अगर आप भी दो पहिया या चार पहिया वाहन चलाते हैं तो ये खबर आपको सुकून देने वाली है। ये खबर आपकी जेब से जुड़ी है। अप आपकी जेब पर पड़ने वाला भार कम होने वाला है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीते कई दिनों से कच्चे तेल की कीमत में लगातार गिरावट देखी जा रही है। ब्रेंट क्रूड ऑयल 29 नवंबर को भी 85 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है। हालांकि इसका असर अभी घरेलू बाजार पर नजर नहीं आया है और तेल कंपनियों ने 29 नबंवर को भी पेट्रोल डीजल का भाव स्थिर रखा है।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत
शहर का नाम | पेट्रोल रु. प्रति लीटर | डीजल रु. प्रति लीटर |
दिल्ली | 96.72 | 89.62 |
मुंबई | 106.31 | 94.27 |
चेन्नई | 102.63 | 94.24 |
कोलकाता | 106.03 | 92.76 |
इन दिनों चीन में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। जिसकी वजह से जिनपिंग सरकार की तरफ से सख्त कोविड पॉलिसी जारी की गई है। इस पॉलिसी के खिलाफ चीन के 15 से भी ज्यादा शहरों में प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। फैक्ट्रियों और दफ्तरों में भी काम-काज ठप्प पड़ गया है। इसका असर क्रूड ऑयल की कीमतों पर दिखना शुरू हो गया है। ज्ञात हो कि चीन क्रूड ऑयल का सबसे बड़ा खरीदार है। इन प्रदर्शनों की वजह से क्रूड ऑयल की डिमांड पर असर पड़ा है। अर्थशास्त्र का नियम है कि जब डिमांड में कमी होती है तो दाम अपने आप गिरने लगते हैं। इसलिए ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम लगातार गिर रहे हैं।
ब्रेंड क्रूड ऑयल के दाम में करीब तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। क्रूड ऑयल पिछले दस महीने में सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट का असर डब्ल्यूटीआई और एमसीएक्स में भी दिखा है। बता दें कि डब्ल्यूटीआई और एमसीएक्स में क्रूड ऑयल की ट्रेडिंग की जाती है।
Crude oil prices continue to fal special connection with china performance
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