के बाद की। दरसअल ऐसा पता चला था कि सोशल मीडिया मंच ट्विटर ने कथित रूप से ट्वीट तथा अन्य सूचनाओं की अपने मंच पर हेराफेरी की।
चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, ‘‘भ्रामक सूचनाएं अभिव्यक्ति की मूलभूत अधिकार को कमतर करती हैं, ये लोकतंत्र और खुली चर्चा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। हमें भ्रामक सूचनाओं को रोकना चाहिए ताकि सुरक्षित एवं भरोसेमंद इंटरनेट और लोकतंत्र सुनिश्चित हो सके।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘लोगों, प्रतिष्ठानों और हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए भ्रामक सूचनाओं को बनाया और फैलाया जाता है।उन्होंने यह टिप्पणी ट्विटर को लेकर हुए एक खुलासे के बाद की। दरसअल ऐसा पता चला था कि सोशल मीडिया मंच ट्विटर ने कथित रूप से ट्वीट तथा अन्य सूचनाओं की अपने मंच पर हेराफेरी की।
चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, ‘‘भ्रामक सूचनाएं अभिव्यक्ति की मूलभूत अधिकार को कमतर करती हैं, ये लोकतंत्र और खुली चर्चा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। हमें भ्रामक सूचनाओं को रोकना चाहिए ताकि सुरक्षित एवं भरोसेमंद इंटरनेट और लोकतंत्र सुनिश्चित हो सके।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘लोगों, प्रतिष्ठानों और हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए भ्रामक सूचनाओं को बनाया और फैलाया जाता है।
Chandrasekhar said misleading information is a threat to democracy right to information
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