Indian women hockey टीम Netherlands और South Africa से भिड़ने के लिये सात मैचों के दौरे पर निकली
Sports Indian women hockey टीम Netherlands और South Africa से भिड़ने के लिये सात मैचों के दौरे पर निकली

Indian women hockey टीम Netherlands और South Africa से भिड़ने के लिये सात मैचों के दौरे पर निकली बेंगलुरू। भारतीय महिला हॉकी टीम 16 जनवरी से शुरू होने वाले सात मैचों के अभ्यास दौरे पर दक्षिण अफ्रीका जायेगी जिसमें दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड के खिलाफ भी तीन मैच शामिल हैं। सविता पूनिया की अगुआई वाली टीम मेजबान दक्षिण अफ्रीका से केप टाउन में चार मैच खेलेगी। इसके बाद 23 जनवरी से तीन मुकाबलों में नीदरलैंड के सामने होगी। सविता ने कहा, ‘‘हम वार्षिक कैलेंडर में काफी अभ्यास मैच आयोजित कराने के लिये हॉकी इंडिया के आभारी हैं क्योंकि इस साल हम एशियाई खेलों के लिये अच्छी तैयारी करने और पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई करने पर ध्यान लगा रहे हैं। ’’ इसे भी पढ़ें: India vs Sri Lanka 3rd ODI 2023 | अंतिम वनडे में गेंदबाजी विकल्प आजमा सकती है सीरीज जीत चुकी भारतीय टीम भारतीय कप्तान को लगता है कि इस दौरे से टीम को एशियाई खेलों से पहले अपने कमजोर पक्ष को जानने और इन पर काम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका और दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड के खिलाफ मैच से हमें अपने खेल के स्तर को सुधारने में मदद मिलेगी और साथ ही हम जिस विभाग में पिछड़ रहे हैं, उसे भी हम पता कर पायेंगे। इसे भी पढ़ें: Hockey World Cup: स्पेन के बाद अब इंग्लैंड को हराने के इरादे से उतरेगा भारतबेंगलुरू में दो हफ्ते के शिविर के बाद हम इस दौर के लिये अच्छी तरह तैयार हैं। ’’ सविता की अगुआई में टीम ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी 2022 में हॉकी के लिये अच्छे साल के बाद आत्मविश्वास से भरी हैं और हम अच्छे प्रदर्शन से सत्र की शुरूआत करना चाहते हैं।

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Hockey World Cup: स्पेन के बाद अब इंग्लैंड को हराने के इरादे से उतरेगा भारत
Sports Hockey World Cup: स्पेन के बाद अब इंग्लैंड को हराने के इरादे से उतरेगा भारत

Hockey World Cup: स्पेन के बाद अब इंग्लैंड को हराने के इरादे से उतरेगा भारत राउरकेला। स्पेन पर दबदबे भरी जीत से बेहतरीन तरीके से अपना अभियान शुरू करने वाली भारतीय टीम के सामने रविवार को यहां एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप के दूसरे पूल मैच में इंग्लैंड की चुनौती होगी और वह इस कड़ी परीक्षा में खरा उतरने के लिये आत्मविश्वास से भरी होगी। भारत ने नये बिरसा मुंडा स्टेडियम में पूल डी के शुरूआती मैच में शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए स्पेन को 2-0 से हरा दिया लेकिन इंग्लैंड की टीम भी उतनी ही चुनौतीपूर्ण होगी। पहले दो क्वार्टर में भारत ने शानदार आक्रामक हॉकी खेली और स्थानीय खिलाड़ी अमित रोहिदास की मदद से पेनल्टी कॉर्नर में किये गोल से बढ़त बनायी और फिर हार्दिक सिंह की बदौलत इसे दोगुना किया। इसे भी पढ़ें: India vs Sri Lanka 3rd ODI 2023 | अंतिम वनडे में गेंदबाजी विकल्प आजमा सकती है सीरीज जीत चुकी भारतीय टीम कप्तान हरमनप्रीत सिंह और उप कप्तान रोहिदास ने फिर बेहतरीन रक्षात्मक खेल दिखाया जिससे मुख्य कोच ग्राहम रीड काफी प्रभावित दिखे। हरमनप्रीत एंड कंपनी इंग्लैंड के खिलाफ एक और मजबूत रक्षात्मक प्रदर्शन करना चाहेगी। इंग्लैंड ने वेल्स के खिलाफ जीत में सभी चार क्वार्टर में गोल किये हैं। रीड ने कहा, ‘‘पहला मैच जीतना अच्छा है। लेकिन डिफेंसिव प्रयास देखना सुखद था और हमने गेंद पर कब्जा बनाये रखा। बमुश्किल से कुछेक ही लोग थे जो अच्छा नहीं खेले। आपको विश्व कप में जीतने के लिये इसी चीज की जरूरत होती है। हम इसे अगले मैच में भी जारी रखेंगे। ’’ अनुभवी पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक भी भारतीय गोल के आगे बेहतरीन थे लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर ओलिवर पेने ने भी वेल्स के खिलाफ काफी प्रयासों को विफल किया, विशेषकर अंतिम क्वार्टर में। भारतीयों की एकमात्र कमजोरी पेनल्टी कॉर्नर थी क्योंकि स्पेन के खिलाफ पांच में से वे किसी एक को भी सीधे गोल में तब्दील नहीं कर सके। हाल के वर्षों में लगभग प्रत्येक टूर्नामेंट में टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और शीर्ष स्कोरर रहे हरमनप्रीत हालांकि पेनल्टी स्ट्रोक चूकने के अलावा पेनल्टी कॉर्नर से भी गेंद को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सके। उन्होंने इसे स्वीकार किया और वह इंग्लैंड के खिलाफ इस प्रदर्शन की भरपायी करना चाहेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाना भारत को भारी पड़ सकता है। भारतीय खिलाड़ियों को साथ ही सतर्क रहना होगा कि उन्हें रैफरी कोई कार्ड नहीं दिखा दे क्योंकि उन्हें स्पेन के खिलाफ अंतिम क्वार्टर में अभिषेक के बिना ही खेलना पड़ा था जिन्हें फाउल के लिये पीला कार्ड दिखाया गया था। इंग्लैंड के खिलाफ जीत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे भारत क्वार्टरफाइनल के एक कदम करीब पहुंच जायेगा। मेजबान टीम अपने पूल में शीर्ष पर रहना चाहेगी और ग्रुप की निचली रैंकिंग की टीम वेल्स के खिलाफ निश्चित रूप से दबदबा बनाये रखेगी। इंग्लैंड विश्व रैंकिंग में भारत से एक स्थान ऊपर पांचवें स्थान पर है लेकिन दोनों टीमों के बीच प्रदर्शन में बीते वर्षों में ज्यादा अंतर नहीं रहा है। पिछले साल दोनों टीमों ने एक दूसरे के खिलाफ तीन मैच खेले थे। राष्ट्रमंडल खेलों में दोनों के बीच मैच 4-4 से ड्रा रहा था। एफआईएच प्रो लीग के पहले चरण में मैच 3-3 से ड्रा रहा और इसके बाद दूसरे मैच में भारत ने 4-3 से जीत दर्ज की।

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India vs Sri Lanka 3rd ODI 2023 | अंतिम वनडे में गेंदबाजी विकल्प आजमा सकती है सीरीज जीत चुकी भारतीय टीम
Cricket India vs Sri Lanka 3rd ODI 2023 | अंतिम वनडे में गेंदबाजी विकल्प आजमा सकती है सीरीज जीत चुकी भारतीय टीम

India vs Sri Lanka 3rd ODI 2023 | अंतिम वनडे में गेंदबाजी विकल्प आजमा सकती है सीरीज जीत चुकी भारतीय टीम तिरूवनंतपुरम। भारतीय टीम की निगाहें रविवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे में जीत से श्रृंखला क्लीन स्वीप करने पर लगी है जिससे कप्तान रोहित शर्मा बल्लेबाजी लाइन-अप में कोई छेड़छाड़ नहीं करना चाहेंगे लेकिन वह गेंदबाजी विकल्पों को आजमाने की कोशिश कर सकते हैं। भारत ने गुवाहाटी में आसान जीत के बाद कोलकाता में शीर्ष क्रम के चरमराने के बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज कर श्रृंखला में अजेय बढ़त बनायी। अब खिलाड़ी दौरे के अंतिम मैच में भी इसी प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे। इसे भी पढ़ें: तेंदुलकर ने कहा कि भारत की अंडर-19 महिला टीम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है टीम इस मैच के बाद 72 घंटे से भी कम समय में बेहतर प्रतिद्वंद्वी न्यूजीलैंड से भिड़ेगी और श्रीलंका के खिलाफ इस श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप से खिलाड़ी आगामी सीरीज के लिये आत्मविश्वास से भरे होंगे। कार्यभार प्रबंधन के भले ही अपने फायदे हो लेकिन इसकी कुछ खामियां भी हैं जैसे खिलाड़ी को बीच बीच में आराम देने से वह लय नहीं हासिल कर पाता। हो सकता है यही कारण हो कि भारतीय कप्तान अंतिम मैच में शीर्ष क्रम में ईशान किशन या मध्यक्रम में सूर्यकुमार यादव को नहीं खिलाना चाहें। सभी शीर्ष पांच बल्लेबाज गेंदबाजों के मुफीद ग्रीनफील्ड्स स्टेडियम में श्रीलंकाई आक्रमण के खिलाफ और अधिक बल्लेबाजी करना चाहेंगे जिसमें आल राउंडर हार्दिक पंड्या भी शमिल हैं।

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India-China व्यापार बढ़कर 135.98 अरब डॉलर, व्यापार घाटा पहली बार 100 अरब डॉलर के पार
Business India-China व्यापार बढ़कर 135.98 अरब डॉलर, व्यापार घाटा पहली बार 100 अरब डॉलर के पार

India-China व्यापार बढ़कर 135.98 अरब डॉलर, व्यापार घाटा पहली बार 100 अरब डॉलर के पार भारत और चीन के बीच व्यापार 2022 में बढ़कर 135.

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गूगल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा आयोग का आदेश भारत में डिजिटलीकरण को नुकसान पहुंचाएगा
Business गूगल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा आयोग का आदेश भारत में डिजिटलीकरण को नुकसान पहुंचाएगा

गूगल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा आयोग का आदेश भारत में डिजिटलीकरण को नुकसान पहुंचाएगा गूगल ने शुक्रवार को प्रतिस्पर्धा नियामक के उस पर अपनी मजबूत स्थिति के कथित दुरूपयोग के लिए जुर्माना लगाने पर निशाना साधा और कहा कि इससे भारत में डिजिटलीकरण को नुकसान पहुंचेगा तथा कीमतें बढ़ेंगी। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने गूगल पर कुल 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया था। इस पर अंतरिम राहत पाने में विफल रहने पर अमेरिकी तकनीकी कंपनी ने एक ब्लॉग में लिखा है कि यह आदेश कैसे देश में डिजिटल परिवेश को नुकसान पहुंचाएगा। इसमें कहा गया है कि भारत एक ऐसे मोड़ पर है, जहां पहुंच संबंधी बाधाओं को कम करना चाहिए और सभी को सुरक्षित स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाना चाहिए। गूगल ने कहा, ऐसे समय में जब भारत की केवल आधी आबादी ही डिजिटल रूप से जुड़ी हुई है, सीसीआई के आदेश में दिए गए निर्देशों से देश के डिजिटलीकरण में तेजी लाने वाले परिवेश पर हमला हुआ है। कंपनी ने साथ ही कहा कि वह आदेशों के खिलाफ अपील कर रही है। सीसीआई ने अक्टूबर में एक सप्ताह से भी कम समय में पारित दो आदेशों के माध्यम से गूगल पर 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया था। नियामक ने 20 अक्टूबर को एंड्रॉयड मोबाइल उपकरणों के संबंध में कई बाजारों में मजबूत स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए गूगल पर 1,337.

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तेंदुलकर ने कहा कि भारत की अंडर-19 महिला टीम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है
Cricket तेंदुलकर ने कहा कि भारत की अंडर-19 महिला टीम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है

तेंदुलकर ने कहा कि भारत की अंडर-19 महिला टीम में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि भारतीय महिला अंडर-19 टीम शुरूआती आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व कप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों से एक हो सकती है। सीनियर खिलाड़ी शेफाली वर्मा और ऋचा घोष 15 सदस्यीय भारतीय महिला टीम का हिस्सा हैं जो शनिवार से दक्षिण अफ्रीका में शुरू हो रही इस आईसीसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। तेंदुलकर ने आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के लिये लिखे एक कॉलम में लिखा, ‘‘मैं कहूंगा कि भारत की महिला टीम में इस बार बेहतरीन टीम में से एक होने की काबिलियत है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में कुछ अनुभवी खिलाड़ियों और कुछ युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का अच्छा संतुलन है। ’’ टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा लेंगी जिसमें 41 मैच खेले जायेंगे। तेंदुलकर को लगता है कि आईसीसी के टूर्नामेंट का महिला क्रिकेट के परिदृश्य पर काफी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने लिखा, ‘‘अंडर-19 महिला टूर्नामेंट पहली बार हो रहा है जिससे काफी उम्मीदें हैं। मुझे लगता है कि यह परिदृश्य बदल सकता है क्योंकि एक वैश्विक मंच से युवा महिला क्रिकेटरों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा और उन्हें अनुभव हासिल होगा। ’’ तेंदुलकर ने लिखा, ‘‘महिला क्रिकेट ने हालांकि काफी प्रगति कर ली है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अभी भी विकास किया जाना बाकी है। इस समय दुनिया भर में और अधिक मजबूत जमीनीं प्रणाली की जरूरत है। हम जितना ‘बेस’ बढ़ायेंगे, उतनी ही ज्यादा प्रतिभा खोज पायेंगे।

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Chandimal ने कहा कि आश्चर्य है कि Suryakumar Yadav भारत की वनडे टीम में नहीं हैं
Cricket Chandimal ने कहा कि आश्चर्य है कि Suryakumar Yadav भारत की वनडे टीम में नहीं हैं

Chandimal ने कहा कि आश्चर्य है कि Suryakumar Yadav भारत की वनडे टीम में नहीं हैं श्रीलंका के पूर्व कप्तान दिनेश चांदीमल ने सूर्यकुमार यादव को भारतीय एकदिवसीय एकादश में जगह नहीं मिलने पर आश्चर्य जताते हुए शुक्रवार को कहा कि इस तरह का आक्रामक बल्लेबाज 30 से 50 रन की पारी से पूरे मैच का रूख मोड़ सकता है। श्रीलंका के लिए 157 एकदिवसीय में लगभग 5000 (4936) रन बनाने वाले चांदीमल ने कहा, ‘‘ यह दिखाता है कि भारतीय क्रिकेट में कितनी प्रतिभा है। मुझे फिर भी लगता है कि सूर्यकुमार यादव एकदिवसीय टीम का हिस्सा हो सकते है।’’ श्रीलंका केखिलाफ तीसरे और निर्णायक टी20 अंतरराष्ट्रीय में सूर्यकुमार ने शतकीय पारी खेलकर टीम की जीत सुनिश्चित की। उनकी 51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी से भारत ने निर्णायक मुकाबले में श्रीलंका को 91 रन के बड़े अंतर से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला को 2-1 से जीता था। संयुक्त अरब अमीरात में खेले जा रहे इंटरनेशनल लीग टी20 (आईएलटी20) में डेजर्ट्स वाइपर्स टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे चांदीमल ने कहा , ‘‘ सूर्यकुमार यादव जैसा खिलाड़ी 30 से 50 रन की पारी से प्रतिद्वंद्वी टीमको परेशानी में डाल सकता है। उनकी रन बनाने की गति से काफी फर्क पड़ता है इससे टीम के दूसरे खिलाड़ियों का काम आसान हो जाता है।’’ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला को गंवाने के बाद श्रीलंका की टीम तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 0-2 से पीछे है और इसका आखिरी मुकाबला 15 जनवरी को खेला जायेगा। चांदीमल ने उम्मीद जताई कि टीम सकारात्मक क्रिकेट खेलकर दौरे को अच्छे से खत्म करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के खिलाफ उसकी घरेलू सरजमीं पर खेलना आसान नहीं है। लेकिन मैं चाहूंगा कि हमारे खिलाड़ी सकारात्मक क्रिकेट खेले। सकारात्मक सोच के साथ बल्लेबाजी करें और सकारात्मक सोच के साथ गेंदबाजी करें। ’’ चांदीमल ने कहा कि आईएलटी20 की तरह के लीग से उन खिलाड़ियों को भी फायदा होगा जो राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं। पिछले साल फरवरी में अपना पिछला टी20 अंतरराष्ट्रीय और नवंबर में एकदिवसीय खेलने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ इस लीग में अच्छा प्रदर्शन कर खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में वापसी कर सकते है। अपने कौशल को दुनिया को दिखाने का यह अच्छा मंच है।’’ चांदीमल ने इस बात पर हैरानी जताई की उनकी राष्ट्रीय टीम के कप्तान दासुन शनाका के लिए इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में किसी फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगायी। उन्होंने कहा, ‘‘इस मुझे हैरानी हुई। वह ऐसा खिलाड़ी है जो छोटे प्रारूप में कभी में मैच के रूख को बदल सकता है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में कोई टीम उसे अपने साथ जोडेगी।’’ शनाका ने भारत के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला के शुरूआती एकदिवसीय में नाबाद 108 रन की पारी खेली। उन्होंने इससे पहले टी20 श्रृंखला में भी गेंद और बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया था। दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने नाबाद 56 रन की पारी खेलने के बाद चार रन देकर दो विकेट झटके थे जिससे श्रीलंका ने 16 रन से मैच जीता था।

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Indian tennis टेनिस की व्यथा , एकल में नहीं नजर आता भविष्य
Sports Indian tennis टेनिस की व्यथा , एकल में नहीं नजर आता भविष्य

Indian tennis टेनिस की व्यथा , एकल में नहीं नजर आता भविष्य एटीपी एकल रैंकिंग में शीर्ष 300 में भारत का एक भी टेनिस खिलाड़ी नहीं है। टाटा ओपन महाराष्ट्र एटीपी 250 टूर्नामेंट में भारत के एक भी खिलाड़ी को एकल मुख्य ड्रॉ में सीधे प्रवेश नहीं मिला। वाइल्ड कार्ड से खेलने वाले तीन भारतीयों में से कोई भी दूसरे दौर में नहीं पहुंच सका। इस साल आस्ट्रेलियाई ओपन क्वालीफायर में एक भी भारतीय खिलाड़ी नहीं है। दूसरी ओर 11 भारतीय युगल खिलाड़ी शीर्ष 300 में और चार शीर्ष सौ में हैं। दो शीर्ष सौ में पहुंचने की दहलीज पर हैं। जूनियर दिनों में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बने युकी भांबरी ने भी अपने कैरियर को विस्तार देने के लिये युगल पर ही फोकस करने का फैसला किया है। यानी भारत में एक एकल टेनिस का भविष्य नजर ही नहीं आ रहा। लिएंडर पेस और महेश भूपति के दौर के बाद प्रभावित करने वाले युकी, सुमित नागल, प्रजनेश , रामकुमार में से कोई भी भारत में अभ्यास नहीं कर रहा। अधिकांश यूरोप के विभिन्न हिस्सों में हैं। नागल को भूपति से सहयोग मिला जबकि रामकुमार को बार्सीलोना में अभ्यास में टीएनटीए मदद कर रहा है। युकी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो मदद की जरूरत नहीं है। प्रजनेश के साथ उनके पिता है जो उनकी हर जरूरत का ख्याल रख रहे हैं। भारत में एक एटीपी 250 और तीन चार चैलेंजर टूर्नामेंट होते हैं और वह भी तीन राज्यों तक ही सिमटे हैं। एकल टेनिस में भारत की स्थिति बहुत खराब है जिससे लगता है कि भारत को एकल खेलना छोड़़ ही देना चाहिये। इस दशा तक पहुंचने के कई कारण है और सबसे मूल कारण यह है कि टेनिस एक महंगा खेल है। पूर्वोत्तर, बिहार, उत्तर प्रदेश या पंजाब में युवा टेनिस नहीं खेलते लेकिन पहाड़ों पर या वीरान मैदानी इलाकों में भी बच्चे क्रिकेट खेलते दिख जाते हैं। आप घर के पास गली में बैडमिंटन खेल सकते हैं लेकिन टेनिस नहीं। शुरूआती स्तर का रैकेट 4000 रूपये का आता है। इसके बाद तार हर सप्ताह बदलनी पड़ती है जो न्यूनतम 600 रूपये की आती है। तीन गेंद की कीमत 400 रूपये है और तेज खेलने पर एक सत्र के बाद ही गेंद बेकार हो जाती है। टेनिस कोर्ट भी मुफ्त खेलने के लिये उपलब्ध नहीं हैं। फिर कोचिंग भी बहुत महंगी है। इन सबके बाद भारत में एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट भी इक्के दुक्के होते हैं। भारतीयों को अनुभव के लिये यूरोपीय देशों में जाना पड़ता है और यह जेब पर बहुत भारी पड़ता है। इस स्थिति से उबरने के लिये टेनिस को लोकप्रिय बनाना होगा और देश भर के स्कूलों में टेनिस कोर्ट उपलब्ध कराने के लिये अखिल भारतीय टेनिस संघ को पहल करनी होगी। हर राज्य में इंटर स्कूल टूर्नामेंट कराने होंगे। इसके साथ ही घरेलू एटीपी चैलेंजर सर्किट बनाना होगा। पुराने खिलाड़ियों को साथ लेकर चलना होगा।

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India ने Spain को दो गोल से हराकर विश्व कप में जीत के साथ किया आगाज
Sports India ने Spain को दो गोल से हराकर विश्व कप में जीत के साथ किया आगाज

India ने Spain को दो गोल से हराकर विश्व कप में जीत के साथ किया आगाज आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय टीम ने खचाखच भरे बिरसा मुंडा स्टेडियम पर शुक्रवार को एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप के अपने पहले मैच में स्पेन को 2 .

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Hockey World Cup: भारत ने स्पेन को 2-0 से हराकर की विजयी शुरुआत, अमित रोहिदास और हार्दिक चमके
Sports Hockey World Cup: भारत ने स्पेन को 2-0 से हराकर की विजयी शुरुआत, अमित रोहिदास और हार्दिक चमके

Hockey World Cup: भारत ने स्पेन को 2-0 से हराकर की विजयी शुरुआत, अमित रोहिदास और हार्दिक चमके हॉकी विश्व कप 2023 का भारत में शानदार आगाज किया है। भारत में राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में खेले गए अपने पहले मुकाबले में स्पेन को 2-0 से हराया है। भारत की जीत में अमित रोहिदास और हार्दिक सिंह का अहम योगदान रहा। दोनों की ओर से एक-एक गोल दागे गए हैं। भारत और स्पेन के बीच पुल दिखाइए मुकाबला था। भारत को अपना अगला मुकाबला 15 जनवरी को इंग्लैंड के खिलाफ खेलना है। भारत पहले क्वार्टर में 1-0 से आगे रही। दूसरे क्वार्टर में भी टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहा।

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‘मेगा एक्स्पो’ में दिखेगी भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों की झाँकी
Proventhings ‘मेगा एक्स्पो’ में दिखेगी भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों की झाँकी

‘मेगा एक्स्पो’ में दिखेगी भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों की झाँकी अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ने के साथ-साथ भारत ने कोविड-19 की वैक्सीन बेहद कम समय में बनाकर पूरी दुनिया के सामने अपनी वैज्ञानिक क्षमता की मिसाल पेश की है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय प्रयोगशालाओं और हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की एक लंबी सूची है। लेकिन, अपने देश की इन उपलब्धियों के बारे में बहुसंख्य लोगों को जानकारी नहीं है। भारत की ऐसी अनेक वैज्ञानिक उपलब्धियों, स्टार्टअप्स और नवाचारों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर भोपाल में 21 से 24 जनवरी तक आयोजित होने वाले ‘मेगा साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी एक्स्पो’ के दौरान मिल सकता है। 

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Zhao Lijian: भारत, अमेरिका और ताइवान पर हमले की ताक में रहने वाले Wolf Warrior से जिनपिंग ने क्यों किया किनारा, क्या कुछ बड़ा करने की फिराक में है चीन?
Mri Zhao Lijian: भारत, अमेरिका और ताइवान पर हमले की ताक में रहने वाले Wolf Warrior से जिनपिंग ने क्यों किया किनारा, क्या कुछ बड़ा करने की फिराक में है चीन?

Zhao Lijian: भारत, अमेरिका और ताइवान पर हमले की ताक में रहने वाले Wolf Warrior से जिनपिंग ने क्यों किया किनारा, क्या कुछ बड़ा करने की फिराक में है चीन?

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Hockey World Cup 2023: भारत स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरकर करेगा टूर्नामेंट का आगाज, जानें किस टीम का पलड़ा है भारी
Sports Hockey World Cup 2023: भारत स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरकर करेगा टूर्नामेंट का आगाज, जानें किस टीम का पलड़ा है भारी

Hockey World Cup 2023: भारत स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरकर करेगा टूर्नामेंट का आगाज, जानें किस टीम का पलड़ा है भारी पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2023 का आगाज भुवनेश्वर में दोपहर एक बजे से अर्जेंटिना और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले मुकाबले से हो जाएगा। इस दिन कुल चार मुकाबले खेले जाने है। दिन का अंतिम मुकाबला खेलते हुए मेजबान भारत भी टूर्नामेंट का आगाज करेगी। भारत और स्पेन के बीच राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में शाम सात बजे से खेला जाएगा। भारत इस विश्व कप में अपने 48 वर्षों के सूखे को खत्म करने के लिहाज से उतरेगी। वहीं विपक्षी टीम भी पहला विश्व कप खिताब जीतने के लिए पूरा दम लगाएगी। इस विश्व कप से पहले  भी भारत और स्पेन के बीच कई मुकाबले हो चुके है। आइए जानते हैं कि दोनों टीमों में से किस टीम का पलड़ा भारी है। ऐसा रहा है आंकड़ाआंकड़ों के मुताबिक वर्ष 1948 से अब तक भारत और स्पेन के बीच कुल 30 मुकाबले खेले गए है। इनमें से भारत की टीम ने 13 मुकाबलों में जीत हासिल की है जबकि स्पेन की टीम 11 मुकाबले जीत चुकी है। दोनों टीमों के बीच छह मुकाबले ड्रॉ रहे है। बता दें कि अंतिम बार भारत और ने फरवरी 2022 में प्रो लीग मैच में स्पेन के साथ पहला मुकाबला खेला था जिसमें स्पेन ने 5-3 से जीत दर्ज की थी। प्रो लीग के दूसरे मुकाबले में भारत ने 5-4 से जीत हासिल की थी। वहीं वर्ष 2020 में आयोजित हुए टोक्यो ओलंपिक में भारत ने स्पेन को 3-0 से मात दी थी। ऐसा रहा है भारत का विश्व कप में सफरभारत की टीम ने वर्ष 1971 में आयोजित पहले विश्व कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था इसके बाद वर्ष 1973 में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया था। इसके बाद से भारतीय टीम का विश्व कप में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। वर्ष 2014 तक भारतीय टीम कभी ग्रुप स्टेज को पार करने में भी सफल नहीं हो सकी। वहीं वर्ष 2018 में हुए विश्व कप के दौरान भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल मुकाबले तक पहुंची थी। हालांकि क्वार्टरफाइनल मुकाबले में नीदरलैंड के टीम से हारकर टीम का विश्वकप का सफर खत्म हो गया था। भारतीय टीम प्रबल दावेदारइस बार भारतीय टीम विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार है। भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में छठे नंबर पर है। भारत ने एफआईएच प्रो लीग में भी तीसरा स्थान हासिल किया था। माना जा रहा है कि भारतीय टीम का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है। वर्ष 2019 में ग्राहम रीड को भारतीय टीम का कोच बनाया गया जिसके बाद से भारतीय टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन करती आई है। रीड ने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में सफलता हासिल की है। रीड ने एक इंटरव्यू में कहा कि प्रैक्टिस के दौरान भी खिलाड़ी मैच के हालातों को ध्यान में रखते हुए ही खेलते है। ऐसे खेल की प्रैक्टिस करने से खिलाड़ियों को काफी लाभ हुआ है। ये है टीमगोलकीपर: कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेशडिफेंडर्स: जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उपकप्तान), नीलम संजीपमिडफील्डर: मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंहफॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंहवैकल्पिक खिलाड़ी: राजकुमार पाल, जुगराज सिंहहेड कोच: ग्राहम रीड 

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USआबादी के कुल एक प्रतिशत भारतीय अमेरिकी देते हैं छह प्रतिशत कर : सांसद
International USआबादी के कुल एक प्रतिशत भारतीय अमेरिकी देते हैं छह प्रतिशत कर : सांसद

USआबादी के कुल एक प्रतिशत भारतीय अमेरिकी देते हैं छह प्रतिशत कर : सांसद वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य रिच मैक्कोर्मिक ने बृहस्पतिवार को सदन को बताया कि भारतीय-अमेरिकी अमेरिका की कुल आबादी का एक प्रतिशत हैं लेकिन वे करीब छह प्रतिशत करों का भुगतान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह जातीय समुदाय समस्या का कारण नहीं बनता बल्कि कानूनों का पालन करता है। रिच मैक्कोर्मिक (54) ने बृहस्पतिवार को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में अपने पहले एवं संक्षिप्त संबोधन में कहा कि उनके समुदाय में पांच चिकित्सकों में से एक भारत से हैं। उन्होंने भारतीय-अमेरिकियों को महान देशभक्त, ईमानदार नागरिक और अच्छे दोस्त बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ वे अमेरिकी समाज का करीब एक प्रतिशत हैं, लेकिन वे लगभग छह प्रतिशत करों का भुगतान करते हैं। वे समस्याएं खड़ी नहीं करते। वे कानून का पालन करते हैं।’’ जॉर्जिया में भारतीय-अमेरिकियों की अच्छी खासी आबादी है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस अवसर पर अपने क्षेत्र के मतदाताओं की सराहना करने के लिए यहां हूं, खासकर उन लोगों की जो भारत से आकर बसे हैं। हमारे पास करीब 1,00,000 लोगों का समुदाय का एक बहुत बड़ा हिस्सा है, जो सीधे भारत से आकर बसे हैं।’’

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Sharad Yadav का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति : शरद पवार
National Sharad Yadav का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति : शरद पवार

Sharad Yadav का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति : शरद पवार मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। दिग्गज समाजवादी नेता ने बृहस्पतिवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली।यादव 75 वर्ष के थे।

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PM Modi ने कहा कि पूरी दुनिया भारत और उसके युवाओं के प्रति उम्मीद की निगाह से देख रही है
National PM Modi ने कहा कि पूरी दुनिया भारत और उसके युवाओं के प्रति उम्मीद की निगाह से देख रही है

PM Modi ने कहा कि पूरी दुनिया भारत और उसके युवाओं के प्रति उम्मीद की निगाह से देख रही है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवा शक्ति को भारत की यात्रा की प्रेरक शक्ति बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए अगले 25 साल महत्वपूर्ण हैं। स्वामी विवेकानंद का बार-बार जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया भारत और इसके युवाओं को आशा भरी निगाहों से देख रही है। मोदी ने कहा, ‘‘युवा शक्ति भारत की यात्रा की प्रेरक शक्ति है!

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Pakistan की मीडिया नियामक संस्था ने Indian सामग्री प्रसारित करने वाले केबल संचालकों पर कार्रवाई की
International Pakistan की मीडिया नियामक संस्था ने Indian सामग्री प्रसारित करने वाले केबल संचालकों पर कार्रवाई की

Pakistan की मीडिया नियामक संस्था ने Indian सामग्री प्रसारित करने वाले केबल संचालकों पर कार्रवाई की पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर निगरानी रखने वाली संस्था ने देश में टीवी चैनलों पर भारतीय सामग्री प्रसारित करने वाले केबल संचालकों के खिलाफ बृहस्पतिवार को कार्रवाई शुरू की। निगरानी संस्था ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने चार केबल संचालकों पर भारतीय सामग्री का प्रसारण करने पर छापेमारी की। बयान में कहा गया कि कराची में केबल संचालकों- शारजाह केबल नेटवर्क, कराची केबल सर्विसेज, न्यू सैटेलाइट कम्युनिकेशन और स्टार डिजिटल केबल नेटवर्क पर छापेमारी की गई। इसमें कहा गया कि छापेमारी के दौरान नियामक संस्था ने अवैध उपकरण जब्त किए और नियमों का उल्लंघन करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। पीईएमआरए ने 2016 में स्थानीय टेलीविजन और एफएम रेडियो चैनलों पर भारतीय सामग्री प्रसारित करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। हालाँकि, लाहौर उच्च न्यायालय ने 2017 में प्रतिबंध हटा दिया क्योंकि पाकिस्तान सरकार को इसके संबंध में कोई आपत्ति नहीं थी। वर्ष 2018 में, पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने लाहौर उच्च न्यायालय के आदेश को पलटते हुए देश में टीवी चैनलों पर भारतीय सामग्री के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया था।

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Prabhasakshi Exclusive: One Army One Uniform व्यवस्था क्यों लागू करने जा रही है Indian Army
National Prabhasakshi Exclusive: One Army One Uniform व्यवस्था क्यों लागू करने जा रही है Indian Army

Prabhasakshi Exclusive: One Army One Uniform व्यवस्था क्यों लागू करने जा रही है Indian Army प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास साप्ताहिक कार्यक्रम शौर्य पथ में ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डीएस त्रिपाठी से सवाल किया गया कि भारतीय सेना वन आर्मी, वन यूनिफॉर्म की राह पर क्यों आगे बढ़ रही है। हमने जानना चाहा कि सेना की वर्दी में क्या बड़े बदलाव दिखने वाले हैं?

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भारत में आयोजित हो रहा है Hockey World Cup 2023, ऐसे देख सकेंगे लाइव मुकाबले
Sports भारत में आयोजित हो रहा है Hockey World Cup 2023, ऐसे देख सकेंगे लाइव मुकाबले

भारत में आयोजित हो रहा है Hockey World Cup 2023, ऐसे देख सकेंगे लाइव मुकाबले हॉकी विश्व कप 2023 की शुरुआत 13 जनवरी से ओडिशा के भुवनेश्वर में होने जा रही है। दोपहर 1 बजे अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले मुकाबले के साथ ही विश्व कप का रोमांच शुरू हो जाएगा। इसी दिन शाम सात बजे भारतीय टीम स्पेन की टीम के साथ भिड़ते हुए अपने विश्व कप टूर्नामेंट का आगाज करेगी। जानकारी के मुताबिक विश्व कप के पहले दिन चार मुकाबले खेले जाने है। विश्व कप का रोमांच जो 13 जनवरी से शुरू होगा वो 29 जनवरी तक जारी रहेगा। इस दिन फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। बता दें कि इस विश्व कप में कुल 16 टीमें हिस्सा ले रही है, जिनके बीच कुल 44 मुकाबले खेले जाएंगे। बता दें कि ग्रुप स्टेज में सभी टीमें आपस में भिड़ेंगी। ग्रुप स्टेज में जीत हासिल करने वाली टीमों को सीधे क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में एंट्री मिलेगी। वहीं दूसरे और तीसरे नंबर की टीमों को क्रॉसओवर मुकाबलों में खेलने का मौका मिलेगा। क्रॉसओवर मुकाबलों में खेल कर जीत हासिल करने वाली टीमों को भी क्वार्टर फाइनल मुकाबले में खेलने का मौका मिलेगा। ये है मैचों का समयजानकारी के मुताबिक 13 जनवरी को होने वाला पहला मुकाबला दोपहर 1 बजे होगा। वहीं इस दिन कुल चार मुकाबले खेले जाने हैं जो दो-दो घंटे के अंतराल पर शुरू होंगे। ये मुकाबला रात नौ बजे तक जारी रहने वाले है। शेड्यूल के मुताबिक 18 और 21 जनवरी को कोई मुकाबला नहीं खेला जाएगा। बता दें कि ग्रुप स्टेज में होने वाले भारतीय टीम के सभी मुकाबले शाम सात बजे से शुरू होंगे। भारतीय टीम का पहला मुकाबला भी 13 जनवरी को स्पेन के खिलाफ होगा। दोनों टीमें राउरकेला में शाम सात बजे मैदान पर भिड़ने उतरेंगी। यहां देख सकेंगे मुकाबलेहॉकी विश्व कप 2023 के सभी मुकाबलों को दर्शक स्टार स्पोर्ट्स फर्स्ट, स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 2 एसडी और स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 2 एचडी पर देख सकेंगे। इन सभी मुकाबलों का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सभी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग डिजनी+हॉटस्टार एप पर भी होगी।

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भारत की सीमा के पास हुई सर्जिकल स्ट्राइक, लड़ाकू विमानों ने बरसाए बम, लोगों में दहशत, जानें क्या है वजह
International भारत की सीमा के पास हुई सर्जिकल स्ट्राइक, लड़ाकू विमानों ने बरसाए बम, लोगों में दहशत, जानें क्या है वजह

भारत की सीमा के पास हुई सर्जिकल स्ट्राइक, लड़ाकू विमानों ने बरसाए बम, लोगों में दहशत, जानें क्या है वजह भारत की सामा के पास सर्जिकल स्ट्राइक देखने को मिली है और लड़ाकू विमान बम बरसाते भी नजर आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक म्यांमार के लड़ाकू विमानों ने मिजोरम से सटी भारतीय सीमा के पास बम बरसाए हैं। बता दें कि म्यांमार में इस वक्त सेना का शासन है। 2021 में म्यांमार में तख्तापलट हुआ था। म्यामांर की सेना लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों के साथ लड़ाई लड़ रही है। लोकतंत्र समर्थक शक्तियों को खूनी संघर्ष के जरिए सेना कुचलने में लगी है।

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‘समोसा कॉकस’ ने नए भारतीय अमेरिकी सांसद थानेदार का किया स्वागत
International ‘समोसा कॉकस’ ने नए भारतीय अमेरिकी सांसद थानेदार का किया स्वागत

‘समोसा कॉकस’ ने नए भारतीय अमेरिकी सांसद थानेदार का किया स्वागत वाशिंगटन। ‘समोसा कॉकस’ के भारतीय अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के एक विशेष समूह में श्री थानेदार के शामिल होने का स्वागत किया है। थानेदार पिछले साल नवंबर में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए पांचवें भारतीय-अमेरिकी हैं। वह उद्यमी से नेता बने हैं। थानेदार की जीत चार भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसदों- डॉ एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना तथा राजा कृष्णमूर्ति के अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के लिए पुनर्निर्वाचन के बाद हुई है। ‘समोसा कॉकस’ भारतीय-अमेरिकी सांसदों का एक अनौपचारिक समूह है जो या तो प्रतिनिधि सभा का हिस्सा हैं अथवा सीनेट का।

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Swami Vivekananda ने अध्यात्म के बल पर भारत को विश्व गुरु बनाने के किए थे प्रयास
Currentaffairs Swami Vivekananda ने अध्यात्म के बल पर भारत को विश्व गुरु बनाने के किए थे प्रयास

Swami Vivekananda ने अध्यात्म के बल पर भारत को विश्व गुरु बनाने के किए थे प्रयास स्वामी विवेकानन्द जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकत्ता में हुआ था। आपका बचपन का नाम श्री नरेंद्र नाथ दत्त था। बचपन से ही आपका झुकाव आध्यात्म की ओर था। आपने श्री रामकृष्ण परमहंस से दीक्षा ली थी एवं अपने गुरु जी से बहुत अधिक प्रभावित थे। आपने बचपन में ही अपने गुरु जी से यह सीख लिया था कि सारे जीवों में स्वयं परमात्मा का अस्तित्व है अतः जरूरतमंदों की मदद एवं जन सेवा द्वारा भी परमात्मा की सेवा की जा सकती है। अपने गुरुदेव श्री रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के पश्चात स्वामी विवेकानंद जी ने  भारतीय उपमहाद्वीप के देशों में विचरण, यह ज्ञान हासिल करने के उद्देश्य से, किया था कि ब्रिटिश शासनकाल में इन देशों में निवास कर रहे लोगों की स्थिति कैसी है। कालांतर में वे स्वयं वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए थे। आपको वर्ष 1893 में शिकागो, अमेरिका में आयोजित की जा रही विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था। विश्व धर्म महासभा में स्वामी विवेकानंद जी को अपनी बात रखने के लिए केवल दो मिनट का समय दिया गया था परंतु उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही “मेरे अमेरिकी बहनों एवं भाईयों” कहकर की थी, इस सम्बोधन से प्रभावित होकर समस्त उपस्थित प्रतिनिधियों ने खड़े होकर बहुत देर तक तालियों की गड़गड़ाहट की बीच स्वामी विवेकानंद जी का अभिवादन किया था। स्वामी विवेकानंद जी के इस प्रथम वाक्य ने ही वहां उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का दिल जीत लिया था।      स्वामी विवेकानंद जी का मूल स्वभाव राष्ट्र के प्रति समर्पित भावना से ओतप्रोत था। आपने राष्ट्रीय भाव में आध्यात्मिक एवं धर्म को जोड़कर इसे धारदार बनाने के प्रयास किया था। आपका मजबूत विचार था भारत को अपने आध्यात्म एवं धर्म के बल पर पश्चिम को पुनः जीतना ही होगा। आपका यह प्रबल विश्वास था कि भविष्य में धर्म ही भारत का मेरुदंड बनेगा। इस प्रकार आप भारत के अतीत का आह्वान कर भविष्य के भारत का निर्माण करना चाहते थे। आप भारत राष्ट्र की महत्ता एवं एकता के पोषक थे। आपके द्वारा राष्ट्रीय उन्नति एवं जागरण के लिए दिया गया सशक्त वक्तव्य आज भी भारतीयों के लिए प्रेरणदायक है। स्वामी विवेकानंद जी कहा करते थे कि हम राष्ट्र के रूप में अपना व्यक्तित्व विस्मृत कर बैठे हैं, और यही इस देश में सब दुष्कर्मों की जड़ है। हमें देश को उसका खोया हुआ व्यक्तित्व वापस लौटाना ही होगा और फिर जनता का उत्थान करना होगा। प्रत्येक देश में जो बुराईयां देखने को मिलती हैं वे धर्म के कारण नहीं है बल्कि धर्मद्रोह के कारण हैं, इसलिए दोष धर्म का नहीं है बल्कि हम मनुष्यों का है। स्वामी विवेकानंद जी मानव की अंतः प्रकृति को उसकी बाह्य प्रकृति से अधिक महत्वपूर्ण मानते थे। आप कहा करते थे कि मानव रुपया बनाता है, रुपया मानव नहीं बनाता अतः मनुष्य का सारा सुख उसके नैतिक और आध्यात्मिक जीवन पर निर्भर है। यदि मानव जीवन इस तत्व से विहीन है तो किसी भी तरह की राजनीतिक या आर्थिक व्यवस्था, किसी भी तरह का समाज, किसी भी तरह की विश्व व्यवस्था, किसी भी तरह की वैज्ञानिक तथा तकनीकी ज्ञान में वृद्धि और कितना भी सम्पन्न भौतिक जीवन उसे सुख नहीं पहुंचा सकता।इसे भी पढ़ें: National Youth Day: युग परिवर्तन का वाहक है युवास्वामी दयानंद की भांति स्वामी विवेकानंद जी भी भारतीय समाज की रूढ़ियों को तोड़ने और सामाजिक परिवर्तन के इच्छुक थे। समाज में निवास करने वाले समस्त व्यक्तियों को सामाजिक समानता मिलनी चाहिए क्योंकि प्रत्येक मानव में आत्मा एक ही है जो कि परम ब्रह्म का स्वरूप है। सामाजिक समानता का अभिप्राय यह नहीं है कि समाज में सब वर्गों व वर्णों को समाप्त कर दिया जाए और उसके स्थान पर एक ही वर्ग हो। वर्ग और वर्ण तो बने रहेंगे क्योंकि ये समाज के आवश्यक अंग हैं। इनका विकास और निर्माण सामाजिक आवश्यकताओं के परिणामस्वरूप हुआ है। परंतु, अन्य समस्त वर्णों के मध्य असमानता को किसी भी स्तर में स्वीकार नहीं किया जाएगा। समाज को विभिन्न वर्गों के मध्य संघर्ष का अखाड़ा न बनाया जाए न तो किसी वर्ग को उच्च समझा जाए और न ही निम्न। बल्कि हर एक वर्ग और वर्ण को अपने कर्तव्य पूरे करने चाहिए। मानव जीवन की श्रेष्ठता त्याग और बलिदान में हैं, स्वार्थ सिद्धि में नहीं। इसलिए वर्गों के मध्य संघर्ष न होकर सामंजस्य होना चाहिए।  स्वामीजी के उक्त विचार कार्ल मार्क्स के विचारों के विपरीत हैं। मार्क्स ने समाज में वर्ग के संघर्ष को स्वाभाविक माना है। जितना तीव्र यह संघर्ष होगा उतना ही शीघ्र समाज में परिवर्तन आएगा, इस परिवर्तन को शीघ्र लाने के लिए क्रांति द्वारा सर्वहारा वर्ग को पूंजीपति वर्ग के विरुद्ध संघर्ष करना होगा। इसके विपरीत स्वामी विवेकानंद जी समाज में क्रांतिकारी परिवर्तनों के विरुद्ध हैं। अरस्तू की भांति वे स्वीकार करते हैं कि समाज जो कुछ भी अपनाता है, आवश्यकता के कारण अपनाता है। अगर उसको क्रांति द्वारा बदल दिया जाए तो तनाव उत्पन्न होगा। इस तनाव में लाभ के स्थान पर हानि अधिक होगी। भारतीय समाज में तो यह बात और भी अधिक लागू होती है।    स्वामी विवेकानंद जी अपने ओजस्वी व्याख्यानों में बार बार यह आह्वान करते थे कि उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता। उनके ये वाक्य उनके श्रोताओं को बहुत प्रेरणा देते थे। उनका यह भी कहना होता था कि हर आत्मा ईश्वर से जुड़ी है अतः हमें  अपने अंतर्मन एवं बाहरी स्वभाव को सुधारकर अपनी आत्मा की दिव्यता को पहचानना चाहिए।  कर्म, पूजा, अंतर्मन अथवा जीवन दर्शन के माध्यम से ऐसा किया जा सकता है। जीवन में सफलता के राज खोलते हुए आप कहते थे कि कोई भी एक विचार लेकर उसे अपने जीवन का लक्ष्य बनायें एवं उसी विचार के बारे में सदैव सोचें, केवल उसी विचार का सपना देखते रहें और उसी विचार में ही जीयें। यही आपकी सफलता का रास्ता बन सकता है। आपके दिल, दिमाग और रगों में केवल यही विचार भर जाना चाहिए। इसी प्रकार ही आध्यात्मिक सफलता भी अर्जित की जा सकती है।  स्वामी विवेकानंद जी ने अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोपीयन देशों में  कई निजी एवं सार्वजनिक व्याख्यानों का आयोजन कर महान हिन्दू संस्कृति के सिद्धांतों का प्रचार प्रसार किया एवं उसे सार्वभौमिक पहचान दिलवाई। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदांत दर्शन विश्व के कई देशों में स्वामी विवेकानंद जी द्वारा उस समय किए गए प्रसार की कड़ी के माध्यम से ही पहुंच सका है। केवल 39 वर्ष की आयु में दिनांक 4 जुलाई 1902 को स्वामी विवेकानंद जी ने सदगदी प्राप्त की थी। भारत में आज स्वामी विवेकानंद जी को एक देशभक्त सन्यासी के रूप में जाना जाता है और उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। केवल 39 वर्ष के अपने जीवनकाल में स्वामी विवेकानंद जी ने देश के लिए किए जो कार्य किए, वे कार्य आने वाली शताब्दियों तक भारत में याद किए जाते रहेंगे। परम पूज्य गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने एक बार कहा था कि "

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