उपेंद्र कुशवाहा बोले- ‘महागठबंधन’ के वोटों में बिखराव से गोपालगंज में हुई हार
पटना। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि गोपालगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में ‘‘महागठबंधन’’ के वोटों में बिखराव के कारण राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। सीतामढ़ी जिले में पत्रकारों से बातचीत में जद(यू) संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मतदाताओं से ‘‘उन लोगों से सावधान रहने का आग्रह किया, जो किसी अन्य उम्मीदवार की हार सुनिश्चित करने के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए मैदान में कूदते हैं।’’ कुशवाहा ने कहा, ‘‘गोपालगंज में महागठबंधन के वोटों में बिखराव हुआ। एक उम्मीदवार को करीब 8,000 वोट मिले जबकि दूसरे को 12,000 वोट मिले। ये सभी वोट महागठबंधन के थे। अगर बिखराव नहीं हुआ होता तो राजद बड़े अंतर से जीत जाता।’’
विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया गया। सिंह की पत्नी, भाजपा प्रत्याशी कुसुम देवी को 70,032 वोट मिले, जबकि राजद के मोहन गुप्ता को 68,243 वोट मिले। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहीं, जिन्हें मिलाकर 20,000 से अधिक वोट मिले। कुशवाहा उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव की मामी और बसपा से चुनाव लड़ने वालीं इंदिरा यादव तथा एआईएमआईएम उम्मीदवार अब्दुल सलाम को मिले वोट का जिक्र कर रहे थे। ओवैसी की पार्टी पर अक्सर भाजपा के ‘‘बी टीम’’ के रूप में काम करने का आरोप लगाया जाता है। इंदिरा यादव को 8,854 वोट जबकि अब्दुल सलाम को 12,212 वोट मिले। कुशवाहा ने कहा, ‘‘मैं मतदाताओं से अपील करना चाहता हूं कि ऐसे उम्मीदवारों के झांसे में न आएं। वे अपनी किसी महत्वाकांक्षा के साथ मुकाबले में नहीं आते हैं। उनका एकमात्र मकसद दूसरे उम्मीदवार की हार सुनिश्चित करना है। ऐसे उम्मीदवारों पर वोट बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए।’’ जद (यू) नेता ने गोपालगंज के उपचुनाव के नतीजों के लिए ‘‘खुशफहमी’’ पालने पर भाजपा पर भी कटाक्ष किया। भाजपा ने गोपालगंज सीट बरकरार रखी जबकि मोकामा में उसे हार का सामना करना पड़ा।
राजद विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य करार दिए जाने के कारण मोकामा में उपचुनाव हुआ जहां उनकी पत्नी नीलम देवी ने भाजपा उम्मीदवार को 16000 से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया। कुशवाहा ने कहा, ‘‘भाजपा को पता होना चाहिए कि गोपालगंज की उम्मीदवार कुसुम देवी को मिले वोट पार्टी के कारण नहीं थे। उनके पक्ष में सहानुभूति का कारक था। इसके बिना पार्टी उस विधानसभा क्षेत्र में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाती।’’ अगले महीने की शुरुआत में दोनों गठबंधन का एक और मुकाबला होगा, जब राजद विधायक अनिल कुमार सहनी को अयोग्य करार दिए जाने के कारण कुढ़नी सीट के लिए उपचुनाव होना है।
Upendra kushwaha says split in votes of mahagathbandhan resulted in defeat in gopalganj