Parliament में बोलीं वित्त मंत्री, कुछ लोग देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं, भारतीय रुपया मजबूत हुआ है
महंगाई और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष जबरदस्त तरीके से केंद्र सरकार पर हमलावर है। संसद का शीतकालीन सत्र भी चल रहा है। संसद में भी महंगाई और अर्थव्यवस्था के मुद्दे लगातार उठाई जा रही हैं। इन सब के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आज बड़ी बात कही है। निर्मला सीतारमण ने साफ तौर पर कहा है कि देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से कुछ लोग जलते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सब को इस पर गर्व होना चाहिए क्योंकि हमारे देश की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि संसद में कुछ लोग देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जलते हैं। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है लेकिन विपक्ष को इससे दिक्कत है।
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि भारत के विकास पर सभी को गर्व होना चाहिए लेकिन कुछ लोग इसे मजाक के रूप में लेते हैं। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि भारतीय रुपया हर मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग किया है कि उसे यह सुनिश्चित करने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करना है कि डॉलर-रुपये में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक न हो। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा था कि देश को ‘‘शार्टकट राजनीति’’ नहीं, बल्कि सतत विकास की आवश्यकता है। इसके साथ उन्होंने कुछ राजनीतिक दलों पर देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इससे पहले करदाताओं का धन भ्रष्टाचार एवं वोट बैंक की राजनीति में नष्ट हो जाता था।
कांग्रेस सांसद ए रेवंत रेड्डी ने पूरक प्रश्न पूछते हुए डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए सवाल किया कि आज रुपया 83 के पार चला गया है तो सरकार इसे ‘आईसीयू’ से बाहर निकालने के लिए क्या कर रही है। इस पर जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री जी जब (गुजरात के) मुख्यमंत्री थे तो उस वक्त के उनके बयान पर सवाल पूछ रहे हैं। अगर सदस्य उस जमाने की (2014 से पहले की) अर्थव्यवस्था के दूसरे संकेतकों को याद दिलाते तो ठीक रहता। उस समय पूरी अर्थव्यवस्था ही आईसीयू में थी। सिर्फ रुपया आईसीयू में नहीं था। उनका कहना था कि उस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था को पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में रखा गया था। उस समय विदेशी मुद्रा भंडार नीचे की तरफ था।
वित्त मंत्री ने कहा कि आज कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी अर्थव्यवस्था अच्छी तरह चल रही है, आगे बढ़ रही है तो लोग जलन कर रहे हैं। इस पर तो गर्व करना चाहिए। अर्थव्यवस्था अच्छी तरह चल रही है तो उसका मजाक नहीं बनाना चाहिए। (ऐसा करने पर) शर्म आनी चाहिए। वित्त मंत्री ने ‘प्याज नहीं खाने’ से संबंधित अपनी एक पुरानी टिप्पणी और ‘डॉलर के मजबूत होने’ से संबंधित बयान पर सोशल मीडिया में मीम्स बनने का भी उल्लेख करते हुए कहा,‘‘भारत का रुपया हर मुद्रा के खिलाफ मजबूत है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों के कारण डॉलर मजबूत होता जा रहा है
Finance minister in parliament some people are jealous of the growing economy of the country