स्वाद के साथ सेहत का भी रखें ख्याल, घर पर बनाएं सरसों का साग सरसों का साग यूं तो पंजाब में बहुत ही फेमस है, लेकिन ठंड के मौसम में अलग-अलग शहरों में लोग इसे खाना पसंद करते हैं। आमतौर पर, सरसों के साग को मक्का की रोटी के साथ खाया जाता है, लेकिन बहुत से लोग इसे गेंहू के आटे की रोटी के साथ भी खाते हैं। ठंड के मौसम में जब तरह-तरह की हरी पत्तेदार सब्जियां मार्केट में बेहद कम दामों में मिलती हैं तो ऐसे में सरसों का साग बनाकर आप भी अपनी सेहत का ख्याल आसानी से रख सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको सरसों का साग बनाने की आसान विधि के बारे में बता रहे हैं-
read morePele को उस शहर में दफनाने की तैयारी जिसे उन्होंने फुटबॉल का मक्का बनाया सांतोस। पेले के अपना आखिरी मुकाबला खेलने के 45 साल बाद भी उनके बिना आधुनिक फुटबॉल या ब्राजील की कल्पना करना मुश्किल है। सत्रह साल की जियोवाना सरमेंटो ने पेले के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए तीन घंटे इंतजार किया जिसे उस स्टेडियम में रखा गया है जहां उन्होंने अपने करियर में अधिकांश समय खेला। वह अपने पिता के साथ आई थी जिन्होंने पेले के नाम की ब्राजील की टीर्शट पहन रखी थी। जियोवाना ने कहा, ‘‘मैं सांतोस की प्रशंसक नहीं हूं और ना ही मेरे पिता। लेकिन इस आदमी ने ब्राजील की राष्ट्रीय टीम को नई पहचान दी।
read moreIND vs SL T20 Series: इन तीन खिलाड़ियों पर होगा बेहतर प्रदर्शन का दबाव, फ्लॉप हुए तो टीम से हो सकती है छुट्टी भारत और श्रीलंका के बीच तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला आज से शुरू हो रही है। पहला मुकाबला मुंबई में खेला जाना है। टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बाद भारतीय टीम फिलहाल बदलाव के दौर से गुजर रही है। टी20 में युवा खिलाड़ियों को मौके दिए जा रहे हैं। संजू सैमसन, ईशान किशन, ऋतुराज गायकवाड, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह जैसे युवाओं पर फिलहाल टीम निर्भर कर रहे हैं। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन्हें कई मौके मिल चुके हैं, लेकिन अब तक इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। इसे भी पढ़ें: Ind vs SL T20 : जीत से 2023 आगाज करना चाहेगी टीम इंडिया, श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही टी20 सीरीज
read moreAl-Nassr के साथ सीधे नहीं जुड़ सकेंगे Cristiano Ronaldo, पहले देना होगा ये एग्जाम पुर्तगाली स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपने नए क्लब अल-नासर के साथ जुड़ने वाले है। क्रिस्टेयानो रोनाल्डो को नई टीम के साथ खेलते देखने के लिए उनके फैंस काफी उत्साहित है। रोनाल्डो नई पारी की शुरुआत से पहले फ्रैंस को संबोधित भी करेंगे। मगर इससे पहले रोनाल्डो को अल नासर के साथ जुड़ने से पहले मेडिकल जांच से गुजरना होगा।
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read moreजब भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस को इतने झटके लग गये, तो यात्रा खत्म होने के बाद क्या होगा?
read moreभारतीय लोकतंत्र की चुनावी प्रक्रिया में क्रांति की आहट है आरईवीएम किसी भी राष्ट्र के जीवन में चुनाव सबसे महत्त्वपूर्ण घटना होती है। यह एक यज्ञ होता है। लोकतंत्र प्रणाली का सबसे मजबूत पैर होता है। राष्ट्र के प्रत्येक वयस्क के संविधान प्रदत्त पवित्र मताधिकार प्रयोग का एक दिन। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनावों में अधिकतम यानी शत-प्रतिशत मताधिकार का प्रयोग हो, इसके लिये देश में चुनाव प्रक्रिया में एक और क्रांतिकारी कदम की दिशा में अग्रसर होते हुए एक नये अध्याय की शुरुआत होने जा रही है, जिसके अन्तर्गत रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरईवीएम) का मॉडल विकसित कर चुनाव आयोग ने महत्त्वपूर्ण पहल की है। चुनावों के दौरान यह मशीन उन घरेलू प्रवासियों के लिए वरदान साबित होगी, जो शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के सिलसिले में अपने चुनाव क्षेत्रों से बाहर रहते हैं।
read moreInd vs SL T20 : जीत से 2023 का आगाज करना चाहेगी टीम इंडिया, श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही टी20 सीरीज भारत और श्रीलंका के बीच तीन मुकाबलों की टी20 सीरीज का आगाज आज यानी तीन जनवरी से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने जा रहा है। 'मेन इन ब्लू' हार्दिक पांड्या के नेतृत्व में श्रीलंका के खिलाफ वर्ष 2023 की शुरुआत जीत से करने के उद्देश्य से मैदान पर उतरेंगे।
read moreभारत की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले, जिन्होंने महिलाओं व दलितों के उत्थान में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका भारत के इतिहास में ऐसे कई महिलाएं हैं जिनके द्वारा समाज में ऐसी भूमिकाएं निभाई रही हैं जिसका उल्लेख आज भी किया जाता है। हालांकि, यह बात भी सत्य है कि भारत के इतिहास में महिलाओं को वह प्रधानता नहीं मिली थी जिसकी वह हकदार थीं। लेकिन कुछ महिलाओं ने अपने कर्मों से समाज में अलग पहचान बनाई और आज की पीढ़ी के लिए वह एक प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हीं महान महिलाओं में से एक थी सावित्रीबाई फुले। सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई बड़े काम किए थे। उन्हें भारत की पहली महिला शिक्षक के रूप में याद किया जाता है। महज 17 साल की उम्र में उन्होंने पुणे में देश का पहला गर्ल्स स्कूल खोलकर समाज के लिए एक बेहद ही महत्वपूर्ण कार्य किया था। यह उस वक्त की बात है जब भारतीय महिलाओं की स्थिति बड़ी ही दयनीय होती थी। लेकिन सावित्रीबाई फुले समाज सुधारक बनकर महिलाओं के जीवन में उत्थान लगने की कोशिश करती रहीं। उन्होंने समाज में शिक्षा और अवसरों के लिए कई बड़े प्रयास भी किए।
read moreSatish Dhawan Death anniversary: अंतरिक्ष कार्यक्रमों में विदेशी निर्भरता को खत्म करने वाले भारतीय वैज्ञानिक की अनसुनी कहानी भारत की अंतरिक्ष यात्रा के अग्रदूतों में से एक प्रो सतीश धवन का जन्म 25 सितंबर, 1920 को श्रीनगर में हुआ था। पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता विभिन्न क्षेत्रों में अपने कौशल के लिए जाने जाते थे। आइए हम अनुकरणीय गणितज्ञ और एयरोस्पेस इंजीनियर को उनकी चुनिंदा उपलब्धियों के माध्यम से उनकी पुण्यतिथि पर याद करें, जिन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को सफलता की ओर अग्रसर किया।
read moreपंजाब सीमा पर बीएसएफ ने पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया नयी दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पंजाब में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गुरदासपुर क्षेत्र में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठ की इस कोशिश का सुबह करीब आठ बजे पता चला और ऐसा बताया जा रहा है कि घुसपैठिया हथियारबंद था। उन्होंने बताया कि इलाके में अभी तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
read moreStock Market Updates: बाजार खुले, आज के Top 5 Shares जिन पर होगी निवेशकों की नजर ग्लोबल मार्केट से संकेत कमजोर मिल रहे हैं। आज के कारोबार में सेंसेंक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स अस्थिर दिख रहें हैं। BSE Sensex पर शुरुआती बाजार में 149.
read moreदक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त परमाणु अभ्यास पर चर्चा नहीं कर रहा है अमेरिका: बाइडन वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त परमाणु अभ्यास पर चर्चा नहीं कर रहा है। दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त परमाणु अभ्यास पर चर्चा करने से जुड़े सवाल पर बाइडन ने कहा, ‘‘नहीं।’’ बाइडन नववर्ष की छुट्टियां मनाकर सोमवार रात ही व्हाइट हाउस पहुंचे हैं। बाइडन ने यह जवाब देकर अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष यून सुक येओल के प्रस्ताव को एक प्रकार से खारिज कर दिया।
read moreऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के लिए नियमों का मसौदा जारी सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के लिए एक स्व-नियामकीय व्यवस्था बनाए जाने के साथ ही भारत में स्थित उनके पते का सत्यापन अनिवार्य करने का प्रावधान नियमों के मसौदे में किया है। सोमवार को प्रकाशित इन नियमो के मसौदे के मुताबिक, ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को नए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों के तहत लाया जाएगा। ये नियम सोशल मीडिया कंपनियों के लिए वर्ष 2021 में जारी किए गए थे। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नियमों के मसौदे में ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के लिए भारत में लागू कानूनों का अनुपालन जरूरी करने के साथ ही कहा है कि जुआ या सट्टेबाजी से संबंधित कोई भी कानून इन कंपनियों पर लागू होगा। मंत्रालय ने एक सार्वजनिक सूचना में कहा, ‘‘मसौदा संशोधनों का उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग गतिविधियों की वृद्धि सुनिश्चित करने के साथ ही उन्हें जिम्मेदार ढंग से संचालित करना है।’’
read moreरिलायंस कैपिटल के ऋणदाताओं की बैठक में बोलियों पर होगी चर्चा कर्ज में फंसी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (आरसीएल) के ऋणदाताओं की मंगलवार को होने वाली बैठक में कर्ज समाधान के लिए पेश टॉरेंट समूह और हिंदुजा समूह की बोलियों पर विचार किया जाएगा। अहमदाबाद स्थित टॉरेंट समूह ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। वहीं हिंदुजा समूह की तरफ से इसके लिए 8,110 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई है। कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत रिलायंस कैपिटल की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित की गई थीं।
read moreएसोचैम ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सक्षम है उद्योग मंडल एसोचैम ने सोमवार को कहा कि मजबूत उपभोक्ता मांग, कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन और मुद्रास्फीति में नरमी के साथ देश की अर्थव्यवस्था के 2023 में वैश्विक स्तर पर कठिन दौर से बाहर निकलने और मजबूत प्रदर्शन करने की उम्मीद है। यह साल चुनौतियों और अवसरों से भरा रहेगा। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ‘‘हालांकि, वैश्विक स्थिति चुनौतीपूर्ण लग रही है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बने रहने की उम्मीद है। इसका कारण मजबूत घरेलू मांग, वित्तीय क्षेत्र की अच्छी स्थिति और कंपनियों के बही-खातों का सुदृढ़ होना है। रबी फसल की उपज बेहतर रहने के शुरुआती संकेत मिले हैं। यह कृषि क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन का संकेत देता है। इससे दैनिक उपयोग के सामान, ट्रैक्टर, दोपहिया वाहन, विशेष रसायन और उर्वरकों जैसे संबंधित उद्योगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।’’
read moreकोयला मंत्रालय ने कहा कि कोयले को आपूर्ति केंद्र तक ले जाने के लिए 19 नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि सरकारी स्वामित्व वाली कोयला कंपनियों सीआईएल और एससीसीएल की फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी वाली 19 अतिरिक्त परियोजनाएं वर्ष 2026-27 तक शुरू की जाएंगी। फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) का आशय कोयला को खदान के निकासी स्थल से उसे आपूर्ति वाले केंद्र तक पहुंचाने से है। प्रेषण बिंदु यानी आपूर्ति केंद्र पर पहुंचने के बाद कोयले को गंतव्य स्थल तक भेजा जाता है। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के लिए 33 करोड़ टन ढुलाई क्षमता वाली 19 नई एफएमसी परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इन परियोजनाओं को वर्ष 2026-27 तक पूरा किया जाएगा। कोयला मंत्रालय पहले से ही 18,000 करोड़ रुपये मूल्य की 55 एफएमसी परियोजनाएं संचालित कर रहा है। इनमें से 9.
read moreआईएएमएआई ने आंकड़ा संरक्षण विधेयक को उद्योग के अनुकूल बताया उद्योग संगठन आईएएमएआई ने डिजिटल व्यक्तिगत आंकड़ा संरक्षण विधेयक के मसौदे को उद्योग के अनुकूल बताया है। संगठन ने आंकड़ों के सीमापार प्रवाह के लिए और उदार रूपरेखा तथा प्रस्तावित नियमों के दायरे से गैर-व्यक्तिगत आंकड़ों को बाहर रखने के निर्णय की सराहना की है। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने सरकार से विधेयक के विभिन्न प्रावधानों को लागू करने के लिए एक स्पष्ट समयसीमा बताने का भी अनुरोध किया। संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार से डिजिटल व्यक्तिगत आंकड़ा संरक्षण (डीपीडीपी) विधेयक के बारे में स्पष्ट जानकारी देने का अनुरोध करते हैं ताकि जब यह पारित होकर कानून का रूप ले तो आईएएमएआई के सदस्य इसका बेहतर ढंग से पालन कर सकें।’’ इसमें कहा गया, ‘‘स्पष्ट समयसीमा बताने से उद्योग को बेहतर अनुपालन के लिए रूपरेखा मिलेगी। आईएएमएआई डिजिटल व्यक्तिगत आंकड़ा संरक्षण के विभिन्न प्रावधानों को लागू करने के बारे में सरकार से स्पष्ट समयसीमा की जानकारी देने का अनुरोध करता है।’’ आईएएमएआई ने डिजिटल व्यक्तिगत आंकड़ा संरक्षण के लिये उठाये गये कदमों की सराहना करते हुए इसे उद्योग के अनुकूल बताया। उसने आंकड़ों के सीमापार प्रवाह के लिए अधिक उदार रूपरेखा की और डीपीडीपी विधेयक के दायरे से गैर-व्यक्तिगत आंकड़ों को बाहर रखने की भी प्रशंसा की। संगठन के अध्यक्ष शुभो रे ने कहा, ‘‘विचार-विमर्श की गहरी और व्यापक प्रक्रिया का पालन करके, गैर आवश्यक प्रावधानों को हटाकर और देश, नागरिकों तथा डिजिटल अर्थव्यवस्था के हितों की रक्षा करते हुए इस विधेयक ने कानून निर्माण के लिए संभवत: नए मानक स्थापित किए हैं।
read moreवैश्विक बाजार बंद होने से स्थानीय तेल-तिलहन कीमतें अपरिवर्तित नये साल की छुट्टियों के कारण वैश्विक बाजारों के बंद रहने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को तेल तिलहन कीमतें अपरिवर्तित रहीं। सरसों उत्पादन अच्छा होने के अनुमानों के बीच इसके तेल तिलहन कीमतों में मामूली गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि नववर्ष के मौके पर वैश्विक स्तर पर तेल तिलहन का कारोबार बंद रहा। शिकॉगो और मलेशिया एक्सचेंज बंद थे। अब मंगलवार को बाजार खुलने के बाद कारोबार के रुख का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि सरसों की नयी फसल आने ही वाली है और खेती का रकबा बढ़ने तथा मौसम अनुकूल रहने से सरसों का उत्पादन अच्छा रहने की उम्मीद है। पिछली बार अच्छी कीमत मिलने से किसानों ने अधिक रकबे में सरसों की बुवाई की है। इसी वजह से सरसों तेल तिलहन में मामूली गिरावट है। जबकि वैश्विक बाजार बंद रहने से बाकी सभी खाद्यतेल तिलहनों के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे। सोमवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे: सरसों तिलहन - 6,985-7,035 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल। मूंगफली - 6,535-6,595 रुपये प्रति क्विंटल। मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 15,400 रुपये प्रति क्विंटल। मूंगफली रिफाइंड तेल 2,460-2,725 रुपये प्रति टिन। सरसों तेल दादरी- 13,950 रुपये प्रति क्विंटल। सरसों पक्की घानी- 2,125-2,255 रुपये प्रति टिन। सरसों कच्ची घानी- 2,185-2,310 रुपये प्रति टिन। तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,050 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,700 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,200 रुपये प्रति क्विंटल। सीपीओ एक्स-कांडला- 8,750 रुपये प्रति क्विंटल। बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल। पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,350 रुपये प्रति क्विंटल। पामोलिन एक्स- कांडला- 9,400 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल। सोयाबीन दाना - 5,550-5,650 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन लूज- 5,370-5,390 रुपये प्रति क्विंटल। मक्का खल (सरिस्का)- 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।
read moreकीमतों में उछाल से हुई तेल सब्सिडी की वापसी, पर तेल कूटनीति से भारत लाभान्वित अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच वर्ष 2022 में देश में पेट्रोलियम सब्सिडी की परोक्ष वापसी का रास्ता तैयार होने के साथ सुधारों को झटका लगा। हालांकि रूस से सस्ते दाम पर तेल खरीद की रणनीति अपनाकर भारत बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा की बचत करने में सफल रहा। अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतें पिछले दो वर्षों में बहुत अस्थिर रही हैं। वर्ष 2020 की शुरुआत में कोविड-19 महामारी का प्रकोप शुरू होते ही कीमतों में भारी गिरावट आई थी। लेकिन वर्ष 2022 की शुरुआत में यूक्रेन पर रूस के हमला करने के साथ ही तेल कीमतें चढ़नी शुरू हो गईं। हालत यह हो गई कि तेल के दाम 140 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए जो कि 14 वर्षों का उच्च स्तर था। हालांकि कुछ महीने बाद ही प्रमुख आयातक चीन से मांग कम होने और आर्थिक मंदी की आशंका गहराने के साथ तेल की कीमतें गिरने लगीं। इस उतार-चढ़ाव के बीच अपने तेल जरूरतों का 85 फीसदी आयात से पूरा करने वाले देश के रूप में भारत को इसका खमियाजा मुद्रास्फीति बढ़ने के रूप में चुकाना पड़ा। इसके दुष्प्रभाव ने महामारी के झटके से उबर रही अर्थव्यवस्था की रफ्तार को भी धीमा किया। हालात पर काबू पाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों- आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने एक लंबी अवधि तक पेट्रोल एवं डीजल के खुदरा दामों में बढ़ोतरी नहीं की। पेट्रोल एवं डीजल की ऊंची कीमतों को देखते हुए नवंबर 2021 में दैनिक आधार पर होने वाली कीमत समीक्षा को बंद कर दिया गया था और यह सिलसिला मार्च 2022 के मध्य तक चला। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से तेल कीमतों में आई तेजी के चलते पेट्रोल और डीजल दोनों की ही कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई और जल्द ही इनके दाम 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए। हालांकि छह अप्रैल से कीमतों में दैनिक बदलाव का सिलसिला थम गया और यह अभी तक कायम है। इस दौरान सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क में महामारी के दौरान की गई बढ़ोतरी को वापस ले लिया। इन कदमों से उपभोक्ताओं को राहत मिली लेकिन तेल कारोबार से जुड़ी सार्वजनिक कंपनियों को तगड़ा झटका लगा। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इन कंपनियों का साझा नुकसान 21,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके साथ ही तेल सुधारों को भी झटका पहुंचा। ऐसी स्थिति में निजी तेल विक्रेताओं ने संभावित नुकसान से बचने के लिए अपने पेट्रोल पंपों पर नो स्टॉक के बोर्ड टांग दिए। इन निजी तेल वितरकों की बाजार में हिस्सेदारी करीब 10 प्रतिशत है। फिर सरकार ने दखल देते हुए उन्हें न्यूनतम आपूर्ति बनाए रखने का निर्देश दिया। सरकार ने जुलाई से घरेलू स्तर पर कच्चे तेल के उत्पादन और पेट्रोल, डीजल एवं विमानन ईंधन के निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर भी लगा दिया। इस कदम से सरकार विदेशी आपूर्ति पर रोक लगाने के साथ ही घरेलू उपलब्धता बढ़ाना चाह रही थी। लेकिन इससे निवेशकों के बीच राजकोषीय अनिश्चितता पैदा हुई। सार्वजनिक पेट्रोलियम कंपनियों को हुए नुकसान की भरपाई करने की पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने घोषणा की। सरकार पहले ही एलपीजी कीमतों को दो साल तक स्थिर रखने से इन कंपनियों को हुए नुकसान पर 22,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी राशि स्वीकृत कर चुकी है। आने वाले बजट में पेट्रोल-डीजल पर हुए नुकसान के लिए भी ऐसी ही सब्सिडी घोषित की जा सकती है। पुरी ने रूस से तेल आयात पर पश्चिमी देशों के किसी भी दबाव को नकार दिया। तमाम दबावों के बावजूद भारत ने रूस से अपना तेल आयात बढ़ाया है। प्रतिबंधों की वजह से रूसी तेल के सस्ते दाम पर उपलब्ध होने से भारत ने इसके आयात से 35,000-40,000 करोड़ रुपये तक की बचत की है।
read moreविशेषज्ञों ने कहा कि कोविड महामारी के मद्देनजर चाय उद्योग कई चुनौतियों का सामना कर रहा है चाय उद्योग पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी की तबाही से अछूता नहीं रहा है। यह क्षेत्र कीमतों में आई कमी और अधिक उत्पादन लागत की स्थिति से जूझ रहा है। दूसरी ओर चाय कारोबार से जुड़ी इकाइयां गुणवत्ता और निर्यात बढ़ाने पर अधिक ध्यान देने की मांग कर रही हैं। चाय पत्ते तोड़ने पर प्रतिबंध के कारण, महामारी की शुरुआत के बाद से पिछले कुछ वर्षों में उत्पादन में भी कमी देखी गई है। उत्पादन वर्ष 2019 में 139 करोड़ किलोग्राम रह जो वर्ष 2020 में 125.
read moreमायावती ने भारत जोड़ो यात्रा में आमंत्रित करने के लिए राहुल को धन्यवाद कहा भारत जोड़ो यात्रा के उत्तर प्रदेश में प्रवेश से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने उसमें शामिल होने के लिए उन्हें पत्र लिखने के लिए सोमवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को धन्यवाद दिया। मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, भारत जोड़ो यात्रा के लिए शुभकामनायें तथा श्री राहुल गांधी द्वारा इस यात्रा में शामिल होने की लिखी गई चिट्ठी के लिए उनका धन्यवाद। इस बात की कोई जानकारी नही हैं कि राहुल गांधी की इस यात्रा में बसपा सुप्रीमो शामिल होंगी या नहीं। बसपा नेता ने इस बारे में ट्वीट के माध्यम से भी कोई जानकारी नहीं दी है।
read moreशिवकुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के बारे में कांग्रेस आलाकमान फैसला करेगा कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि अगर राज्य में विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद पार्टी सत्ता में आती है, तो उस स्थिति में मुख्यमंत्री के बारे में फैसला पार्टी आलाकमान करेगा। राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। शिवकुमार ने राज्य के लोगों और सभी राजनीतिक दलों को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कामना की कि कांग्रेस सत्ता में आए। उन्होंने कहा, मैं मीडिया, राज्य के लोगों को नए साल की शुभकामनाएं देता हूं, मैं सभी राजनीतिक दलों को शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन हमें (कांग्रेस को) सत्ता में आना चाहिए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ऐसा नहीं है कि मुझे मुख्यमंत्री होना चाहिए, यह आलाकमान तय करेगा। मल्लिकार्जुन खरगे (कांग्रेस अध्यक्ष), राहुल गांधी और सोनिया गांधी फैसला करेंगे। वे जो भी निर्णय लेंगे, वह प्रसाद के समान है।
read moreआरक्षण विधेयकों को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही स्थगित छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को आरक्षण से जुड़े संशोधन विधेयकों को राज्यपाल की मंजूरी में देरी को लेकर जमकर हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में इस विषय को लेकर कांग्रेस विधायकों ने दावा किया कि विधेयकों पर सहमति देने में देरी का जानबूझकर प्रयास किया जा रहा है। हालांकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के सदस्य राज्यपाल को डराने’’ की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर ने सदन में कहा कि राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति है क्योंकि सत्ताधारी दल के नेता आरक्षण विधेयकों को लेकर कथित तौर पर राज्यपाल को डराने की कोशिश कर रहे थे। तब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और विधायक मोहन मरकाम ने कहा कि विधेयक दो दिसंबर को विधानसभा में पारित किए गए थे और वे अभी भी सहमति के लिए राजभवन के पास लंबित हैं। इसके बाद कांग्रेस के अन्य विधायकों ने भाजपा पर आरक्षण को लेकर दोहरे मापदंड तथा आरक्षण विरोधी एजेंडा अपनाने का भी आरोप लगाया। सदन में दोनों पक्षों ने हंगामा कर दिया जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तब भाजपा सदस्यों ने राज्य सरकार से क्वांटिफिएबल डाटा आयोग (क्यूडीएस) की रिपोर्ट पेश करने की मांग की। राज्य सरकार के अनुसार इस रिपोर्ट के आधार पर जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का प्रस्ताव किया गया है। इस आयोग का गठन राज्य सरकार ने राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) की आबादी के सर्वेक्षण के लिए किया था। बाद में नारेबाजी करते हुए भाजपा सदस्य आसन के सामने आ गए। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 11 सदस्यों को निलंबित करने की घोषणा की और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा का शीतकालीन सत्र एक माह के अंतराल के बाद सोमवार को फिर से शुरू हुआ। इस सत्र में पांच बैठक होगी। विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र दो और तीन दिसंबर को आयोजित किया गया था तथा इसे एक जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। बाद में इस सत्र को शीतकालीन सत्र के रूप में बढ़ा दिया गया। तीन दिसंबर को सदन में सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश को लेकर दो विधेयक पारित किए गए थे। राज्य में अब आरक्षण का कोटा बढ़कर 76 प्रतिशत हो गया है।
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