अगर कंडीशनर लगाने के बाद झड़ते हैं बाल, तो जानिए इसकी वजह हेयर केयर रूटीन का सबसे पहला स्टेप होता है शैम्पू की मदद से बालों को क्लीन करना। हालांकि, केवल शैम्पू से ही आप अपने बालों का ख्याल नहीं रखते हैं, बल्कि शैम्पू करने के बाद बालों में कंडीशनर अप्लाई करना भी बेहद आवश्यक होता है। कंडीशनर आपके बालों को नरम बनाता है, जिससे हेयर वॉश के बाद बाल बेहद ही स्मूद और सिल्की नजर आते हैं। लेकिन कभी-कभी यह देखने में आता है कि हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल करने के बाद बाल टूटने शुरू हो जाते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इसके पीछे के कारणों के बारे में बता रहे हैं-
read moreदिवाली पर बाहर से मिठाई क्यों लाना, जब घर पर ही बना सकते हैं रवा लड्डू दीपावली का शुभ त्योहार मिठाइयों के बिना पूरा ही नहीं हो सकता। आमतौर पर, इस अवसर पर लोग अपने परिवारजनों व रिश्तेदारों को मिठाई उपहार स्वरूप देते हैं। हालांकि, वह मिठाई बाजार से लाते हैं। लेकिन त्योहार के मौसम में मार्केट में मिलने वाली मिठाई की क्वालिटी बेहद खराब हो जाती है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका यही होता है कि आप खुद घर पर ही मिठाई बना लें। ऐसे में आप रवा लड्डू बना सकते हैं। इन्हें बनाना बेहद ही आसान होता है और ये काफी कम वक्त में तैयार हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं रवा लड्डू बनाने का तरीका-
read moreटीबी के मरीजों को जरूर खाने चाहिए ये 5 फूड्स टीबी एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जो व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करती है। अमूमन यह समस्या बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होती है। आमतौर पर, इस स्वास्थ्य समस्या का इलाज बीच में ही छोड़ देते हैं। लेकिन इससे समस्या का समाधान नहीं होता है। यदि टीबी का इलाज न किया जाए और उसकी ठीक से देखभाल न की जाए, तो यह घातक हो सकता है और जो लोग कुपोषित हैं, उनमें टीबी विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
read moreमुस्लिमों को सबसे ज्यादा पद्म पुरस्कार किसने दिये?
read moreसिर्फ चीतों के पुनर्वास से कम नहीं होगा वन्यजीवों पर मंडरा रहा विलुप्ति का खतरा करीब 70 साल पहले शिकार के चलते विलुप्त हुए चीतों को नाम्बिया से लाकर उनका पुनर्वास कर दिया गया। इसे एक उपलब्धि करार दिया जा रहा है। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू वन्यजीवों की दर्दनाक तस्वीर पेश करता है। भारत दुनिया में सबसे विलुप्तप्राय: प्रजातियों का प्रमुख क्षेत्र बन गया है। पिछली कुछ शताब्दियों के भीतर 5 प्रमुख भारतीय जानवर विलुप्त हो चुके हैं। इनमें द इंडियन ऑरोच, गुलाबी सिर वाली बत्तख, हिमालयी बटेर, मालाबार सिवेट बिल्ली और दक्षिण-पूर्व एशिया में सबसे व्यापक गैंडा प्रजातियों में से एक जावन राइनो शामिल है। 2016 में इंडिया वाटर पोर्टल पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेड़-पौधों की 384 विलुप्त हो चुकी हैं। वहीं मछलियों की 32, उभयचर की 2, सरीसृप की 21, बिना रीढ़ वाले जन्तु की 98, पक्षी की 113, स्तनधारी की 83। इन आंकड़ों के मुताबिक, कुल 724 प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं।
read moreमनाली में इन जगहों पर जाना ना भूले, बेहद खूबसूरत है यहाँ के नज़ारे मनाली घूमने के लिए लोगों के बीच बहुत ही फेमस है। अगर आप भी गर्मियों में किसी हिल स्टेशन जाने की तैयारी कर रहे है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए जरुरी है। मनाली बेहद ही खूबसूरत और अपनी प्राकृतिक नज़ारों के लिए जाना जाता है। यहाँ आकर पर्यटक ऊंची-ऊंची घाटियों, बर्फ से ढके पहाड़ों और पहाड़ियों के साथ यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती में खो जाते हैं। हिमाचल के कुछ एक ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ देखी जाती है। जब भी कोई पहली बार मनाली घूमने जाता है तो सबसे पहला सवाल उसके मन में यही होता है कि मनाली में कौन-कौन सी खूबसूरत जगहों पर घूमा जाएँ क्योंकि यह तो सब जानते ही है कि मनाली भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है और इसके साथ ही पर्यटन स्थल के अलावा दुनियाभर में यह 'बेस्ट प्लेस ऑफ़ हनीमून' मनाने के लिए भी जाना जाता है। मनाली हनीमून मनाने के लिए युवाओं की पहली पसंद है और यही कारण है कि मनाली में सामान्य पर्यटकों से ज्यादा हनीमून पर आने वाले कपल ज्यादा दिखाई देते हैं। मनाली की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां पर आप बारिश, गर्मी और सर्दी किसी भी मौसम में जा सकते हैं और हर मौसम का यहाँ पर अलग ही नजारा होता है। आज हम आपको मनाली की कुछ बेहतरीन और खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप किसी भी मौसम में घूम सकते है:-
read moreइस मंदिर में एक बार ही होते हैं भोले बाबा के दर्शन यूं तो देशभर में भगवान शिव के कई मंदिर स्थित है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के चित्रकूट गांव से 25 किलोमीटर दूर भगवान शिव को कारू बाबा के नाम से पूजा जाता है। यहां पर भोले बाबा का एक मंदिर स्थित है और यह मंदिर स्वयं में बेहद ही अद्भुत है। दरअसल, यहां पर स्थित भगवान कारू बाबा के दर्शन भक्तगण को साल में एक बार ही होते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इस अद्भुत मंदिर के बारे में बता रहे हैं-
read moreडायबिटीज हैं तो इन हेल्दी स्नैक्स को बनाएं डाइट का हिस्सा डायबिटीज एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें व्यक्ति को सबसे अधिक अपनी डाइट पर ध्यान देना होता है। अगर वह गलती से भी हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड का सेवन करता है, तो इससे उसका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। आमतौर पर, यह देखने में आता है कि व्यक्ति अपनी मेन मील में तो आहार का ध्यान रखता है। लेकिन स्नैकिंग के दौरान उससे गड़बड़ हो जाती है। जिसके कारण उसे परेशानी होती है। अगर आपको भी मधुमेह है तो आप अक्सर यही सोचते होंगे कि आखिरकार स्नैकिंग में क्या खाएं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही हेल्दी स्नैक्स ऑप्शन के बारे में बता रहे हैं, जिसे एक मधुमेह पीड़ित व्यक्ति आसानी से खा सकता है-
read moreभारत में हुई 5G सर्विस की एंट्री, इन देशों में हो रहा 6जी तकनीक का इस्तेमाल, नार्वे में 7G की इंटरनेट स्पीड 5जी तकनीक हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस का वादा करती है और इसकी मदद से यूजर किसी फिल्म को महज कुछ सेकेंड में डाउनलोड कर सकते हैं। दुनिया के कई हिस्सों में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। त्योहारों से पहले और नवरात्र के विशेष मौके पर देश को नई सौगात मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सेवाओं की लॉन्चिंग कर दी है। ये भारत के लिए खास पल है। भारत ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नए युग में प्रवेश कर लिया है। मोबाइल प्रौद्योगिकी का विकास इस हद तक तेजी से बढ़ रहा है कि हम इंटरनेट की उन पीढ़ियों के बारे में बात करने लग गए हैं जिन्हें 20 साल तक सुलझाया नहीं जा सकेगा। दूसरे शब्दों में, हम अभी भी 5जी परिनियोजित कर रहे हैं और लोग 6जी और 7जी के बारे में सोच रहे हैं, जिसमें 6जी नेटवर्क पर दुनिया भर की कई बड़ी कंपनियां काम कर रही हैं। दावा किया जा रहा है कि 2035 तक 6जी एक वास्तविकता बन जाना चाहिए, जिसका अर्थ है कि लोग इसका उपयोग करना शुरू कर देंगे। चीन में 6G की सफलता के बारे में पहले से ही कुछ खबरें हैं। 5जी, 6जी और 7जी के बीच सेलुलर वायरलेस जेनरेशन (जी) गति, सिस्टम, आवृत्ति और प्रौद्योगिकी परिवर्तनों को संदर्भित करता है। प्रत्येक पीढ़ी में कुछ मानक, क्षमताएं, नई विशेषताएं आदि होती हैं, जो इसे पिछले वाले से अलग करती हैं।इसे भी पढ़ें: मोदी सरकार पर राहुल का निशाना, पूछा- क्या कोरोना पीड़ितों के परिवार उचित मुआवजे के हकदार नहीं?
read moreगोधन न्याय योजना क्या है, किसानों को इसका लाभ कैसे मिलेगा हमारे देश में ज़रूरतमंद लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए भारत सरकार उनकी मदद के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाती रही है। उनका सीधा उद्देश्य गरीब तबके और जरूरतमंद लोगों तक योजनाओं के लाभ को पहुंचाना है। ऐसी कई योजनाएं राज्य सरकारों द्वारा अपने-अपने राज्यों में भी चलाई जाती हैं। कहीं मुफ्त राशन योजना, किसी राज्य में बच्चों या बेटियों के लिए कोई योजना और ज्यादातर राज्यों में तो वृद्धावस्था पेंशन योजना भी चलाई जाती है। ऐसी ही एक योजना छत्तीसगढ़ में भी चलाई जा रही है, जिसका सीधा लाभ उन किसानों को दिया जा रहा है जो पशुपालन करते हैं। सरकार इस योजना के तहत किसानों से गाय का गोबर खरीदती है और इससे किसानों को आर्थिक मदद मिलती है। यानी गाय का गोबर बर्बाद नहीं होता है और किसानों को उसका उचित मूल्य मिलता है। गोधन न्याय योजना क्या है?
read moreपीएफआई पर प्रतिबंध लगने से जो नेता आंसू बहा रहे हैं, देश उन्हें माफ नहीं करेगा केंद्र सरकार ने आतंक के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए देश के अंदर रहते हुए देश विरोधी गतिविधियां संचालित करने वाले कुख्यात संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) व उसके सहयोगी संगठनों- रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, एनसीएचआरओ, नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्वायर इंडिया फाउंडेशन, रिहेब फाउंडेंशन (केरल) को पांच साल के लिए यूएपीए कानून के अंतर्गत प्रतिबंधित कर दिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी की गयी सूचना के अनुसार अब राज्य सरकारें भी पीएफआई व उसके सहयोगी संगठनों के सदस्यों व समर्थकों पर बेहिचक कड़ी कानूनी कार्यवाही कर सकती हैं और राज्य स्तर पर भी प्रतिबंध लगा सकती हैं।
read moreसीडीएस जैसे पद पर नियुक्ति में नौ माह की देरी उचित नहीं थी भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान को अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में नियुक्त किया है। वह भारत सरकार के सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति में नौ माह लग गए जबकि यह उसी समय हो जानी चाहिए थी जब यह पद खाली हुआ था। नौ माह में देश ने सीडीएस की कमी को बहुत महसूस किया। फिर भी देर आयद दुरुस्त आएद। आगे ये व्यवस्था तैयार रहनी चाहिए कि सेना से जुड़ा ये महत्वपूर्ण पद इस तरह से खाली न रह पाए।
read moreVikram Vedha Review | सैफ अली खान और ऋतिक रोशन की लड़ाई है खतरनाक, रोमांचक है विक्रम वेधा निर्देशक पुष्कर-गायत्री के डायरेक्शन में बनीं फिल्म विक्रम वेधा बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी हैं। फिल्म की रिलीज का फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। फिल्म का ट्रेलर काफी रोमांचक था। सैफ अली खान और ऋतिक रोशन की जोड़ी वाली यह फिल्म बॉलीवुड की किस्मत बदलने का दावा पेश कर रही थी। विक्रम बेधा साउथ की फिल्म का हिंदी रीमेक हैं। पहली फिल्म में आर माधवन और विजय सेतुपति थे। साउथ में फिल्म को काफी पसंद किया गया था। अब हिंदी में भी निर्देशक को बिना बदले फिल्म को बनाया गया है और इस बार फिल्म के लीड किरदार और भाषा को बदला गया है। फिल्म के नाम से ही जाहिर होता हैं कि यह विक्रम-बेताल जैसी ही स्टोरी होगी, यह बात फिल्म देखते वक्त आपको जरूर दिगाम में क्लिक होगी।
read moreअगर साइबर अपराधियों से बचना चाहते हैं तो मजबूत रखें पासवर्ड आज की दुनिया पूरी तरह से डिजिटल हो चुकी है, केवल एक हिस्सा नहीं बल्कि संपूर्ण डिजिटल हिस्सा आजकल पासवर्ड पर डिपेंडेंट हो गया है। आप चाहे अपना ईमेल लॉग इन करें, चाहे अपना कोई सोशल मीडिया अकाउंट लॉगिन करें, यहां तक कि आपका फोन और दूसरे एप्लीकेशंस तक पासवर्ड पर डिपेंडेंट हो गए हैं। ऐसे में सभी के सामने बड़ा प्रश्न होता है, कि क्या वास्तव में तमाम साइबर क्रिमिनल आपके पासवर्ड को भेद सकते हैं ?
read moreसमरकंद से आने के बाद कहां थे जिनपिंग?
read moreपर्सनैलिटी में इस तरह लाएं निखार, कॅरियर में होगी ग्रोथ हम सभी अपने जीवन में तरक्की करना चाहते हैं और इसके लिए एक अच्छी जॉब पाने की हसरत हम सभी के मन में होती है। लेकिन एक अच्छी जॉब पाने के लिए सिर्फ आपकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन या फिर वर्क एक्सपीरियंस ही महत्वपूर्ण नहीं है। बल्कि आपकी पर्सनैलिटी का भी एक गहरा प्रभाव पड़ता है। आप खुद को किस तरह कैरी करते हैं, उसका इंप्रेशन आपकी जॉब अपॉइटमेंट से लेकर ग्रोथ तक पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी अपनी पर्सनैलिटी में निखार लाना चाहते हैं तो आप इन आसान टिप्स की मदद ले सकते हैं-
read moreमिर्गी की सटीक पहचान के लिए नया एल्गोरिद्म मिर्गी तंत्रिका संबंधी एक रोग है, जिसमें मस्तिष्क अचानक विद्युत संकेतों का उत्सर्जन करता है, जिसके परिणामस्वरूप दौरे पड़ते हैं, और चरम मामलों में मृत्यु तक हो सकती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के सहयोग से भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के शोधकर्ताओं ने एक एल्गोरिद्म विकसित किया है, जो मिर्गी की घटनाओं और उसके विभिन्न रूपों की पहचान के लिए मस्तिष्क स्कैन को डिकोड करने में मदद कर सकता है। मस्तिष्क के अनिश्चित संकेतों की उत्पत्ति के बिंदु के आधार पर, मिर्गी को फोकल या सामान्यीकृत मिर्गी के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। जब ये अनियमित संकेत मस्तिष्क में किसी विशिष्ट क्षेत्र तक सीमित होते हैं, तो फोकल मिर्गी होती है। यदि संकेत यादृच्छिक स्थानों पर हैं, तो इसे सामान्यीकृत मिर्गी कहा जाता है। मिर्गी की पहचान के लिए न्यूरोफिज़ियोलॉजिस्ट्स ईईजी (इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम) का मैन्युअल रूप से निरीक्षण करते हैं, जिससे ऐसे संकेतों का पता लगाया जा सके। आईआईएससी के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम इंजीनियरिंग विभाग (डीईएसई) में सहायक प्रोफेसर हार्दिक जे.
read moreडे डेट पर दिखना है सबसे खास तो बॉलीवुड एक्ट्रेस के इन लुक को करें रिक्रिएट जब भी डेट पर जाना होता है तो लड़कियों के मन में सबसे पहले यही ख्याल आता है कि वह अपने खास दिन पर क्या पहनें। जब वह अपने पार्टनर के साथ होती हैं तो वह सबसे अधिक खूबसूरत नजर आना चाहती हैं। हालांकि, तैयार होते समय आपको टाइम पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बॉलीवुड एक्ट्रेस के कुछ ऐसे लुक्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप डे डेट पर रिक्रिएट कर सकती हैं-
read moreआरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाई, ईएमआई बढ़ते ही कर्जदारों का बजट बिगड़ा यदि आप बैंक के कर्जदार हैं तो आरबीआई के नीतिगत परिवर्तन से आपको चौथी बार फिर एक तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, आरबीआई ने अपने रेपो रेट में .
read moreमेथीदाना और एलोवेरा बालों के लिए है वरदान, जानिए इस्तेमाल का तरीका जब भी बालों की केयर की बात आती है तो लोग तरह-तरह के फैन्सी हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। यकीनन यह हेयर प्रोडक्ट्स बालों पर अपना प्रभाव दिखाते हैं, लेकिन एक सत्य यह भी है कि यह काफी महंगे होते हैं और इसलिए इन्हें खरीदने के लिए आपको काफी सारे पैसे खर्च करने पड़ते हैं। हालांकि, अगर आप नेचुरल तरीके से अपने बालों की केयर करना चाहते हैं तो ऐसे में मेथीदाना और एलोवेरा का इस्तेमाल करें। यह बालों पर किसी जादू की तरह काम करता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
read moreशनिदेव की हमेशा बरसेगी कृपा, बस मुख्य द्वार पर लगाएं यह पौधा हिन्दू धर्म में शनिदेव एक बेहद ही महत्वपूर्ण देवता माने गए हैं। भगवान सूर्य तथा छाया के पुत्र शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कलियुग में भी वह निष्पक्ष से रूप से न्याय करते हैं। अगर उनकी कृपा किसी व्यक्ति पर हो तो व्यक्ति को कम समय में बड़ी सफलता मिलती है। वहीं, अगर वह किसी पर कुपित हो जाते हैं तो व्यक्ति का सर्वनाश होते भी देर नहीं लगती। इसलिए, लोग हमेशा यह कोशिश करते हैं कि शनि देव उनसे हमेशा प्रसन्न रहें। अगर आप भी ऐसा ही चाहते हैं तो अपने घर के बाहर शमी के पौधे को लगाएं। इसे शनिदेव का प्रिय पौधा माना गया है। तो चलिए जानते हैं किस तरह लगाएं शमी का पौधा-
read moreमक्खन की तरह पिघलेगी चर्बी, बस इन दो चीजों का करें सेवन आज के समय में अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन के कारण परेशान रहते हैं और उसे कम करने के लिए तरह-तरह की फैन्सी डाइट, दवाई या पाउडर आदि का सेवन करते हैं। लेकिन अगर आप नेचुरल तरीके से अपने बढ़े हुए पेट व फैट को घटाना चाहते हैं तो ऐसे में आप घर पर ही एक बेहतरीन वेट लॉस ड्रिंक तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको नींबू के रस और ऑलिव ऑयल की जरूरत होगी। तो चलिए जानते हैं इस खास ड्रिंक के बारे में-
read moreGyan Ganga: भगवान श्रीकृष्ण आखिर क्यों राक्षसी पूतना से नजरें नहीं मिला रहे थे?
read moreपीएफआई पर प्रतिबंध का फैसला देर से उठाया गया एक सही कदम है आखिरकार तमाम किन्तु-परंतु के बीच पीएफआई को बैन कर ही दिया गया। केंद्र कि मोदी सरकार ने 27 अक्टूबर को देर रात्रि एक राजपत्र अधिसूचना जारी कर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के कड़े प्रावधानों के तहत ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पीएफआई (पीएफआई) पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा की तो इस पर सियासत भी शुरू हो गई। पीएफआई के साथ-साथ ही आठ अन्य संगठनों की भी नकेल कसी गई है। ये सभी संगठन आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। प्रतिबन्ध लगाने के बाद पीएफआई ने पहली प्रतिक्रिया में बहुत ठंडा जवाब देते हुए कहा कि सभी को सूचित किया जाता है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को भंग कर दिया गया है। पीएफआई सरकार के इस निर्णय को स्वीकार करता है। पीएफआई पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। दावा ये भी किया जा रहा है पीएफआई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिमी का ही नया अवतार है। इस आशंका की वजह ये है कि कुछ दिनों से चल रही छापेमारी में देश के अलग-अलग भागों से पीएफआई के जो नेता और पदाधिकारी गिरफ्तार किए गए हैं, इनका पूर्व में सिमी के साथ टेरर कनेक्शन पाया जाचुका था। प्रतिबंध से पूर्व पीएफआई के ठिकानों पर दो बार हुई छापेमारी और इस दौरान अनेक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया जाना यही बताता है कि इस संगठन का मकड़जाल बेहद मजबूत हो गया था। पहली बार के छापों में एक दर्जन राज्यों में इस संगठन के ठिकानों पर एनआइए और ईडी के छापों के दौरान सौ से अधिक लोगों को पकड़ा गया था। उस समय अनेक ऐसे आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे, जो यही बताते थे कि यह संगठन किसी आतंकी संगठन की तरह देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। इसलिस ऐसे संगठन के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के साथ ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसे समूह सिर न उठा सकें।
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