एयरपोर्ट पर जाने के लिए अब नहीं होगी ID कार्ड और पासपोर्ट की जरूरत! DigiYatra है क्या और कैसे करेगा काम?
आज हम आपको भविष्य की उस टेक्नोलॉजी के बारे में बताएंगे जिससे आपका हवाई सफर बहुत आसान होने वाला है। आप जब भी हवाई यात्रा करते हैं तो आपको एयरपोर्ट पर एक बहुत लंबी-चौड़ी सुरक्षा जांच करवानी पड़ती है। लंबी लाइनों में लगना पड़ता है जहां आपको बहुत सारे दस्तावेज अपना आईकार्ड दिखाना पड़ता है। तब आपको प्रवेश मिलता है, जिसमें आपका बहुत समय बर्बाद होता है। लेकिन अब आने वाले वक्त में आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब आपका चेहरा ही आपका पहचान पत्र बन जाएगा। यानी अब आपके चेहरे से ही आपको हवाई जहाज के अंदर एंट्री मिल जाएगी। हमारे देश के तीन हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा सिस्टम लागू हो गया है। इससे फेशियल रिक्गोनिजिशन टेक्नोलॉजी के जरिए आप एयरपोर्ट के अंदर अपने चेहरे को स्कैन कराकर प्रवेश कर पाएंगे।
डिजीयात्रा क्या है और यह कैसे काम करेगी?
डिजीयात्रा की परिकल्पना है कि यात्री अपनी पहचान स्थापित करने के लिए चेहरे की विशेषताओं का उपयोग करते हुए पेपर और कांटेक्ट लेस माध्यम से हवाई अड्डे पर बोर्डिंग पास से संबंधित विभिन्न चेक प्वाइंट को क्लीयर कर सकेगा। इस तकनीक के साथ, हवाईअड्डे, सुरक्षा जांच क्षेत्रों, विमान बोर्डिंग आदि में प्रवेश सहित सभी चेकपॉइंट्स पर चेहरे की पहचान प्रणाली के आधार पर यात्रियों के प्रवेश को स्वचालित रूप से संसाधित किया जाएगा।
डिजियात्रा कहां-कहां ?
दिल्ली एयरपोर्ट के साथ बेंगलुरु और वाराणसी एयरपोर्ट पर डिजियात्रा सर्विस शुरू हो गई है। डिजीयात्रा अगले मार्च तक चार और हवाईअड्डों - हैदराबाद, पुणे, विजयवाड़ा और कोलकाता में शुरू की जाएगी। बाद में, अन्य सभी हवाई अड्डों पर डिजीयात्रा तेजी से शुरू की जाएगी।
ऐप कैसे करेगा काम ?
सबसे पहले डिजियात्रा ऐप डाउनलोड करें और रजिस्ट्रेशन करें। फिर आधार कार्ड की डिटेल भरें या डिजिलॉकर ऐप से लिंक करें। इसके बाद फोन से सेल्फी लेने का ऑप्शन आएगा, जिससे आपका चेहरा ऐप में रिकॉर्ड हो जाएगा।
एयरपोर्ट पर क्या होगा ?
ई- गेट पर बोडिंग पास स्कैन करें। उसके बाद कैमरे के सामने खड़े हो जाएं। आपके चेहरे का मिलान होते ही गेट खुल जाएगा। एयरलाइनों में, एयर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो की यात्रा करने वाले यात्री अपने घरेलू नेटवर्क पर तीनों हवाई अड्डों पर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। स्पाइसजेट, गोफर्स्ट और अकासा एयर ने अभी तक डिजीयात्रा सुविधा की पेशकश नहीं की है।
लोग डिजीयात्रा सुविधा का लाभ कैसे उठा सकते हैं?
सेवा का लाभ उठाने के लिए, एक यात्री को आधार-आधारित सत्यापन और एक सेल्फ इमेज कैप्चर का उपयोग करके डिजीयात्रा ऐप पर अपना विवरण दर्ज करना होगा। अगले चरण में, बोर्डिंग पास को स्कैन करना होता है, और क्रेडेंशियल्स को हवाई अड्डे के अधिकारियों के साथ साझा किया जाता है। एयरपोर्ट ई-गेट पर यात्री को पहले बार कोडेड बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा और ई-गेट पर स्थापित फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज को मान्य करेगा। एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद यात्री ई-गेट से एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकता है।
डिजीयात्रा कैसे कार्यान्वित की जा रही है?
यह परियोजना डिजीयात्रा फाउंडेशन द्वारा कार्यान्वित की जा रही है - एक संयुक्त उद्यम कंपनी जिसके शेयरधारक भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (26% हिस्सेदारी) और बेंगलुरु हवाई अड्डा, दिल्ली हवाई अड्डा, हैदराबाद हवाई अड्डा, मुंबई हवाई अड्डा और कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हैं। ये पांच शेयरधारक शेष 74% शेयरों को समान रूप से रखते हैं। -अभिनय आकाश
What is digiyatra and how will it work