जम्मू-कश्मीर में विकास और बदलाव देखकर गुपकार गठबंधन के होश उड़ना स्वाभाविक है जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35-ए का समापन होने के बाद अब केंद्र सरकार ने वहां की राजनीति में भी अहम बदलाव करने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। विजयादशमी के अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करके अपनी धारदार यात्रा की शुरुआत करते हुए गुपकार समूह की हवा निकालते हुए उन सभी विरोधियों को कड़ा संदेश दिया जो हमेशा पाकिस्तान की तरफदारी करते रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में अपनी सरकार बनाने की तैयारी आरम्भ कर दी है और वहां पर विकास की तीव्र होती गति व दुरुस्त होती कानून व्यवस्था का सहारा लेकर परिवारवाद की राजनीति करने वाले विरोधी दलों का सफाया करने का जिम्मा गृहमंत्री अमित शाह ने स्वयं अपने हाथों में ले लिया है। आज़ादी के बाद से राज्य के तीन परिवारों ने महज अपनी राजनीति चमकाने के लिए राज्य का बेड़ा गर्क कर के रखा था। आतंकवाद, भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद ने जन सामान्य का जीवन दुश्वार कर दिया था। अब अनुच्छेद 370 का समापन हो जाने के बाद आगामी चुनावों में इन सभी परिवारवादी दलों की राजनीति का समापन करने की तैयारी भी कर ली गई है।
read moreGyan Ganga: पूतना राक्षसी के मरते ही पूरे ब्रज में सुगंध क्यों फैल गयी थी?
read moreकश्मीर के हालात में बड़ा बदलाव होने की बात साबित कर गया अमित शाह का दौरा गृहमंत्री अमित शाह ने बारामूला में 10 हजार से ज्यादा लोगों की सभा को संबोधित किया, यही अपने आप में बड़ी बात है। उनका यह भाषण एतिहासिक और अत्यंत प्रभावशाली था। हमारे नेता लोग तो डर के मारे कश्मीर जाना ही पसंद नहीं करते लेकिन इस साल कश्मीर में यात्रियों की संख्या 22 लाख रही जबकि पिछले कुछ वर्षों में 5-6 लाख से ज्यादा लोग वहां नहीं जाते थे। बारामूला की जनसभा और यात्रियों की बढ़ी हुई संख्या ही इस बात के प्रमाण हैं कि कश्मीर के हालात अब बेहतर हुए हैं, खासतौर से 2019 में धारा 370 के हटने के बाद से!
read moreशरीर की सूजन से लड़ने में मदद करते हैं यह विटामिन और सप्लीमेंट कई बार किसी आघात, बीमारी और तनाव के कारण शरीर में सूजन आ जाती है। यह एक सामान्य अल्पकालिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है, जो कुछ समय बाद ठीक हो जाती है। हालांकि, खराब फूड च्वॉइसेस और अपर्याप्त नींद, धूम्रपान और शारीरिक गतिविधि की कमी जैसी लाइफस्टाइल हैबिट्स के कारण लंबे समय तक सूजन हो सकती है। यह पुरानी सूजन टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के आपके जोखिम को बढ़ा सकती है। ऐसे में जरूरी होता है कि आप इसे दूर करने के लिए कुछ उपाय अपनाएं। ऐसे में आप अपने आहार में कुछ बदलाव कर सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे विटामिन और सप्लीमेंट के बारे में बता रहे हैं, जो शरीर की सूजन से लड़ने में मदद करते हैं-
read moreWinter Health Tips: मौसम ने बदली करवट, सेहत का ख्याल रखने के लिए करें इन चीजों का सेवन मौसम ने करवट बदलनी शुरू कर दी है। धीरे-धीरे उत्तर भारत में मौसम बदल रहा है और सुबह-शाम की ठंड शुरू हो गई है। सर्दियों का ज्यादातर लोगों को इंतजार रहता है क्योंकि इस मौसम में गर्मी से राहत मिल जाती है। ठंडे मौसम में लोगों को भले ही गर्मी से राहत मिल जाती है, लेकिन इसका सीधा असर उनकी दिनचर्या पर पड़ता है। सर्दियाें में लोगों के आंतरिक तंत्र प्रभावित होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इस दौरान लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपनी डाइट में शामिल कर के आप सर्दियों के मौसम में होने वाली सभी स्वास्थ्य समस्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकेंगे। इसे भी पढ़ें: Diwali Healthy Menu: इस दिवाली नहीं बढ़ेगा आपका वजन, बस डाइट में करने होंगे ये छोटे-छोटे बदलाव
read moreDiwali Healthy Menu: इस दिवाली नहीं बढ़ेगा आपका वजन, बस डाइट में करने होंगे ये छोटे-छोटे बदलाव त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। नवरात्रि और दशहरा के बाद अब लोग दिवाली का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मिठाई और दूसरे स्वादिष्ट पकवान इस त्यौहार का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। त्यौहार पर जब घर में इतने सारे स्वादिष्ट पकवान आपके आसपास मौजूद हो तो खुद को उन्हें खाने से रोक पाना सभी के लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसे में लोग अक्सर ज्यादा खाना खा लेते हैं और फिर बाद में उन्हें वजन बढ़ने, कब्ज और एसिडिटी की समस्या होती हैं। वहीं कुछ लोग वजन बढ़ने के डर से खुद को दिवाली की मिठाईयों और पकवानों से वंचित रखते हैं और त्यौहार का आनंद नहीं उठा पाते हैं। इसे भी पढ़ें: आंतों का कैंसर होने पर शरीर में नजर आते हैं यह बदलाव, तुरंत हो जाएं सतर्क
read moreJio के साथ कमायें हर महीने 20,000 रुपये, नौकरी के साथ-साथ भी कर सकते है यह काम बढ़ती महंगाई के इस दौर में हर कोई अपनी नौकरी के अलावा एक्स्ट्रा इनकम कमाना चाहता है। यदि आप भी सैलरी के साथ-साथ घर बैठ कर पार्ट टाइम पैसा कमाना चाहते हैं और वो भी नौकरी के साथ-साथ तो आज हम आपके लिए लेकर आए है ये स्पेशल आर्टिकल। जिसमें आपको अपनी नौकरी भी नहीं छोड़नी पड़ेगी और खाली समय में आप एक्स्ट्रा इनकम earn कर सकते है। jio लाया है पैसा कमाने का शानदार ऑफर। Reliance Jio का JioPOS Lite ऐप आपको नौकरी के साथ-साथ पैसा कमाने का मौका देता है। जिसमें आप हर महीने 20-25 हज़ार रुपये महीने कमा सकते है। यह programme Jio Partner के तहत पेश किया गया है। इसके जरिए प्रीपेड रिचार्ज करने पर यूजर्स अपनी कमीशन ले सकते हैं। इस App को आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप के जरिए Jio कम्पनी अपने यूजर्स को Jio पार्टनर बनने का, अन्य Jio ग्राहकों के लिए प्रीपेड रिचार्ज करने का और पैसा कमाने की परमिशन देता है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस बहुत ही आसान है। तो आइए जानते हैं कि इस ऐप से आप कैसे पैसे कमा सकते हैं।
read moreरावण समूह की बैठक (व्यंग्य) रावण समूह के सदस्य राक्षस चाहते थे कि इस साल दशहरा के दिन या बाद में समूह की बैठक रखी जाए। पिछले दो साल से राक्षसी हितों बारे ढंग से विचार विमर्श नहीं हो पाया। अध्यक्ष रावण को सूचित किया गया कि सरकार जनता की भलाई के लिए बहुत काम कर रही है, समाज से बुराई खत्म करने के बेहतर तरीके निकाले जा रहे हैं। एक समय आएगा बुराई जड़ से समाप्त हो जाएगी। फिर हमारा क्या होगा, सरकार हमें भी खत्म कर देगी।
read moreसपनों का घर खरीदते समय नहीं बिखरेगा आपका सपना, बस वास्तु के इन नियमों का रखें ध्यान अपना एक घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है और इसलिए व्यक्ति रूपया-रूपया जोड़कर घर खरीदता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि घर खरीदने के बाद व्यक्ति के जीवन में अशांति छा जाती है। व्यक्ति हमेशा ही परेशान रहता है या फिर घर में रहते समय उसे हमेशा ही किसी ना किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसा उस स्थान के वास्तु दोष के कारण होता है। इसलिए कहा जाता है कि घर खरीदने से पहले व्यक्ति को बहुत अधिक सोच-विचार करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको घर खरीदने से पहले ध्यान में रखना चाहिए-
read moreसाड़ी के साथ हर बार ब्लाउज कैरी करना नहीं है जरूरी, ऐसे करें खुद को स्टाइल जब साड़ी को स्टाइल करने की बात आती है तो महिलाएं सबसे पहले अपने ब्लाउज के स्टाइल व पैटर्न पर ध्यान देती हैं। यह सच है कि ब्लाउज का स्टाइल आपके साड़ी लुक को एन्हॉन्स करता है। इतना ही नहीं, कई बार तो महिलाएं प्लेन साड़ी के साथ हैवी ब्लाउज स्टाइल करके एक स्टेटमेंट लुक कैरी करती हैं। यकीनन आप भी ऐसा ही करती होंगी। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि हर बार साड़ी के साथ ब्लाउज ही कैरी किया जाए। ब्लाउज के बिना भी ऐसे कई ऑप्शन हैं, जो साड़ी में आपके लुक को ट्विस्ट देंगे। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ ऑप्शन के बारे में बता रहे हैं-
read moreअब तक के राजनीतिक जीवन में गहलोत की कभी ऐसी फजीहत नहीं हुई थी राजस्थान कांग्रेस में चल रहे राजनीतिक घमासान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस आलाकमान के निशाने पर आ गए हैं। उनके अपने चहेते नेताओं द्वारा करवाई गई फजीहत के चलते गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लिखित में माफी मांगनी पड़ी। इसके साथ ही सोनिया गांधी के आवास के बाहर आकर मीडिया के समक्ष भी उन्हें बार-बार माफी मांगने की बात दोहरानी पड़ी। ऐसी स्थिति का सामना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने पचास साल के राजनीतिक कॅरियर में शायद ही कभी करना पड़ा हो।
read moreसांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने वाला है संघ प्रमुख मोहन भागवत का भाषण विजयदशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के वार्षिक विजय-उद्बोधन का न केवल राष्ट्रीय बल्कि सामाजिक एवं राजनीतिक महत्व है। सर संघचालक ने अपने विजय-उद्बोधन में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों का उल्लेख करते हुए संघ सोच को एक बार फिर से स्पष्ट किया है। उन्होंने देश में साम्प्रदायिक सद्भाव पर अपना विस्तृत दृष्टिकोण पेश करते हुए न केवल हिन्दू शब्द का विरोध करने वालों पर करारा प्रहार किया है, बल्कि देश में अराजकता का माहौल पैदा करने वाले मुस्लिम संगठनों पर भी सीधी चोट की है। उन्होंने देश के समग्र एवं त्वरित विकास के लिये जनसंख्या नियंत्रण की नीति पर जोर दिया है। यह विजय-उद्बोधन देकर उन्होंने जहां देश की जनता को जगाया वहीं राजनीतिक दलों की नींद उड़ा दी। सरकार को कुछ जरूरी कार्यों का दिशा-निर्देश भी दिया गया। संघ की नजरों में धर्मांतरण और घुसपैठ से जनसंख्या का संतुलन बिगड़ा है और देश का विकास बाधित हुआ है, भागवत इन समस्याओं से निपटने और उनके खिलाफ जनमत का निर्माण करने के लिए संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने देश के सामने कुछ ऐसी बड़ी चुनौतियों को रेखांकित किया, जिसे लेकर राजनीतिक दलों एवं साम्प्रदायिक संगठनों की भृकुटि कुछ तन गई है।
read moreरिवेंज शॉपिंग ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को दी है नई रफ्तार गुस्सा या यों कहें कि बदला भी इकोनोमी को बूस्ट कर सकता है। इसका जीता जागता उदाहरण है कोरोना के साये से निकलने के बाद खरीदारी की आजादी का। कोरोना ने लोगों की सोच ही बदल डाली थी और लोग भविष्य के लिए इस कदर चिंतित होने लगे थे कि भविष्य के लिए बचत और बचत ही एक मात्र ध्येय हो गया था। लोगों का ध्यान केवल बचत और खाने-पीने की सामग्री का संग्रहण, इन दो पर ही हो गया था। इसका कारण भी साफ था कि कोरोना के दौर में कब घर में कैद होना पड़े इसका अंदाज ही नहीं लगाया जा सकता था। ऐसे में लोग समुचित खाद्य सामग्री घर पर रखने पर जोर देने लगे तो आवश्यक सामग्री के अलावा अन्य चीजों पर ध्यान देना ही लगभग छोड़ दिया था। सालाना मोबाइल बदलने की आदत लोगों की छूटी तो लोगों ने कपड़ों आदि की खरीदारी से भी मुंह मोड़ लिया।
read moreसिल्क सिटी और डायमंड सिटी के रूप में जाना जाता है सूरत शहर गुजरात का सूरत शहर पूरे देशभर में अपने कपड़ा तथा हीरा उद्योग के लिए तो जाना ही जाता है साथ ही इस खूबसूरत शहर में पर्यटकों के लिए भी बहुत कुछ है। सिल्क सिटी और डायमंड सिटी के रूप में भी पहचाने जाना वाला सूरत शहर विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे वाला शहर भी है। तापी नदी सूरत शहर के मध्य से होकर गुजरती है। अक्सर शहरों में नदियों की सूरत काफी बिगड़ी होती है लेकिन सूरत शहर में ऐसा नहीं है जिसके लिए प्रशासन की सराहना की जानी चाहिए।
read moreGyan Ganga: रावण को समझाने के लिए विभीषण ने कौन-सी कहानी सुनाई थी?
read moreआंतों का कैंसर होने पर शरीर में नजर आते हैं यह बदलाव, तुरंत हो जाएं सतर्क कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जिसके बारे में सुनकर ही व्यक्ति घबरा जाता है। हालांकि, आज के समय में कैंसर का इलाज संभव है। लेकिन अधिकतर लोगों की जान सिर्फ इसलिए चली जाती है, क्योंकि उन्हें समय पर अपनी बीमारी के बारे में पता नहीं चलता है। ऐसे में वह जब तक कोई कदम उठाते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। कैंसर के विभिन्न प्रकारों में से एक है आंत का कैंसर। आज हम इसके लक्षणों के विषय पर चर्चा कर रहे हैं-
read moreसंडे स्नैक्स में इस तरह बनाएं स्पाइसी चिली बाइट्स स्नैक टाइम एक ऐसा टाइम होता है, जब व्यक्ति का कुछ अलग व टेस्टी खाने का मन करता है। ऐसे में समझ नहीं आता है कि आखिरकार क्या बनाया जाए। अगर आप भी हर दिन एक जैसा खाना खाकर बोर हो गए हैं और अब स्नैक में कुछ अच्छा खाना चाहते हैं तो ऐसे में स्पाइसी चिली बाइट्स बनाए जा सकते हैं। इसे बनाने में आपको बहुत अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है, लेकिन इसका स्वाद लाजवाब होता है। तो चलिए जानते हैं इसे बनाने का तरीका-
read moreपापांकुशा एकादशी से होते हैं सभी कष्ट दूर आज पापांकुशा एकादशी है, हिन्दू धर्म में पापांकुशा एकादशी का विशेष महत्व है, तो आइए हम आपको पापांकुशा एकादशी की पूजा विधि एवं महत्व के बारे में बताते हैं।
read moreफ्रांस: ऑस्कर विजेताओं ने ईरान में जारी विरोध प्रदर्शन के समर्थन में अपने बाल काटे पेरिस। फ्रांस की ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित अभिनेत्रियों मेरियन कोटीलार्ड और जूलिएट बिनोच समेत विभिन्न हस्तियों ने ईरान में जारी प्रदर्शनों के समर्थन में बुधवार को अपने बाल काट लिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी वीडियो भी साझा की। बिनोच ने अपने बाल काटते हुए कहा, “आजादी के लिए।” इसके बाद उन्होंने अपने कटे हुए बाल हवा में लहराए। ‘हेयर फॉर फ्रीडम’ हैशटैग के साथ साझा की गई यह वीडियो ऐसे समय में आई है जब ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं।
read more‘जबरन बाथरूम में ले गए, बच्चे का गला दबाने की थी कोशिश’ एंजेलिना जोली ने ब्रैड पिट पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप हॉलीवुड स्टार एंजेलिना जोली और उनके पूर्व पति ब्रैड पिट के बीच लड़ाई हर गुजरते दिन के साथ तेज होती जा रही है। वैराइटी की रिपोर्ट के अनुसार, 'गर्ल, इंटरप्टेड' स्टार ने ब्रैड पिट के खिलाफ एक कानूनी लड़ाई के बीच एक काउंटरसूट दायर किया है, जो एक फ्रांसीसी वाइनरी है, जिसे पूर्व युगल ने एक दशक से अधिक समय पहले खरीदा था। वैराइटी द्वारा एक्सेस किये गये काउंटरसूट के अनुसार सितंबर 2016 की घटना को लेकर कई खुलासे हैं। यह पिट, जोली और उनके बच्चों के बीच हुए एक कथित विवाद के बारे में नए विवरण का खुलासा करता है। इसे भी पढ़ें: TRS के नाम परिवर्तन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर राव को ‘राष्ट्रीय नेता’ करार दिया वैराइटी के अनुसार, पिट ने इस साल की शुरुआत में जोली के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया, जिसमें उन पर "
read moreहाइपोथायरायडिज्म के कारण वजन कम करने में आ रही हैं दिक्कतें?
read moreदशहरा पर्व बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक माना जाता है नवरात्रि के बाद आने वाला दशहरा का पर्व हिन्दुओं का बेहद ही खास पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन दशहरा का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक पर्व है, यह पर्व देश की सांस्कृतिक चेतना एवं राष्ट्रीयता को नवऊर्जा देने का भी पर्व है। आज भी अंधेरों से संघर्ष करने के लिये इस प्रेरक एवं प्रेरणादायी पर्व की संस्कृति को जीवंत बनाने की जरूरत है। प्रश्न है कौन इस संस्कृति को सुरक्षा दे?
read moreविजयादशमी पर अपराजिता पूजा से मिलता है विशेष फल आज विजयादशमी है, इस खास दिन विशेष पूजा से मिलता है लाभ। तो आइए हम आपको विजयादशमी पर किए जाने पूजा के महत्व एवं विधि के बारे में बताते हैं। दशहरे पर करें अपराजिता पूजा जब चारों युगों का प्रारम्भ हुआ था तब से अपराजिता पूजन की जाती है। देवी अपराजिता की पूजा देवता करते थे तथा ब्रह्म, विष्णु नित्य देवी का ध्यान करते हैं। देवी अपराजिता को दुर्गा का अवतार माना जाता है और विजयादशमी के दिन अपराजिता पूजा की जाती है। दशहरा के दिन दुर्गा मां की विदाई से पहले अपराजिता पूजन किया जाता है। शारदीय नवरात्र अपराजिता पूजन के बिना अधूरा माना जाता है। इस पूजा से कभी असफलता नहीं मिलती।
read moreसभी तरह की असमानताएं दूर करना चाहता है संघ, होसबाले ने जो कहा एकदम सही कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश की समस्याओं पर निरन्तर नजर रखता रहा है। गरीबी, महंगाई, अभाव, शिक्षा, चिकित्सा, सेवा और बेरोजगारी आदि क्षेत्रों में उसकी दखल से देश में व्यापक सकारात्मक बदलाव होते हुए देखे गये हैं। संघ की दृष्टि में आजादी के 75 साल बाद भी गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी अगर देश के प्रमुख मुद्दे बन कर छाए रहें, तो यह चिंता की बात होनी ही चाहिए। इस चिन्ता को महसूस करते हुए स्वदेशी जागरण मंच के एक कार्यक्रम में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने संघ का आर्थिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के सरकार के दौरान इन समस्याओं के बरकरार रहने पर चिन्ता जताई। दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि 23 करोड़ लोग आज भी गरीबी रेखा से नीचे हैं। देश के बड़े हिस्से को आज भी साफ पानी और दो समय के भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ता है। निश्चित ही होसबाले का उद्बोधन देश की समस्याओं पर एक तटस्थ एवं निष्पक्ष सोच देने का माध्यम बना है। इससे देश को समस्यामुक्त बनाने की दिशा में एक नया मोड़ मिलेगा। संघ का राष्ट्रीय समस्याओं पर दृष्टिकोण स्पष्ट है, यह एक दिशासूचक बना है, गिरजे पर लगा दिशा-सूचक नहीं, यह तो जिधर की हवा होती है उधर ही घूम जाता है। यह कुतुबनुमा है, जो हर स्थिति में सही दिशा एवं दृष्टि को उजागर करता रहा है और रहेगा।
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